विषयसूची लेखिका को चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या कहकर चिढाते थे?इसे सुनेंरोकेंलेखिका बचपन में रात में टेबल लैंप की रोशनी में काम करती थी जिसके कारण उनकी आंखों की रोशनी कम होने लगी और उन्हें चश्मा लगाना पड़ा । चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें लंगूर कहकर चिढ़ाते थे । लेखिका के चचेरे भाई ने उसे क्या कह कर छेड़ा था?इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- दिन की रोशनी को छोड़कर रात में टेबल लैंप के सामने काम करने के कारण लेखिका को चश्मा लगाना पड़ा। जब पहली बार लेखिका ने चश्मा लगाया तो उसके चचेरे भाई ने उसे छेड़ते हुए कहा कि, देखो! कैसी लग रही है! आपख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की पर नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की! लेखिका के समय में छालों का इलाज कब शुरू होता था? इसे सुनेंरोकेंहमें जब नए जूते मिलते, उनके साथ ही छालों का इलाज शुरू हो जाता। लेखिका अपने बचपन में कौन कौन सी चीजें मजा लेकर खाती थी उनमें से प्रमुख फलों के नाम लिखो?इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- लेखिका बचपन में चाकलेट और चने जोर गरम और अनारदाने का चूर्ण मज़ा ले-लेकर खाती थीं। रसभरी, कसमल और काफ़ल उनके प्रिय फल थे। जूतों के बारे में लेखिका कृष्णा सोबती का क्या अनुभव रहा है?इसे सुनेंरोकेंइसकी सख्त मनाही थी। हम बच्चे इतवार की सुबह इसी में लगाते। धो लेने के बाद अपने-अपने जूते पॉलिश करके चमकाते। जब जूते कपड़े या ब्रश से रगड़ते तो पॉलिश की चमक उभरने लगती। लेखिका ने चश्मा क्यों बनवाया होगा? इसे सुनेंरोकेंलेखिका को रात में टेबल लैंप के सामने बैठकर पढ़ने के कारण उनकी नजर कमजोर हो गई थी, इस वजह से उन्हें चश्मा लगाना पड़ा। उनके चचेरे भाई चश्मा लगाने पर उन्हें छेड़ते हुए कहते थेआँख पर चश्मा लगाया ताकि सूझे दूर की यह नहीं लड़की को मालूम सूरत बनी लंगूर की! शरूु में लेखिका को क्या अटपटा लगा?इसे सुनेंरोकेंशहतूत और फ़ाल्से और खसखस के शरबत का स्थान कोक-पेप्सी ने ले लिया है। 4. पाठ से पता करके लिखो कि लेखिका के चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्यों छेड़ते थे। लेखिका ने पहली बार चश्मा लगाया था इसलिए वो कुछ अजीब सी लग रही थीं, उन्हें खुद भी अटपटा सा लग रहा था। नए जूते पहनने के बाद छालों का उपचार लेखिका कैसे करती थीं?इसे सुनेंरोकेंQuestion. नए जूते पहनने के बाद छालों का उपचार लेखिका कैसे करती थीं? लेखिका को नए जूतें से ज़्यादा पुराने जूतें पहनना पसंद था क्योंकि नए जूतें पहनने से पैरों में छाले हो जाते थे। लेखिका को नए जूतें से ज़्यादा पुराने जूतें पहनना पसंद था क्योंकि नए जूतें पहनने से पैरों में छाले हो जाते थे। बचपन में लेखिका के पैरों पर छाले कैसे पड़ जाते थे? इसे सुनेंरोकेंउत्तर – नए जूते लगने का अर्थ है जूते पहनने पर पैरों में छाले पड़ जाना। इसका उपचार करने के लिए रुई मोज़े के अंदर रख लिया करते थे। लेखिका बचपन में इतवार की सुबह क्या क्या काम करते थे?