पद-परिचय को समझने से पहले शब्द और पद का भेद समझना आवश्यक है। शब्द- वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं। पद – जब कोई शब्द व्याकरण के नियमों के अनुसार प्रयुक्त हो जाता है तब उसे पद कहते हैं। You can also download NCERT Solutions Class 10 Science to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations. व्याकरणिक परिचय क्या है? वाक्य में प्रयोग हुआ कोई पद व्याकरण की दृष्टि से विकारी है या अविकारी, यदि बिकारी है तो उसका भेद, उपभेद,
लिंग, वचन पुरुष, कारक, काल अन्य शब्दों के साथ उसका संबंध और अविकारी है तो किस तरह का अव्यय है तथा उसका अन्य शब्दों से क या संबंध है आदि बताना व्याकरणिक परिचय कहलाता है। सभी पदों के परिचय पर एक संक्षिप्त दृष्टि – अ. विकारी अ. विकारी इस वर्ग के पदों में लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण विकार आ जाता है। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रियाविशेषण विकारी पद हैं। 1. संज्ञा- किसी प्राणी, व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भाव आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं। ध्यान दें-द्रव्य, पदार्थ, धातुएँ तथा समूह का बोध कराने वाले शब्द कक्षा, सेना, भीड़ आदि जातिवाचक संज्ञा के अंतर्गत आती हैं। लिंग-संज्ञा के जिस रूप से उसके स्त्री या पुरुष जाति का होने का पता चले, उसे लिंग कहते हैं; जैसे-
बालक-बालिका। कारक-वाक्य में संज्ञा आदि शब्दों का क्रिया से संबंध बताने वाला व्याकरणिक कोटि कारक कहलाता है। 2.
सर्वनाम- संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं; जैसे-मैं, हम, ये कुछ आदि। 3. विशेषण- संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं; जैसे-मीठा, परिश्रमी, काला, मोटा आदि। प्रविशेषण- विशेषण की विशेषता बताने वाले शब्द प्रविशेषण कहलाते हैं; जैसे –
4. क्रिया – जिस शब्द से
किसी कार्य के करने या होने का पता चले, उसे क्रिया कहते हैं; जैसे- लिखना, पढ़ना, बोलना, स्नान करना आदि। धातु + ना = सामान्य रूप (क) कर्म के आधार पर क्रिया भेद – अकर्मक क्रिया- हँसाना, रोना, भागना, दौड़ना, कूदना, उछलना, बैठना आदि। (ख) बनावट के आधार पर क्रिया भेद
काल-क्रिया होने के समय को काल कहते हैं। ब – अविकारी शब्द या अव्यय अव्यय वे शब्द होते हैं, जिन पर लिंग, वचन, काल, पुरुष आदि का कोई असर नहीं होता है। अव्यय के भेद – क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक तथा निपात अविकारी शब्द हैं। 1. क्रियाविशेषण–क्रिया की विशेषता बताने वाले शब्द क्रियाविशेषण कहलाते हैं; जैसे- बहुत, धीरे-धीरे, उधर, प्रातः आदि। 2. संबंधबोधक – जो अव्यय संज्ञा या सर्वनाम के बाद प्रयुक्त होकर वाक्य के अन्य संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के साथ संबंध बताते हैं, उन्हें संबंधबोधक कहते हैं। 3. समुच्चयबोधक – जो अव्यय दो शब्दों, दो पदबंधों या दो अव्ययों को जोड़ने का कार्य करते हैं, उन्हें समुच्चयबोधक कहते हैं; जैसे – और, तथा, किंतु, परंतु अथवा आदि। 4. विस्मयादिबोधक – जिन अव्यय शब्दों से आश्चर्य, हर्ष, घृणा, पीड़ा आदि भाव प्रकट हों, उन्हें विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं; जैसे – ओह, अरे, अहा, हाय आदि। 5. निपात-वे अव्यय शब्द जो किसी शब्द के बाद लगकर उसके अर्थ पर बल लगा देते हैं, उन्हें निपात कहते हैं। ही, तो, भी, तक, मात्र, भर आदि मुख्य निपात हैं। प्रयोग वैशिष्ट्य के कारण पद-परिचय में अंतर: 1. और – 2. अच्छा – 3. कुछ – 4. बहुत – 5. ऐसा – 6. वह – पदों का व्याकरणिक परिचय: (क) निम्नलिखित वाक्यों के रंगीन अंशों का व्याकरणिक परिचय दीजिए – 1. उदिता यहाँ बच्चों को पढ़ाती थी। 2. मधुकर यहाँ पिछले साल रहता था। 3. रामचरितमानस की रचना तुलसीदास के द्वारा की गई। 4. वह दौड़कर विद्यालय गया। 5. बाग में कुछ लोग बैठे थे। 6. मैं आपको कुछ रुपये
