कम बोलने वाले लोग कैसे होते हैं? - kam bolane vaale log kaise hote hain?

यदि आप कम बोलने वाला लोगों को गलत समझते हो तो आज आपका सोच बदल जायेगा . क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने कम बोलने वाले लोगों के 7 ऐसे खासियत के बारे में बताया है जिसे पढ़कर आप kam bolne wala के बारे में गलत नहीं सोचेंगे . इसे पढने के बाद आप कम बोलने के फायदे और नुकसान के बारे में भी जान जायेंगे . यदि आप भी चुप रहते है और ज्यादा बोलते नहीं तो यह आपका कमजोरी नहीं बल्कि सबसे बड़ा ताकत है जो आपको कम बोलने वाले के खासियत जानकार पता चलेगा .

कम बोलने वाले लोग कैसे होते हैं? - kam bolane vaale log kaise hote hain?

  • कम बोलने वाले (kam bolne wala) लोगों के 7 खासियतें – Quality Of Less Speaking People
  • कम बोलने वाले लोग समझदार होते है
  • ऐसे लोग ज्यादा इंटेलीजेंट होते है .
  • दिल के काफी अच्छे होते है .
  • अपने टाइम को बकवास वातों में नहीं लगाता
  • कम बोलने वाला लोग अकेले रहने से नहीं डरते
  • ऐसे लोगों का फोकस बहुत अच्छा होता है
  • कम बोलने वाले पर लोग ज्यादा विश्वास करते है
  • conclusion

कम बोलने वाले (kam bolne wala) लोगों के 7 खासियतें – Quality Of Less Speaking People

दोस्त , दुनिया में लगभग 50% लोग कम बोलते है . जो सोचते है की ज्यादा बोलना अच्छा होता है जिसके वजह से वह खुद को ज्यादा बोलने पर मजबूर करते है . जिससे उन्हें बहुत सारे गलतियों का सामना करना परता है . यदि आप भी कम बोलते हो और सोचते हो की शायद यह आपकी कमजोरी है तो ऐसा बिलकुल नहीं है .

यदि आप सोचते हो की kam bolne wala log इंटेलीजेंट नहीं होते वह ज्यादा समझदार नहीं होते तो आपका सोच बिलकुल गलत है . क्योंकि कम बोलने वाले में भी बहुत सारे खूबियाँ होते है . एक रिसर्च के अनुसार जितने भी जीनियस लोग हुए है उनमे से अधिकतर कम बोलते थे .

इसका मतलब ये नहीं की वह बोलते ही नहीं थे वह समय के अनुसार कम या ज्यादा बोलते है . तो आओ पढ़ते है कि क्या है वह खासियत जो कम बोलने वाला लोगों में होते है .

कम बोलने वाले लोग समझदार होते है

ऐसे लोग अपने समझदारी से सामने वाले का बात सुनते है वह एक अच्छे श्रोता होते है . जिससे सामने वाले व्यक्ति अपना बात अच्छे से रख पाता है . शायद कम ही लोग होते है जो लोगो के बात अच्छे से सुनते है पर कम बोलने वाले में यह खूबिय होती है .

जब कम बोलने वाला लोग दुसरे के बात अच्छे से सुनता है तो सामने वाला को आपमें इंटरेस्ट आता है . वो सोचता है की आप कितने समझदार हो क्योंकि आजकल सब सुनाने में ही लगे है सुनने वाले कम ही है .

जो लोग किसी दुसरे के बात बात को सुनते है , अपने समझदारी से उसको लाइफ में अप्लाई करते है उसे सक्सेस भी जल्दी मिलते है . और यह खासियत सिर्फ कम बोलने वालों में ही होता है .

ऐसे लोग ज्यादा इंटेलीजेंट होते है .

