गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है : पहले के जमाने में खाना पकाने के लिए मिटटी के चूल्हे का इस्तेमाल किया जाता था। आज भी भारत के गाँवो में इस मिटटी के चूल्हे को देखा जा सकता है। मिटटी के चूल्हे पर खाना पकाने के लिए कोयला या लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। गाँव में भैंस, गाय, बैल जैसी पालतू जानवरों के Dung ( गोबड़ ) को छोटे-छोटे रोटी के आकार में बनाकर ( ठोककर ) सुखाया जाता है, जिसे गोइठा कहा जाता है। आप में से जो लोग गाँव से होंगे वे इसके बारे में जरूर जानते है। Show लकड़ी के चूल्हे या मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाने से काफी प्रदुषण होती है। जैसे-जैसे तकनीक का विकास हुआ, मानव ने एक ऐसी गैस का खोज किया जिस पर खाना पकाने से प्रदूषण नहीं फैलती है। इस गैस की सहायता से खाना पकाने में पहले की तुलना में काफी कम समय लगता है। आज के समय में सभी जगह एलपीजी गैस का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जा रहा है। एलपीजी गैस पर खाना बनाने से समय और मेहनत दोनों की बचत होती है। आपको बता दे की गैस सिलेंडर के लाल रंग के होने का मुख्य दो कारण है। पहला कारण यह है कि लाल रंग खतरे का निशानी होता है। हम जो गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते है वो अत्यधिक ज्वलनशील होता है। इस गैस से खाना पकाना जितना आसान है उतना ही ये खतरनाक है। एलपीजी गैस में बहुत जल्द आग पकड़ लेती है। इसका इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करना चाहिए जिससे खतरे से बचा जा सके। दूसरा सबसे बड़ा कारण है एलपीजी गैस की पहचान को लेकर। आपको बता दे की सभी गैसों के सिलेंडर को अलग-अलग रंगों से रंगा जाता है। ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर को सफेद रंग से, कार्बन डाइऑक्साइड गैस के सिलेंडर को ग्रे रंग से, नाइट्रोजन गैस के सिलेंडर को काले रंग से तथा हीलियम गैस के सिलेंडर को भूरे रंग से और नाइट्रस ऑक्साइड गैस के सिलेंडर को नीले रंग से रंगा जाता है। सिलेंडर के रंग को देखकर उसके अंदर के गैस की पहचान आसानी से हो सके इसलिए इसे अलग-अलग रंगों से रंगा जाता है। अब मैं आशा करता हूँ की आपको इस सवाल खाना बनाने वाले गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है ? का जबाब मिल गया होगा। जैसा की आप जान चुके है इसका जबाब है - खाना बनाने वाले गैस के सिलेंडर का रंग लाल होने का मुख्य दो कारन है पहला यह खतरे का सूचक होता है और दूसरा सिलेंडर के अंदर उपस्थित गैस की पहचान करना है। अगर आपसे यह सवाल कोई पूछता है तो आप इसका जबाब कारण सहित अवश्य दे दोगे। सवाल : कार्बन डाइऑक्साइड गैस के सिलेंडर का रंग कैसा होता है ? [ What is the colour of Carbon Dioxide Gas Cylinder ? ] गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है 2 कारण By - November 26, 2022गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है कई बार आपके मन में ये सवाल जरुर आया होगा और आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं. पहले के जमाने में जहां खाना बनाने के लिए लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल किया जाता था. जिससे काफी प्रदूषण भी होता था लेकिन जैसे जैसे तकनीक में विकास हुआ मानव ने ऐसी गैस की खोज कर ली जो बिना किसी धुंए के और कम प्रदूषण किये आराम से जलती है. इस गैस की सहायता से खाना बनाना पहले की तुलना में काफी आसान हो गया है. अब लगभग सभी जगह खाना बनाने के लिए इस एलपीजी गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस गैस के उपयोग करने के कई फायदे हैं यह समय और मेहनत दोनों बचाती है. इसलिए ज्यादातर लोग खाना पकाने के लिए एलपीजी का गैस का इस्तेमाल करते हैं. गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता हैदेश में कई कंपनी हैं जो एलपीजी