गुर्दे का संक्रमण क्या है? Show
गुर्दे का संक्रमण (पाइलोनेफ्रिटिस: Pyelonephritis) एक विशिष्ट प्रकार का मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) है जो आमतौर पर आपके मूत्रमार्ग या मूत्राशय से शुरू होता है और आपके गुर्दे तक जाता है। किडनी इन्फेक्शन के लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। यदि ठीक तरह से इलाज नहीं किया जाए, तो गुर्दे का संक्रमण आपके गुर्दे को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है या बैक्टीरिया आपके खून में फैल सकता है जिससे जानलेवा संक्रमण हो सकता है। गुर्दे के संक्रमण के इलाज में आमतौर पर एंटीबायोटिक का इस्तेमाल शामिल है और अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। किडनी से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी गंभीर होती है। किडनी से संबंधित कई रोगों के कारण लोगों की मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए ऐसी बीमारी के प्रति लापरवाही नहीं बरती जा सकती। आज अनेक लोग किडनी से जुड़े अनेक तरह के रोग से पीड़ित हैं, और रोजाना डॉक्टर के बताए अनुसार दवाओं का सेवन कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको यह पता है कि किडनी की बीमारी का इलाज कराने के दौरान मरीजों को उचित डाइट चार्ट भी अपनाना जरूरी होता है। इसलिए यहां किडनी के मरीजों के लिए डाइट प्लान की जानकारी दी जा रही है। किडनी के रोगी इस डाइट चार्ट को न सिर्फ बीमारी पर उचित नियंत्रण पा सकेंगे, बल्कि स्वास्थ लाभ भी पा सकेंगे। Contents
किडनी की बीमारी में क्या खाएं (Your Diet During Kidney Disease)किडनी विकार से ग्रस्त लोगों का आहार ऐसा होना चाहिएः-
नोट:
और पढ़ेंः मूंग दाल के फायदे और उपयोग किडनी की बीमारी में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Kidney Disease)किडनी रोग से ग्रस्त लोगों को इनका सेवन नहीं करना चाहिएः-
और पढ़ेंः शहद के औषधीय गुण किडनी रोग के दौरान मरीजों का डाइट प्लान (Diet Plan for Kidney Disease)किडनी की बीमारी के इलाज के दौारन सुबह उठकर दांतों को साफ करने (बिना कुल्ला किये) से पहले खाली पेट 1/4 गिलास गुनगुना पानी पिएं।
सलाह: यदि मरीज को चाय की आदत है तो इसके स्थान पर 1 कप पतंजलि दिव्य पेय दे सकते हैं। और पढ़ेंः मूंग दाल के फायदे और उपयोग किडनी रोग में आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle During Kidney Disease)किडनी की बीमारी में आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
किडनी रोग में ध्यान रखने वाली बातें (Points to be Remember in Kidney Disease)किडनी की बीमारी में आपको इन बातों का ध्यान रखना हैः- (1) ध्यान एवं योग का अभ्यास रोज करें। (2) ताजा एवं हल्का गर्म भोजन अवश्य करें। (3) भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें। (4) तीन से चार बार भोजन अवश्य करें। (5) किसी भी समय का भोजन नहीं त्यागें, एवं अत्यधिक भोजन से परहेज करें (6) हफ्ते में एक बार उपवास करें। (7) अमाशय का 1/3rd / 1/4th भाग रिक्त छोड़ें। (8) भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे-धीरे खायें। (9) भोजन लेने के बाद 3-5 मिनट टहलें। (10) सूर्यादय से पहले [5:30 – 6:30 am] जाग जायें। (11) रोज दो बार दांतों को साफ करें। (12) रोज जिव्हा करें। (13) भोजन लेने के बाद थोड़ा टहलें। (14) रात में सही समय पर [9-10 PM] नींद लें। किडनी रोग के दौरान योग और आसन (Yoga and Asana During Kidney Disease)किडनी विकार से छुटकारा पाने के लिए आप ये योग और आसन कर सकते हैंः-–
और पढ़ेंः गुर्दे की पथरी के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज किडनी में इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?-आमतौर पर किडनी इंफेक्शन की दवाएं एक सप्ताह तक चलती हैं और व्यक्ति पूरी तरह ठीक हो जाता है। हालांकि कुछ केस में इसका वक्त बढ़ सकता है। यदि किडनी इंफेक्शन का समय पर इलाज ना कराया जाए तो यह जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है।
किडनी इन्फेक्शन को कैसे ठीक किया जा सकता है?किडनी इंफेक्शन के इलाज के लिए एंटीबॉयोटिक्स को इस्तेमाल में लाया जाता है. किडनी इंफेक्शन में अक्सर अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है. अगर आपको बार-बार किडनी इंफेक्शन हो रहा है और एलोपैथिक दवाओं से ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है तो आप आयुर्वेदिक इलाज अपना सकते हैं.
किडनी में इन्फेक्शन हो तो क्या नहीं खाना चाहिए?अचार और चटनी- अचार और मसालेदार चटनी में खूब सारा नमक होता है. बनाते समय इनमें सोडियम का बहुत इस्तेमाल होता है. ये शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. खासतौर से किडनी के मरीजों को अचार और चटनी का सेवन बिल्कुल नहीं या बहुत ही कम मात्रा में करनी चाहिए.
किडनी के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुनर्नवा, गोक्षुर, वरूण, गुडुची, कासनी, तुलसी, अश्वगंधा तथा आंवला जैसी 20 आयुर्वेदिक बूटियां किडनी फंक्शन को दुरुस्त करने में सफल है.
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