इस अध्याय के अंतर्गत हम फोकस दूरी एवं वक्रता त्रिज्या के संबंध का सूत्र स्थापित करेंगे, और सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान से समझते हैं। इसके लिए चित्र तैयार करते हैं। जिसमें XY एक अवतल दर्पण है AB प्रकाश की किरण मुख्य अक्ष के समांतर, दर्पण पर आपतित होती है। तथा परावर्तन के पश्चात यह प्रकाश किरण BF पर परावर्तित होती है। बिंदु B पर एक अभिलंब CB डाला जाता है इस अभिलंब से आपतित किरण दो कोणों में विभाजित हो जाती है। परावर्तन के नियम से –
आपतन कोण, परावर्तन कोण के बराबर होता है। क्योंकि प्रस्तुत चित्र में ∠ABC आपतन कोण है जिसे i द्वारा दर्शाया गया है। तथा ∠CBF परावर्तन कोण है जिसे r द्वारा दर्शाया गया है। तब यह आपस में बराबर होंगे। अर्थात् एकांतर कोण प्रमेय द्वारा प्रस्तुत चित्र में R वक्रता त्रिज्या को निरूपित करता है। जिसका मान PF तथा CF के जोड़ के बराबर होगा। तब पढ़ें… 12वीं भौतिकी नोट्स | class 12 physics notes in hindi pdf यही फोकस दूरी तथा वक्रता त्रिज्या के बीच संबंध का सूत्र है इसे ऐसे भी लिख सकते हैं। भौतिक शास्त्रप्रश्न 20. किसी गोलीय दर्पण की फोकस दूरी और वक्रता त्रिज्या में संबंध स्थापित कीजिए। अथवा किसी गोलीय दर्पण के लिए सिद्ध कीजिए f = (R/2) उत्तर- चित्र में P ध्रुव, C वक्रता केन्द्र व F दर्पण का मुख्य फोकस है। प्रकाश किरण मार्ग व दूरियाँ चित्र में प्रदर्शित है। माना एक प्रकाश किरण MO, मुख्य अक्ष के समान्तर दर्पण पर आपतित होती है तथा यह OF दिशा में परावर्तित होती है। OC को मिलाया, यह बिन्दु 0 पर दर्पण का अभिलम्ब है।
चित्र- अवतल दर्पण की फोकस दूरी व वक्रता त्रिज्या में सम्बन्ध
MP BOARD CLASS 12 IMPORTANT QUESTION ANSWERS हेलो स्वीट क्वेश्चन है कि फोकस दूरी एवं वक्रता त्रिज्या आर के बीच क्या संबंध है यह हमें बताना ठीक है तो हमारा जो मान लेते हैं कि कोई गोली दर्पण है मान लेते हैं हमारे गोलीय दर्पण की वक्रता त्रिज्या कहां पर है हमारी यहां पर मान लेते हैं कि इसकी वक्ता तैयार है ठीक है तुम्हारी जो वक्रता त्रिज्या होती है वह क्या होती है खोकर चोरी की दोगुनी होती है अट्ठारह तुम्हारे हाथों कस्तूरी होगा वह यहां पर अगर मैं यहां पर इसका जरूर दर्पण के ध्रुव है और यह हमारी फोकस दूरी लगभग 7 इंच है इन दिनों का मध्य बिंदु होगा वहां पर हमारा क्या होता है फोकस दूरी अर्थात हम बोल सकते हैं कि हमारा होता है फोटो एप्स के बराबर होता है या फिर हम बोल सकते हैं कि हमारा एक होता है अर्थात मरीजों को फोकस दूरी होती है वह वक्रता केंद्र की कितनी होती है हाथी होती है तो उनके जो बीच में संबंध होता है वह होता है बराबर 8 बटा 2 के यहां पर हमारा जो ऑप्शन है यहां पर तीसरा ऑप्शन जो मेरा होगा यह करेक्ट ऑप्शन होगा थैंक यू Solution : गोलीय दर्पण की फोकस दूरी उसकी वक्रता त्रिज्या की आधी होती है। <br> अर्थात् फोकस दूरी (f) = `("वक्रता त्रिज्या")/(2)` <br> या `f=R/2` <br> जहाँ, f = फोकस दूरी, R = वक्रता त्रिज्या। फोकस दूरी एवं वक्रता त्रिज्या के संबंध यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस पर एक या दो नंबर में प्रश्न आ जाता है या आंकिक प्रश्नों में भी इसका सूत्र उपयोग किया जाता है। चित्र में
XY एक अवतल गोलीय दर्पण है AQ आपतित तथा QF परावर्तित किरणें हैं। एवं बिंदु Q पर एक अभिलंब CQ डाला जाता है। इस अभिलंब से आपतित किरण दो कोणों में विभाजित हो जाती है। परावर्तन के नियम के अनुसार से आपतन कोण, परावर्तन कोण के बराबर होता है। चित्र में ∠AQC आपतन कोण है। जिसे i द्वारा प्रदर्शित किया गया है। तथा ∠CQF परावर्तन कोण है जिसे r द्वारा प्रदर्शित किया गया है। तब एकांतर कोण प्रमेय से चित्र में वक्रता त्रिज्या को R से दर्शाया गया है। जो PF तथा CF के योग के बराबर होगी। तब पढ़ें…
रेखीय आवर्धन क्या है परिभाषा लिखिए, लेंस का दर्पण के लिए सूत्र, मात्रक कभी-कभी एक नंबर वाले सवालों में भी यह पूछ लिया जाता है की फोकस दूरी, वक्रता त्रिज्या में क्या संबंध है। वक्रता त्रिज्या एवं फोकस दूरी में क्या संबंध है?छोटे द्वारक के गोलीय दर्पणों के लिए वक्रता त्रिज्या फोकस दूरी से दोगुनी होती है। हम इस संबंध को R = 2f द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। यह दर्शाता है कि किसी गोलीय दर्पण का मुख्य फोकस, उसके ध्रुव तथा वक्रता केंद्र को मिलाने वाली रेखा का मध्य बिंदु होता है।
अवतल दर्पण में फोकस दूरी F और वक्रता त्रिज्या में क्या संबंध है?अवतल दर्पण की फोकस दूरी और वक्रता त्रिज्या में संबंध (f=R/2) स्थापित कीजिए ।
उत्तल दर्पण की वक्रता त्रिज्या एवं फोकस दूरी में क्या संबंध है?गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ जिस गोले का भाग है, उसकी त्रिज्या दर्पण की वक्रता त्रिज्या कहलाती है । इसे अक्षर R से निरूपित किया जाता है। ध्यान दीजिए कि PC दूरी वक्रता त्रिज्या के बराबर है। गोलीय दर्पण के ध्रुव तथा वक्रता त्रिज्या से गुज़रने वाली एक सीधी रेखा की कल्पना कीजिए | इस रेखा को दर्पण का मुख्य अक्ष कहते हैं।
वक्रता त्रिज्या बराबर क्या होता है?लघ्वक्ष गोलाभ (oblate spheroid); दोनों चित्रों में देशान्तर रेखाएँ एक ध्रुव को दूसरे ध्रुव से मिलाती हैं। का व्युत्क्रम होता है।
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