इसे सुनेंरोकेंलेखिका बचपन में इतवार की सुबह क्या-क्या काम करती थी ं? बचपन में इतवार की सुबह लेखिका अपने मोजे धोती थी, फिर जूतों पर पॉलिश करके उसे कपड़े या ब्रश से रगड़कर चमकाती थी। Bachpan बचपन आपकी वसंत पुस्तक Class 6 हिन्दी का दूसरा पाठ है , जिसकी लेखिका कृष्णा सोबती जी हैं। यहाँ आपको बचपन पाठ के शब्दार्थ व पाठ 2 बचपन के प्रश्न उत्तर दिए जा रहे हैं, उम्मीद है आपको Bachpan (बचपन) Class 6 Hindi Ncert solution For Chapter 2 के लिए काफी मदद मिलेगी। पाठ – २ बचपन ( संस्मरण )लेखिका – कृष्णा सोबती जीBachpan बचपन आपकी वसंत पुस्तक Class 6 हिन्दी का दूसरा पाठ है , जिसकी लेखिका कृष्णा सोबती जी हैं। यहाँ आपको बचपन पाठ के शब्दार्थ व पाठ 2 बचपन के प्रश्न उत्तर दिए जा रहे हैं, उम्मीद है आपको Bachpan (बचपन) Class 6 Hindi Ncert solution For Chapter 2 के लिए काफी मदद मिलेगी। Bachpan बचपन Class 6 Hindi Chapter 2 NCERT Solutionsबचपन पाठ के शब्दार्थशब्द – अर्थ सायना – बड़ा Bachpan बचपन Class 6 Hindi NCERT SolutionsBachpan बचपन पाठ के प्रश्न उत्तर :- गद्यांश आधारित प्रश्न –प्रश्न १- बचपन पाठ की लेखिका कौन है? प्रश्न २ -लेखिका को परिवार में सब क्या कहकर बुलाते थे ? प्रश्न ३ –
कन्फेक्शनरी काउंटर पर क्या मिलता था ? प्रश्न ४ – ऐनक से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर ने क्या सलाह दी ? प्रश्न ५ – लेखिका के पहनने-ओढ़ने में क्या बदलाव आए हैं ? Bachpan बचपन Class 6 Hindi NCERT Solutionsप्रश्न ६ – बचपन में लेखिका इतवार की सुबह क्या-क्या काम करती थी ? प्रश्न ७ – लम्बी सैर पर निकलते समय लेखिका अपने पास क्या रखती थी ? और क्यों ? प्रश्न ८ – शनिवार को लेखिका व उसके भाई-बहन को क्या पीना पड़ता था ? प्रश्न ९ – लेखिका के बचपन की कौन-कौन सी खाने की चीजें बदल गईं हैं ? प्रश्न १० – लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा ? चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या कहकर चिढ़ाते थे ? प्रश्न ११ – लेखिका अपने
बचपन में कौन-सी चीजें मजा लेकर खातीं थीं ? संस्मरण से –प्रश्न १ – बचपन में लेखिका इतवार की सुबह क्या-क्या काम करती थी ? प्रश्न २ – ‘तुम्हें बताऊँगी कि हमारे समय और तुम्हारे समय में कितनी दूरी हो
चुकी है।’-इस बात के लिए लेखिका क्या-क्या उदाहरण देती हैं? क – तब कुछ घरों में ग्रामोफ़ोन थे, रेडियो और टेलीविजन न थे, लेकिन आज ये सब हर घर में है। प्रश्न ३ – पाठ से पता करके लिखो कि लेखिका को चश्मा क्यों लगाना पड़ा? चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्या
कहकर चिढ़ाते थे? प्रश्न ४ – लेखिका अपने बचपन में कौन सी चीजें मजा लेकर खातीं थीं ? संस्मरण से आगे –प्रश्न १ – लेखिका के बचपन में हवाई जहाज़ की आवाजें, घुड़सवारी, ग्रामोफ़ोन और शोरूम में शिमला-कालका ट्रेन का मॉडल ही आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें थीं। आज क्या-क्या आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें तुम्हें आकर्षित करती हैं ? उनके नाम लिखो। उत्तर– आज हमें निम्नलिखित आश्चर्यजनक आधुनिक चीजें आकर्षित करती हैं- तेज रफ़्तार वाले लड़ाकू विमान, भूमि पर तथा भूमिगत मेट्रो ट्रेन, कंप्यूटर तथा इंटरनेट, मोबाइल, रोबोट, मोटर कार, बाइक
