Show जानिए, भारत में कहां मिलती है संजीवनी बूटीईरान के बादशाह खुसरो के प्रधानमंत्री बुर्जोई राज चिकित्सक भी थे। वह नई औषधियों पर शोध करते और उन पर लिखे ग्रंथ भी पढ़ते रहते थे। एक बार उन्हें पता चला कि भारत में किसी पर्वत पर ईरान के बादशाह खुसरो के प्रधानमंत्री बुर्जोई राज चिकित्सक भी थे। वह नई औषधियों पर शोध करते और उन पर लिखे ग्रंथ भी पढ़ते रहते थे। एक बार उन्हें पता चला कि भारत में किसी पर्वत पर संजीवनी नाम की बूटी होती है, जिससे मृत व्यक्ति जीवित हो जाता है और स्वस्थ व्यक्ति यदि उसका सेवन कर ले तो वह हमेशा स्वस्थ और जवान बना रहता है। बुर्जोई यह सुनकर रोमांचित हो उठे। उन्होंने अपने बादशाह से भारत जाने की इजाजत ली। वह भारत आए और संजीवनी बूटी की खोज में लग गए। वह अनेक पर्वतों और जंगलों में गए लेकिन कहीं भी उन्हें संजीवनी नजर नहीं आई। एक दिन वह एक पेड़ की छांव में आराम कर रहे थे, तभी एक पंडित जी वहां पहुंचे। वह बुर्जोई को देखकर बोले-आप परदेसी मालूम होते हैं।
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बुर्जोई पंडित जी की बात से प्रभावित हुए। वह पंचतंत्र की एक प्रति लेकर अपने देश लौट गए।
BTC$ 17538.72 Thu, Nov 10, 2022 02.37 PM UTC ETH$ 1291.29 Thu, Nov 10, 2022 02.37 PM UTC USDT$ 1 Thu, Nov 10, 2022 02.37 PM UTC BNB$ 301.14 Thu, Nov 10, 2022 02.37 PM UTC
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गरुड़ का पेड़ कैसे होता है?यह वृक्ष पर्याप्त ऊँचा होता है, इसका तना कठोर लकड़ी वाला होता है व डण्डी पर 3 पत्तियाँ लगी होती हैं जैसे कि बेल पत्र लगे होते है...इसकी फली जो कि फल होती हैं, एक मीटर या उससे कुछ अधिक तक लम्बी होती है.. यह सर्प के समान कुछ चपटी होती है.... फली को चीरने पर इसमें गांठेदार सफेद हड्डी जैसा गूदा होता है...
गरुड़ संजीवनी औषधि क्या है?आजकल इस के बारे मे कूछ भ्रान्तिया फैलाई जा रही है की "गरुड़ संजीवनी बूटी के नाम से एक प्रसिद्ध बूटी का पता चला है जो पानी की दिशा से उलटी बहती है अर्थात सामान्यता वस्तुएं पानी के साथ बहती है गरुड़ संजीवनी बूटी सदैव पानी के विपरीत दिशा में बहती है जो इसकी बनावट केे या विशिष्ट आकार केेेे कारण संभव है।" जिसकी जानकारी हमे ...
गरुड़ का फल क्या काम आता है?इस पेड़ को लगाने के पीछे कारण यह है कि गरुड़ का फल घर को सुरक्षा देता है। हम जानते हैं कि बारिश के दिनों में अधिकतर गाँवों में सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जीव खेतों से निकल कर घर के आसपास आ जाते हैं। गांववाले मानते हैं की गरुड़ का पका फल इन जहरीले जीव-जंतुओं से बचाने में काम आता है।
संजीवनी बूटी का पौधा कौन सा है?खरे के अनुसार संजीवनी का संबंध पौधों के टेरीडोफिया समूह से है, जो पृथ्वी पर पैदा होने वाले संवहनी पौधे थे. उन्होंने बताया कि नमी नहीं मिलने पर संजीवनी मुरझाकर पपड़ी जैसी हो जाती है, लेकिन इसके बावजूद यह जीवित रहती है और बाद में थोड़ी सी ही नमी मिलने पर यह फिर खिल जाती है. यह पत्थरों तथा शुष्क सतह पर भी उग सकती है.
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