क्योंकि आपने भी देखा होगा कि kam bolne wala log अपने बात को एक लाइन में बोल देते है . जबकि ज्यादा बोलने वाले उसे घुमा – फिर कर बोलते है . कम बोलने वाले लोगो के बात को लोग हमेशा ध्यान से सुनते है क्योंकि ऐसे लोग जब भी कुछ बोलते है तो उसमे बहुत सारे बाते छुपे होते है जिसे वह कम शब्दों में ही बोल देते है .

जबकि ज्यादा बोलने वाले लोगों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते . वैसे लोग अपने आप में ही कुछ भी बोलते रहते है जो मन में आया बोल देते है .

कम बोलने वाले लोग अपने मन में ऐसे – ऐसे एक्सपेरिमेंट करते रहते है ऐसे – ऐसे बाते सोचते रहते है जो उन्हें इंटेलीजेंट बनाता है . ऐसे लोग जब भी बोलते है तो सोच समझकर बोलते है . जबकि ज्यादा बोलने वाले कुछ भी बोलकर बाद में पचताते है .

दिल के काफी अच्छे होते है .

जब भी आपको कोई वंदा ऐसा दिखे जो कम बोलते है , तो उसके दिल को समझना आपको पता चलेगा ऐसे लोग अपनों के लिए मर मिटने को तैयार होते है . कम बोलने वाले लोगो का दिल बहुत ही साफ़ होते है .

इस तरह के लोग कोई भी बात आपको ऐसा नहीं बोलेगा जिससे आपको ठेस पहुचे . इनके साथ कोई प्रॉब्लम हो तो दुसरे के साथ शेयर नहीं करता बल्कि खुद के मन में रखकर उसे सोल्व करते है .

कम बोलने वाला लोग एक बार रिश्ता बनाता है तो उसे अपने दिल से निभाते है .

अपने टाइम को बकवास वातों में नहीं लगाता

जो लोग कम बोलते है वह ऐसे किसी भी जगह नहीं रहता जहाँ कोई बकवास की बात चल रहा हो और उसका टाइम खराब करता हो . जैसे ही उन्हें पता चलता है की यंहां कुछ सिखने की बात नहीं चल रही तो वह वहां से साइड हो जाते है .

आपने देखा होगा जब भी कोई बेकार की बात करता है कुछ भी बहस करते है तो कम बोलने वाला लोग उसमे अपना तांग नहीं अराता . अगर वह बोलता भी है तो इस तरह से बोलते है की सामने वाला हार्ट न हो जाये . सामने वाला जैसा बोलेगा उसी में राजी हो जाते है .

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कम बोलने वाला लोग अकेले रहने से नहीं डरते

आप देखोगे की जो लोग कम बोलते है वह कभी भी ज्यादा लोगो के साथ नहीं रहता . वह ज्यादातर अकेला ही रहता . इस तरह के लोग अपने काम से मतलब रखते है . हमेशा अपने आप को improve करने में लगे रहते है . अपने सपनो को पूरा करने में लगे रहते है . जिससे ऐसे लोगो को उसका सपना भी पूरा हो जाता है .

इनका मानना होता है की वह सबसे अलग है . और इसी के वजह से अपना सारा टाइम काम पर लगाते है ताकि अपने आइडेंटिटी को पुरे दुनिया को दिखा सके . इस तरह के लोगों का सबसे बड़ा दोस्त उसका मन होता है .

ऐसे लोगों का फोकस बहुत अच्छा होता है

kam bolne wala log में फोकस बहुत ही अच्छा होता है क्योंकि ऐसे लोग काम से मतलब रखता है . दुनिया में जितने साइंटिस्ट हुए है उनमे से अधिकांस कम बोलते थे जिसका फोकस बहुत ही तगरा हुआ करता था .

इन्सान के अंदर फोकस तभी आता है जब वह अपने आस पास से ध्यान हटाकर अपने काम पर लाता है . और ऐसे लोगो के अंदर अकेले रहने का सबसे बड़ा खासियत होता है जो इन्हें फोकस रखने में मदद करता है . आप तो जानते ही है किसी भी लक्ष्य को अचीव करने के लिए फोकस का होना बहुत जरुरी होता है .

