Free Show General Knowledge and General Awareness Practice Set 10 Questions 10 Marks 6 Mins Last updated on Nov 16, 2022 SSC CPO Tentative Answer Key for the SSC CPO Exam held from 9th to 11th November 2022 has been released. Candidates can raise objections against the answer key from 16th to 20th November 2022 against a fee of INR. 100 per question. SSC CPO Admit Card Link for CR, NER, MPR Region & Application Status for CR, WR, NR, NER, ER, MPR, KKR, SR Regions active! The Staff Selection Commission had released the exam date for Paper I of the SSC CPO 2022. As per the notice, Paper I of the SSC CPO is scheduled to be held from 9th November to 11th November 2022. The candidates can check out the SSC CPO Exam Analysis to check the difficulty level and good attempts for each shift exam.
पंचायत समिति तहसील (तालुक) के रूप में भारत में सरकार की स्थानीय इकाई होती है। यह उस तहसील के सभी गाँवों पर सामान रूप से कार्य करता है और इसको प्रशासनिक ब्लॉक भी कहते हैं। यह ग्राम पंचायत और जिला परिषद के मध्य की कड़ी होती है।[1] इस संस्था का विभिन्न राज्यों में भिन्न नाम हैं। उदाहरण के लिए आंध्र प्रदेश में इसे मंडल प्रजा परिषद्, गुजरात में तालुका पंचायत और कर्नाटक में मंडल पंचायत के नाम से जाना जाता है। संरचना[संपादित करें]भारत की प्रशासनिक प्रणाली आम तौर पर, क्षेत्रवार चुने गए सदस्यों और खंड विकास अधिकारी, अन्यथा अपूर्वदृष्ट सदस्यों (अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला प्रतिनिधि), सह-सदस्य (उदाहरण के लिए उस क्षेत्र का बड़ा किसान, सहकारी समितियों के प्रतिनिधि और कृषि विपणन सेवा क्षेत्र से) तथा जिला परिषद के लिए तहसील स्तर पर चुने गये सदस्य मिलकर पंचायत समिति का निर्माण होता हैं।[2] इस समिति का चुनाव पाँच वर्षों से होता है और इसके अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का चुनाव, चुने हुये सदस्य मिलकर करते हैं।[2] इसके अलावा अन्य सभी पंचायत समितियों पर्यवेक्षण के लिए एक सरपंच समिति भी होती है। मंडल परिषदों की संरचनामंडल परिषद् का निर्माण राजस्व मंडल से इस प्रकार होता है कि मंडल परिषद् और राजस्व मंडल का दायरा लगभग समान होता है। मंडल परिषद् निम्नलिखित सदस्यों से मिलकर बनी होती है::
सम्बंधित मंडल के गाँवों के सभी सरपंच, मंडल परिषद् बैठकों के स्थायी आमंत्रित सदस्य होते हैं। विभाग[संपादित करें]पंचायत समिति में सामान्यतः निम्न विभाग सर्वत्र पाये जाते हैं:[1]
पंचायत समिति में प्रत्येक विभाग का अपना एक अधिकारी होता है, अधिकतर ये राज्य सरकार द्वारा नियुक्त सरकारी कर्मचारी होते हैं जो अतिरिक्त कार्यभार के रूप में यह कार्य करते हैं लेकिन कभी-कभी अधिक राजस्व वाली पंचायत समिति में ये स्थानीय कर्मचारी भी हो सकते हैं। सरकार नियुक्त प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) इन अतिरिक्त कार्यभार अधिकारियों और पंचायत समिति का पर्यवेक्षक होता है और वास्तव में सभी कार्यों का प्रशासनिक मुखिया होता है।[3] कार्य[संपादित करें]पंचायत समिति, ग्राम पंचायत स्तर द्वारा तैयार किये गयी सभी भावी योजनाओं को संग्रहीत करती है और उनका वित्तीय प्रतिबद्धता, समाज कल्याण और क्षेत्र विकास को ध्यान में रखते हुये लागू करवाती है तथा वित्त पोषण के लिए उनका क्रियान्वयन करती है। आय के स्रोत[संपादित करें]पंचायत समिति की आय निम्न तीन स्रोतों से होती है:[4][5][6]
अधिकतर पंचायत समितियों की आय का स्रोत राज्य सरकार द्वारा दिया गया अनुदान होता है। अन्य स्रोतों से पारम्परिक कार्यक्रम बहुत बड़ा राजस्व प्राप्त करने का स्रोत होता है। राजस्व कर सामान्यतः ग्राम पंचायतों और पंचायत समिति में साझा किया जाता है।[4][6] सन्दर्भ[संपादित करें]
क्षेत्र पंचायत अधिकारी कौन होता है?Detailed Solution. सही उत्तर विकास अधिकारी है। पंचायत समिति पंचायती राज संस्थाओं का एक मध्यवर्ती स्तर है। पंचायत समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रखंड विकास अधिकारी होते हैं।
पंचायत समिति में सरकार का बड़ा अधिकारी कौन होता है?सरकार नियुक्त प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) इन अतिरिक्त कार्यभार अधिकारियों और पंचायत समिति का पर्यवेक्षक होता है और वास्तव में सभी कार्यों का प्रशासनिक मुखिया होता है।
ग्राम पंचायत का पदाधिकारी कौन होता है?जिला दंडाधिकारी द्वारा अधिसूचित यथा संभव 7,000 की जनसंख्या पर एक ग्राम पंचायत का गठन किया जाता है । ग्राम पंचायत का प्रधान मुखिया कहलाता है ।
ग्राम पंचायत का प्रथम अपीलीय अधिकारी कौन होता है?2/ सू0अ0 /05 /3442 दिनांक 24.09.2007 के द्वारा विभाग के अधिनस्थ लोक प्राधिकरणों पंचायती राज संस्थाओं (जिला परिषद् / पंचायत समिति / ग्राम पंचायत) में लोक सूचना अधिकारी एवं अपील अधिकारी नियुक्त किये गये थे । 01. उक्त लोक प्राधिकरणों में नियुक्त प्रथम अपील अधिकारी निर्वाचित जनप्रतिनिधि (जिला प्रमुख / प्रधान / सरंपच ) है ।
|