आदि। प्रश्न २– अपने बचपन की किसी मनमोहक घटना को याद करके विस्तार से लिखो। Bachpan बचपन Class 6 Hindi NCERT Solutionsअनुमान और कल्पना –प्रश्न १ – सन् 1935-40 के लगभग लेखिका को बचपन शिमला में अधिक दिन गुज़रा उन दिनों के शिमला के विषय में जानने का प्रयास करो। उत्तर – लेखिका का बचपन अधिकांशतः शिमला में गुजरा। उन दिनों शिमला में विकास होने लग गया था। वहाँ रेस्टोरेंट, मॉल, अच्छी दुकानें,- आदि खुल गईं थीं। जहाँ खाने – पीने की अनेक चीजें मिलतीं थीं। कभी-कभी हवाई जहाज भी दिखाई दे जाता था। प्रश्न २ – लेखिका ने इस संस्मरण में सरवर के माध्यम से अपनी बात बताने की कोशिश की है, लेकिन सरवर का कोई परिचय नहीं दिया है। अनुमान लगाइए कि सरवर कौन हो सकता है? उत्तर – संस्मरण में बीते समय के घटनाएँ ही किसी के साथ बातचीत में शामिल की जाती हैं। लेखिका ने संस्मरण में सरवर के माध्यम से अपनी
बात कही है। सरवर ऐसा बालक रहा होगा, जिसकी उम्र दस बारह साल की रही होगी। वह लेखिका का परिचित भी हो सकता है। भाषा की बात –क्रियाओं से भी भाववाचक संज्ञाएँ बनती हैं। जैसे मारना से मार, काटना से काट, हारना से हार, सीखना से सीख, पलटना से पलट और हड़पना से हड़प आदि भाववाचक संज्ञाएँ बनी हैं। तुम भी इस संस्मरण से कुछ क्रियाओं को छाँटकर लिखो और उनके भाववाचक संज्ञा बनाओ। उत्तर – क्रिया से भाववाचक संज्ञा
प्रश्न 2. अब तुम नीचे लिखे वाक्यों को पढ़ो और उनके सामने विशेषण के भेदों को लिखो- उत्तर – वाक्य विशेषण के भेद(क) दो दर्जन – निश्चित संख्यावाचक प्रश्न ३ – कुछ करने को –प्रश्न १ – अगर तुम्हें अपनी पोशाक बनाने को कहा जाए तो कैसी पोशाक बनाओगे और पोशाक बनाते समय किन बातों का ध्यान रखोगे? अपनी कल्पना से पोशाक का डिज़ाइन बनाओ। उत्तर – अगर हमें अपनी पोशाक बनाने को कहा जाए तो हम वर्तमान समय में चल रहे डिज़ाइन तथा रंगों के अनुसार पोशाक बनाएँगे। पोशाक बनाते समय मौसम, कपडे तथा माप का विशेष ध्यान रखेंगे। हम ऐसी पोशाक बनाना चाहेंगे जो हमारे ऊपर अच्छी लगे। प्रश्न २. तीन-तीन के समूह में अपने साथियों के साथ कपड़ों के नमूने इकट्ठा करके कक्षा में बताओ। इन नमूनों को छूकर देखो और अंतर महसूस करो। यह भी पता करो कि कौन-सा कपड़ा किस मौसम में पहनने के लिए अनुकूल है। प्रश्न 3.हथकरघा और मिल के कपड़े बनाने के तरीकों के बारे में पता करो। संभव हो तो किसी कपड़े के कारखाने
में जाकर जानकारी इकट्ठी करो। प्रश्न 4. उत्तर– छात्र अध्यापक की मदद से स्वयं करें। इन्हें भी पढ़ें – संज्ञा किसे कहते है ? Class 6 हिन्दी व्याकरण के पाठों के Solutions के लिए यहाँ क्लिक करें ⇐ शुǾ शुǾ में लेखिका को क्या अटपटा लगा?लेखिका ने पहली बार चश्मा लगाया था इसलिए वो कुछ अजीब सी लग रही थीं, उन्हें खुद भी अटपटा सा लग रहा था। इस कारण उनके चचेरे भाई उन्हें छेड़ते थे।
शिमला में लेखिका सिर पर क्या लगाती थी?लेखिका बचपन के दिनों में सिर पर टोपी लगाना पसंद करती थी। उनके पास कई रंगों की टोपियाँ थीं।
कृष्णा सोबती को बचपन में हर शनिवार को क्या पीना पड़ता था?Answer: पाठ बचपन में हर शनिवार को लेखिका को ऑलिव ऑयल या कैस्टर ऑयल पीना पड़ता था।
कृष्णा सोबती जी को चश्मा क्यों लगाना पड़ा?उत्तर:- दिन की रोशनी को छोड़कर रात में टेबल लैंप के सामने काम करने के कारण लेखिका को चश्मा लगाना पड़ा।
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