दूंगा। 7. जब हम रेलवे स्टेशन पहुँचे गाड़ी छूट रही थी। 8. भारतीय सैनिक रणक्षेत्र में वीरता दिखाते हैं और शत्रुओं को सबक सिखाते हैं। 9. उस गमले में तीन फूल खिले हैं। 10. वीरों की सदा जीत होती है। 11. इस संसार में ईमानदारी दुर्लभ है। 12. अरे! आप आ गए। (ख) निम्नलिखित वाक्यों के रेखांकित अंश का व्याकरणिक परिचय दीजिए –
उत्तरः
अभ्यास प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्यों के रेखांकित अंशों का पद-परिचय दीजिए 2. निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित अंश का पद-परिचय लिखिए। (Delhi-2013) 3. निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों
का पद-परिचय दीजिए।(Delhi 2013) 4. निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों का परिचय दीजिए।(Foreign-2014) 5. निम्नांकित वाक्यों में रेखांकित पदों का परिचय दीजिए।(Delhi-2014) 6. रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए – (Delhi-2015) 7. निम्नलिखित रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए। (Foreign-2015) 8. रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए। (All India-2015) 9. रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए। (Delhi-2015) 10. रेखांकित पदों का पद-परिचय लिखिए – (CBSE Sample Paper–2016) अब स्वयं करें निम्नलिखित वाक्यों के रेखांकित अंशों का पद-परिचय दीजिए –
NCERT Solutions for Class 10 Hindiमोहन आज घर आएगा रेखांकित पद में क्रिया विशेषण कौन सा भेद है?(क) 'मोहन आज घर आएगा। ' रेखांकित पद में क्रिया-विशेषण कौन-सा भेद है? कालवाचक क्रिया विशेषण : ऐसे वाक्य जिसमें क्रिया के काल सम्बन्धी विशेषता प्रकट करे , कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते है।
आज बरसात होगी वाक्य में क्रिया विशेषण का कौन सा भेद है?दूसरे शब्दों में – जिन शब्दों से क्रिया के घटित होने के समय का पता चले उसे कालवाचक क्रियाविशेषण कहते हैं। जैसे – आज, कल, परसों, पहले, अब तक, अभी-अभी, लगातार, बार-बार, प्रतिदिन, अक्सर, बाद में, जब, तब, अभी, कभी, नित्य, सदा, तुरंत, आजकल, कई बार, हर बार आदि। (i) आज बरसात होगी। (ii) राम कल मेरे घर आएगा।
क्रिया विशेषण किसका भेद है?क्रिया-विशेषण अविकारी शब्द का एक भेद होता है क्योंकि क्रिया-विशेषण शब्द किसी भी स्थिति में नहीं बदलते हैं।
निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया विशेषण को रेखांकित कीजिए?(ख) धीरे-धीरे, ज़ोर से, लगातार, हमेशा, आजकल, कम, ज़्यादा, यहाँ, उधर, बाहर - इन क्रिया-विशेषण शब्दों का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए। (ग) नीचे दिए गए वाक्यों में से क्रिया-विशेषण और विशेषण शब्द छाँटकर अलग लिखिए - वाक्य क्रिया-विशेषण विशेषण (1) कल रात से निरंतर बारिश हो रही है।
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