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कम बोलने वाले पर लोग ज्यादा विश्वास करते है

यदि आप कोई सीक्रेट बात किसी ज्यादा बोलने वाले व्यक्ति को बोल देते हो तो उसे वह बात पेट में पचता नहीं . कही न कही जाकर बोल ही देंगे . क्योंकि जब भी कोई बोलता है तो वह वही बोलता है जो उसने कही सुना हो या जिस तरह का इनफार्मेशन उसके अंदर हो .

जबकि कम बोलने वाले लोग ऐसा नहीं करते . आप कभी भी उसे कोई सीक्रेट बात बताओगे तो किसी से नहीं बोलता . जिसके कारण लोग उसपर ज्यादा विश्वास करते है . और इस तरह के लोग को लोग अपने दिल का बात बताने से भी लोग कतराते नहीं है .

कम बोलने वाले लोगो में यह विस्वास की शक्ति ही उसे आगे लेकर जाता है .

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conclusion

यदि आप भी कम बोलते है तो आज के बाद यह कभी नहीं सोचंगे की मैं कम बोलता हूँ . दोस्त जरा सोचो किसी के अंदर इतना गुण हो तो वह क्या नहीं कर सकता . लेकिन फिर भी लोगो को लगता है की शायद कम बोलना मेरी कमजोरी है . नहीं यार ये आपकी कमजोरी नहीं बल्कि आपका ताकत है जो आपको भगवन ने वरदान के रूप में दिया है . इतना खुभी तो ज्यादा बोलने वाले में भी नहीं होते .

तो इसमें आपने कम बोलने वाले के खुबिये के बारे में पढ़ लिया और इसे पढने से आप इसका फायदा भी जान गए होंगे . अगर आपका कोई दोस्त ज्यादा बोलता है तो उसे यह आर्टिकल भेज देना वह आपके जैसा बनने को तरशने लगेगा .

इसे पढने से आपके सोच में क्या बदलाब आया आपके अंदर कैसा फीलिंग आया कमेंट में बता देना ताकि मुझे भी पता चल सके की इससे कितने लोगो को फायदा हुआ .

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बहुत कम बोलने से क्या होता है?

कम बोलने से आपकी बात में गंभीरता होती है, जिससे सभी आपकी बात को सुनने में दिलचस्पी लेते हैं। रिश्ते मज़बूत होते हैं- जब आप किसी को ध्यान से सुनते हैं तो बात करने वाले व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है। सुनने से दूसरों की बातों को अच्छी तरह से समझा जा सकता है।

कम बोलने वाले इंसान को क्या कहते हैं?

स्विटज़रलैंड के लुसान बिज़नेस सॉल्यूशन के CEO ग्रेगरी पॉन्ट्रेली कहते हैं कि बहुत से बेबाक बोलने वाले लोग भी शर्मीले मिज़ाज के होते हैं. उन्हें भी कई बार लोगों की भीड़ के सामने बोलने में दिक़्क़त होती होती है.

कम बोलने वाले कैसे होते हैं?

कम बोलने वाले लोग समझदार होते है जिससे सामने वाले व्यक्ति अपना बात अच्छे से रख पाता है . शायद कम ही लोग होते है जो लोगो के बात अच्छे से सुनते है पर कम बोलने वाले में यह खूबिय होती है . जब कम बोलने वाला लोग दुसरे के बात अच्छे से सुनता है तो सामने वाला को आपमें इंटरेस्ट आता है .

ज्यादा बोलने वाले लोग कैसे होते हैं?

इन्हे ऐसे इंसान अच्छे लगते हैं जो loyal यानी ईमानदार होते हैं। उन्ही से अच्छी दोस्ती रखते हैं। धीरे-धीरे जब ये और भी कंफर्टेबल हो जाते हैं तो इतना ज्यादा बोलते हैं कि बेहद बोलते हैं और इनके पास बहुत सारे टॉपिक्स भी होते हैं क्योंकि मन में सब कुछ भरा हुआ है..... ।