गैस उपलब्ध करा रही हैं भारत सरकार भी लोगो को एलपीजी गैस का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है जिससे लकड़ी के चूल्हे से वातावरण में हो रहे प्रदूषण को कम किया जा सके. वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने गैस सिलेंडर नहीं देखा होगा. गैस सिलेंडर को देखने के बाद एक ही सवाल उठता है कि आखिर गैस सिलेंडर रंग रेड क्यों होता है इसे किसी दूसरे कलर में क्यों नहीं रंगा जाता है. देश में कई कंपनियां है और सभी के एलपीजी सिलेंडर लाल रंग से ही रंगे हुए हैं. एलपीजी गैस सिलेंडर को लाल रंग से रंगने के दो मुख्य कारण है पहला यह है कि लाल रंग खतरे का संकेत होता है चूँकि खाना पकाने वाले गैस सिलेंडर में एलपीजी गैस होती है जो अत्यधिक ज्वलनशील होती है. भले ही एलपीजी गैस खाना पकाने में मदद करती है लेकिन यह किसी खतरे से कम नहीं है. एलपीजी गैस बहुत जल्दी आग पकड़ लेती है. ऐसे में एलपीजी गैस को सावधानीपूर्वक ही इस्तेमाल करना चाहिए जिससे इसके कारण होने वाले बड़े हादसे से बचा जा सके. दूसरा कारण एलपीजी गैस की पहचान करना है आपको बता दे कि विभिन्न गैसों के सिलेंडर को अलग अलग रंगों से रंगा जाता है जैसे ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर को सफ़ेद कलर से, कार्बन डाईऑक्साइड गैस के सिलेंडर को ग्रे कलर से, नाइट्रोजन गैस के सिलेंडर को काले रंग से, हीलियम गैस के सिलेंडर को भूरे रंग से और नाइट्रस ऑक्साइड गैस के सिलेंडर को नीले रंग से रंगा जाता है. ऐसे में रंग को देखकर पता चल जाता है कि सिलेंडर में कौन सी गैस भरी हुई है. एलपीजी गैस को रेड कलर के सिलेंडर में भरा जाता है जिससे कई सिलेंडर के बीच इसकी पहचान आसानी से हो जाए. तो अब आप जान गए होंगे कि गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है आपको पता चल गया होगा कि इसके दो मुख्य कारण हैं पहला यह रंग खतरे के संकेत का प्रतीक होता है और एलपीजी किसी खतरे से कम नहीं है जबकि दूसरा कारण सिलेंडर में मौजूद गैस की पहचान करना है. अब अगर कोई आपसे इस सवाल को पूछता है तो आप कारण के साथ उसे जबाव दे सकते हैं. ये भी पढ़े –
Share Telegram MakeHindi https://www.makehindi.com MakeHindi.Com is a Professional Educational Platform. Here we will provide you only interesting content, which you will like very much. We’re dedicated to providing you the best of Education. गैस का रंग क्या है?आपको बता दें कि हीलियम गैस के सिलेंडर भूरे रंग का होता है वहीं कार्बन डाइऑक्साइड गैस के सिलेंडर को ग्रे रंग और नाइट्रस ऑक्साइड गैस के सिलेंडर का रंग नीला होता है इसलिए एलपीजी गैस सिलेंडर लाल रंग का रखा गया है ताकि उसकी पहचान आसानी से हो सके और अलग- अलग गैस सिलेंडर को सिर्फ देखकर ही पता चल सके कि उसमें कौन सी गैस है।
कौन सी गैस लाल रंग की होती है?तो चलिए आपको बताते हैं कि भारत में लगभग हर घर में खाना बनाने के लिए उपयोग होने वाला एपीजी गैस का रंग लाल क्यों होता है. इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि कौन से देश ने कौन सा रंग चुना रखा है.
गैस सिलेंडर का रंग लाल ही क्यों होता है?गैस सिलेंडर के लाल रंग के पीछे एक बेहद जरूरी वजह है. क्या आपको पता है इसके पीछे की वजह? जैसा कि हम जानते हैं कि लाल रंग को खतरे के संकेत के रूप में देखा जाता है और LPG सिलेंडर में भी एक ज्वलनशील गैस होती है इसलिए उनसे भी खतरा होता है. ग्राहकों की सुरक्षा के लिए ही गैसे सिलेंडर को लाल रंग से पेंट किया जाता है.
सफेद सिलेंडर में कौन सी गैस आती है?सफेद रंग के सिलेंडर में ऑक्सीजन गैस होती है। ग्रे कलर के सिलेंडर में कार्बन डाइऑक्साइड होती है। काले रंग के सिलेंडर में नाइट्रोजन गैस भरी जाती है। ब्राउन यानी भूरे रंग के सिलेंडर में हीलियम गैस भरी जाती है।
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