ग्रेजुएशन में कौन सी पढ़ाई होती है? - grejueshan mein kaun see padhaee hotee hai?

जिन स्टूडेंट्स या लोगों को ग्रेजुएशन की जानकारी नहीं है, वो यह जानना चाहते है कि ग्रेजुएशन क्या है, कैसे किया जाता है और यह कितने साल की होती है। इस आर्टिकल में हमने ग्रेजुएशन डिग्री का full details से बताया है कि यह क्यों जरूरी है और ग्रेजुएशन का मतलब क्या होता है। (Graduation in Hindi)

सरकार की विभिन्न नौकरियों में आवेदन के लिए अभ्यर्थियों के पास ग्रेजुएशन कोर्स की डिग्री का होना जरूरी है अन्यथा वे उसमें शामिल नहीं हो सकते है। ऐसे में हर स्टूडेंट को ग्रेजुएशन क्या होता है और इससे जुड़ी पूरी जानकारी का होना बहुत जरूरी है ताकि वो अपनी stream या interest के हिसाब से सही कोर्स का चुनाव कर पाएं।

प्रत्येक व्यक्ति अपने भविष्य को बेहतर बनाना चाहता है। अधिकतर लोग इसके लिए सरकारी या प्राइवेट जॉब पर निर्भर होते है। इन दोनों सेक्टर की 95% से ज्यादा जॉब्स पाने के लिए Graduation यानि स्नातक की डिग्री का होना बहुत आवश्यक है। ऐसे में हमने यह आर्टिकल लिखा ताकि आप स्नातक क्या है और इससे रिलेटेड इनफार्मेशन को जान पाएं।

Contents

  • 1 ग्रेजुएशन क्या है – What is Graduation in Hindi
    • 1.1 Graduation के लिए योग्यता
    • 1.2 ग्रेजुएशन कैसे करें
    • 1.3 ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में अंतर
    • 1.4 ग्रेजुएशन करना क्यों जरूरी है
  • 2 Frequently Asked Questions about Graduation

ग्रेजुएशन में कौन सी पढ़ाई होती है? - grejueshan mein kaun see padhaee hotee hai?

ग्रेजुएशन 12th पास करने के बाद बैचलर डिग्री पाने के लिए किया जाने वाला एक कोर्स है। इसकी अवधि 3 साल से लेकर 5 साल तक होती है। बीए, बीएससी, बीकॉम, बीटेक इत्यादि डिग्री कोर्स ग्रेजुएशन के उदाहरण है।

Graduation को हिंदी में स्नातक कहते है। अब यदि आपके मन में प्रश्न आता है कि स्नातक पास का मतलब या अर्थ क्या है तो इसका अर्थ है किसी के द्वारा ग्रेजुएशन करना। अगर किसी ने ग्रेजुएशन डिग्री कर ली है तो उसे स्नातक पास या ग्रेजुएट बोलते है।

ग्रेजुएशन को बैचलर डिग्री, स्नातक, अंडर ग्रेजुएट डिग्री, पूर्व स्नातक डिग्री के नाम से भी जाना जाता है।

यह कुछ लोकप्रिय ग्रेजुएशन प्रोग्राम या कोर्स है जो अधिकतर यूनिवर्सिटी में कराये जाते है। हालाँकि इनमें से कुछ कोर्स के लिए स्पेशल कॉलेज या यूनिवर्सिटी होते है जैसे बीटेक के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज, एमबीबीएस एवं डेंटल कोर्स के लिए मेडिकल कॉलेज आदि।

ग्रेजुएशन कोर्सेज के नामShort Form
Bachelor of Arts B.A.
Bachelor of Science B.SC
Bachelor of Commerce B.COM
Bachelor of Computer Applications BCA
BA with Bachelor of Law BA LLB
Bachelor of Design B.Des
Bachelor of Architecture B.Arch
Bachelor of Technology B.Tech
Bachelor of Computer Science BCS
Bachelor of Fine Arts BFA
Bachelor of Engineering B.E.
Bachelor of Hotel Management B.F.M
Bachelor of Dental Surgery B.D.S

Note: यह सिर्फ कुछ ग्रेजुएशन कोर्सेज के नाम है जो इंडिया में सबसे ज्यादा पॉपुलर है। इनके अलावा भी यूनिवर्सिटीज द्वारा ग्रेजुएशन के अनेक courses करवाए जाते है जिनके बारे में अधिक जानकारी आप किसी भी यूनिवर्सिटी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर पा सकते है।

