Did you enjoy this post? Please Spread the love ❤️ Show पशुओं में अक्सर खाने और पानी कम पीने की समस्याएं देखने को आती रहती है। इसका मुख्य कारण है पशुओं का ज्यादातर सूखे चारे पर निर्भर होना। ज़्यादातर किसान भाई पशुओं को खिलाने के लिए भूसे का इस्तेमाल करते हैं और उसी में सरसों की खल, चोकर या चने के छिलके का प्रयोग करते हैं। इस पूरे चारे में हरी घास की मात्रा न होने तथा सूखा घास ज्यादा होने के कारण पशुओं को इसे पचाने में मुश्किल आती है। जिसकी वजह से पशु के चारा खाने और पानी पीने की मात्रा कम हो जाती है। इसी अपच जैसी स्थिति के कारण पशुओं का गोबर भी पतला आने लगता है। इस तरह की सभी समस्याओं का निदान बेकिंग पाउडर यानि कि मीठे सोडे के द्वारा किया जा सकता है। बेकिंग सोडे के फायदे बेकिंग सोडे का रासायनिक फार्मूला सोडियम बाइकार्बोनेट के नाम से भी जाना जाता है। बेकिंग सोडा प्राकृतिक रूप से ठोस क्रिस्टल रूप में पाया जाता है। लेकिन बाद में इसे पीसकर चूर्ण बना दिया जाता है। इसके अल्काइन सब्सटेंस में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण मौजूद होते हैं और यह शरीर का pH लेवल भी बैलेंस रखने में मददगार है। पशुओं में बेकिंग सोडे के लम्बे समय तक इस्तेमाल से पशुओं में दूध की मात्रा तथा दूध में फैट की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। बेकिंग सोडा पशुओं के पाचन तंत्र को मजबूत करता है यदि पशु का पाचन सही रहता है तो दूध पर भी इसका असर देखने को मिलता है। पशु खाने के बाद जुगाली करता है, जिससे उसके मुँह में लारवा बनता है। यह लारवा पाचन शक्ति का एक मुख्य हिस्सा है। अगर पशु चारा खाने के बाद जुगाली नहीं कर रहा है तो यह पशु के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। बेकिंग सोडा कैसे काम करता है सूखे चारे से पशुओं में एसिडिटी की समस्या आने लगती है, जिससे शरीर का PH लेवल डाउन हो जाता है। जिससे कि पशुओं के खाने – पीने में कमी आती है। बेकिंग पाउडर को पानी में मिलाकर पशुओं को पिलाया जाता है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप इसे फीड में मिलाकर पशु को खिलाते हैं तो यह ज़्यादा कारगर है। कितनी मात्रा का इस्तेमाल करें फीड तैयार करते हुए 1 /100 का अनुपात रखें यानि की 100 Kg फीड में केवल एक किलो ही बेकिंग पाउडर (मीठा सोडा) मिलाएं। लेकिन यदि आप इसे पानी में मिलाकर दे रहे हैं तो आप प्रतिदिन 50 ग्राम – 100 ग्राम बेकिंग पाउडर पानी में मिलाकर पशु को पीला सकते हैं। मात्रा पशु के आकर और शरीर पर निर्भर करती है। बेकिंग पाउडर के लाभ
/ / दुधारू पशुओं को मीठा सोडा खिलाने के फायदे दुधारू पशुओं को मीठा सोडा खिलाने के फायदेलेखक - Surendra Kumar Chaudhari | 22/5/2021 पशुओं को उनके आहार के साथ मीठा सोडा मिला कर खिलाने के कई फायदे होते हैं। अगर आप भी पशु पालन व्यवसाय से जुड़े हैं तो स वीडियो को ध्यान से देखें। इस वीडियो के माध्यम से आप दुधारू पशुओं को मीठा सोडा खिलाने के फायदों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको इस वीडियो में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशु पालन एवं कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से। सौजन्य से : Dairy Ustaad 26 लाइक और 5 कमेंट पशु चारा ना खाए तो घर पर कर सकते हैं नीचे दिए गए घरेलु इलाज १/ मीठा सोडा ५० ग्राम पशु को पानी के साथ मिलाकर पिलाएं। Please follow and like us: गाय को मीठा सोडा कितना देना चाहिए?उन्होंने बताया कि छोटी गायों को 20 से 30 ग्राम विकसित गायों को 50 से सौ ग्राम मात्रा में मीठा सोडा देना चाहिए या फिर उन्हें परचूर मात्रा में पानी पिलाना चाहिए।
पशुओं को मीठा सोडा खिलाने से क्या होता है?पशुओं में बेकिंग सोडे के लम्बे समय तक इस्तेमाल से पशुओं में दूध की मात्रा तथा दूध में फैट की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। बेकिंग सोडा पशुओं के पाचन तंत्र को मजबूत करता है यदि पशु का पाचन सही रहता है तो दूध पर भी इसका असर देखने को मिलता है। पशु खाने के बाद जुगाली करता है, जिससे उसके मुँह में लारवा बनता है।
मीठे सोडे से दूध बढ़ता है क्या?दूध को फटने से बचाने के लिए मिलाते हैं सोडा
इसको लेकर अधिकतर दूधिए दूध को सुरक्षित रखने के लिए उसमें खाने का सोडा मिलाते हैं। ये दूधिए 40 लीटर दूध में 50 ग्राम खाने का सोडा मिलाते है। इससे दूध तीन घंटे तक खराब नहीं होता है।
गाय को लहसुन खिलाने से क्या फायदा होता है?इसके साथ ही यहां के पशु की त्वचा भी बेहद चमकदार होती है। आपको बता दें ऐसा इसलिए है, क्योंकि हरियाणा के लोग अपनी गाय और भैंस को बिनौला खिलाते हैं। आप भी भैंस या गाय को मोटा और तगड़ा करने के लिए बिनौला खिला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी सूरत में पशु को कच्चा बिनौला न खिलाएं।
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