Important: जिन स्टूडेंट्स को graduation means in hindi का पता नहीं है, उनको बता दें कि इसका मतलब “स्नातक स्तर की पढ़ाई” करना है।

Graduation के लिए योग्यता

किसी भी स्टूडेंट का ग्रेजुएशन करने के लिए मिनिमम योग्यता बाहरवीं कक्षा पास होना जरूरी है। स्टूडेंट्स किसी भी stream से 12th करे, वो अपनी stream के लिए suitable या यूनिवर्सिटी के वो ग्रेजुएशन प्रोग्राम जिनमें वो प्रवेश लेने की योग्यता रखता है, ग्रेजुएशन कर सकता है।

बीटेक, बीई अंडर ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश लेने के लिए स्टूडेंट्स को आईआईटी का jee mains एग्जाम क्लियर करना जरूरी होता है। MBBS, BDS जैसे ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए नीट का एग्जाम पास करना होता है।

कई टॉप यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन कोर्स में प्रवेश के लिए एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है जबकि अधिकतर स्टेट लेवल टॉप यूनिवर्सिटी में 12th के नंबर्स के आधार पर एडमिशन दिया जाता है।

ग्रेजुएशन कैसे करें

ग्रेजुएशन कैसे किया जाता है, इसके लिए कुछ खास नहीं करना पड़ता है। अगर आपने बाहरवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली है तो आप किसी भी सरकारी कॉलेज, यूनिवर्सिटी या ओपन संस्थान से ग्रेजुएशन की डिग्री कर सकते है।

यदि आप किसी टॉप प्राइवेट कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करना चाहते है तो इसके लिए ये स्टेप्स अपनाएं:

  • टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना है तो 12th क्लास में अच्छे नंबर्स का होना बहुत जरूरी है क्योंकि इसके बिना टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं मिलता है
  • बीटेक ग्रेजुएट होना है तो 12th मैथ्स में 75% से ज्यादा अंक और आईआईटी की jee exam के मेरिट लिस्ट में आना जरूरी है
  • किसी अच्छे प्राइवेट कॉलेज में भी एडमिशन के लिए 12th में 80% प्लस नंबर्स होने बेहतर रहते है।

कला वर्ग से 12th करने वाले अधिकतर स्टूडेंट बीए (BA) करते है, साइंस वाले बीएससी (BSC) या बीटेक (B.Tech), वाणिज्य वाले बीकॉम (BCOM) कोर्स को करते है। इसके अलावा कई ऐसे कोर्स होते है जिनमें किसी भी वर्ग से 12th करने वाला स्टूडेंट एडमिशन ले सकता है।

ध्यान दें: विज्ञान वर्ग से 12th करने वाले बीएससी, btech के अलावा BA में भी एडमिशन ले सकते है जबकि कला एवं वाणिज्य वर्ग वाले बीएससी नहीं कर सकते।

ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में अंतर

ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री अलग-अलग होती है। जो स्टूडेंट अपने स्नातक स्तर की पढ़ाई (बाहरवीं कक्षा के बाद की) पूरी कर लेते है, उन्हें ग्रेजुएशन की डिग्री / उपाधि मिलती है।

पोस्ट ग्रेजुएशन वो होता है जो ग्रेजुएशन करने के बाद किया जाता है यानि पोस्ट ग्रेजुएशन में admission लेने के लिए graduate होना जरूरी है।

Graduation Degree में BA, BSC, B.com, BBA, BCA, B.Tech आते है जबकि Post Graduation में MA, MSC, MCOM, MBA, MTech etc. कोर्सेज आते है।

पोस्ट ग्रेजुएशन को मास्टर डिग्री कहा जाता है जबकि ग्रेजुएशन को बेचलर डिग्री। ग्रेजुएशन की तुलना में Post Graduation एक बड़ी डिग्री होती है क्योंकि Graduation में अड्मिशन के लिए +2 जरूरी होता है जबकि Post Graduation में admission के लिए 12th के साथ graduation जरूरी होता है। Post Graduation को उच्च शिक्षा कहा जाता है।

ग्रेजुएशन करना क्यों जरूरी है

ग्रेजुएशन की डिग्री को करना बहुत जरूरी है। इसके निम्न कारण है:

  • ग्रेजुएशन किए हुए स्टूडेंट्स के पास ज्यादा नौकरियां पाने के अवसर होते है क्योंकि उनके पास बैचलर डिग्री आ जाती है और यह कई सारी नौकरियों के लिए जरूरी है।
  • ग्रेजुएशन करने से ज्ञान में भी बढ़ोतरी होती है जो हर तरह से फायदेमंद है।
  • ग्रेजुएशन डिग्री होने से किसी भी सेक्टर में काम करने या मिलने के अवसर बढ़ जाते है
  • उच्च शिक्षा यानि मास्टर डिग्री करने के लिए भी ग्रेजुएशन का होना जरूरी है।
  • ग्रेजुएशन करने के बाद बीएड कर लेने सरकारी स्कूलों में टीचर बनने की योग्यता आ जाती है।
  • इन सबके अलावा भी अनेक ऐसे कारण मिल जायेंगे जो यह बताते है कि Graduate होना जरुरी क्यों है.

कई स्टूडेंट्स स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद Graduation करना महत्वपूर्ण नहीं समझते है या इस डिग्री को करना छोड़ देते है लेकिन इस जानकारी से हर स्टूडेंट को यह जरूर समझना चाहिए कि ग्रेजुएशन करने से कितने फायदे होते है।

Frequently Asked Questions about Graduation

ग्रेजुएशन कितने साल की होती है

ग्रेजुएशन सामान्यत: 3 साल का कोर्स होता है। ग्रेजुएशन के कुछ कोर्स 4 एवं 5 साल के भी होते है।

ग्रेजुएशन कब किया जाता है

ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स को 12th पास करने के बाद किया जाता है।

ग्रेजुएशन में कितने सब्जेक्ट होते हैं

ग्रेजुएशन के अलग-अलग कोर्स में अलग-अलग सब्जेक्ट होते है। अगर कोई बीए, बीएससी कर रहा है तो उसके विषय कम होते है जबकि बीटेक, बीई जैसे ग्रेजुएशन कोर्स में ज्यादा सब्जेक्ट होते है।

ग्रेजुएशन कौनसी क्लास होती है

12वीं क्लास के बाद स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए जो भी classes होती है, वो ग्रेजुएशन क्लास के अंतर्गत आती है

हम आशा करते है कि यह आर्टिकल पढ़कर आपको graduation details in hindi (ग्रेजुएशन का मतलब) मिल गई होगी। अगर आपके मन में इससे रिलेटेड कोई भी सवाल है तो कॉमेंट करके जरूर बताएं। हम यहाँ आपकी सहायता के लिए ही है।

ग्रेजुएशन में कौन कौन से सब्जेक्ट आते हैं?

12वीं में आर्ट्स विषय से पढ़ने वाले छात्रों के लिए बीए एक पसंदीदा विकल्प होता है। बीए का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ आर्ट्स होता है यह एक अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है, जिसे आप 12वीं के बाद कर सकते है इस कोर्स को करने में आपको पुरे 3 साल तक का समय लगता है।

सबसे अच्छा ग्रेजुएशन कौन सा है?

जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं, ग्रेजुएशन में बहुत से डिग्री कोर्स जैसे – बीए, बीकॉम , बी..
हिंदी (Hindi).
अंग्रेजी (English).
इतिहास(History).
भूगोल (Geography).
राजनीती-शास्त्र (Political Science).
समाज-शास्त्र (Sociology).
गृह विज्ञान (Home Science).
मनोविज्ञान (Psychology) आदि।.

ग्रेजुएशन करने में कितना पैसा लगता है?

सरकारी कॉलेज में फर्स्ट ईयर की फीस ₹2000 से लेकर ₹5000 तक हो सकती हैं जबकि प्राइवेट कॉलेज में ही फीस ₹10000 से लेकर ₹20000 तक हो सकती है। इन सबके अलावा और भी अन्य घटक है जो इसे तय करती है। खर्च यानी फीस अलग अलग राज्य में अलग अलग हो सकता है।

ग्रेजुएशन कितने साल का होता है 2022?

चार साल का होगा स्नातक पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा में भी बड़े बदलाव किये गये हैं। स्नातक की डिग्री अब तीन और चार साल की होगी। पहले साल की पढ़ाई पूरी करने पर छात्र को सर्टिफिकेट, दूसरे वर्ष में डिप्लोमा और तीसरे तथा चौथे साल में डिग्री प्रदान की जाएगी।