नसों के दर्द के लिए कौन सा तेल अच्छा है? - nason ke dard ke lie kaun sa tel achchha hai?

नसों में दर्द की वजह से बहुत अधिक असहजता महसूस हो सकती है। सामान्यतः यह एक गंभीर स्थिति नहीं होती है, लेकिन यह कभी-कभी घातक भी हो सकती है। अगर आपको नसों में दर्द महसूस होता है, तो अपने डॉक्टर को जल्द से जल्द इसकी जानकारी दें। लेकिन, अगर दर्द हल्का है तो आप इसे कुछ बेहतरीन घरेलू उपायों और नुस्खों से ठीक कर सकते हैं। इन उपायों की मदद से आपको दर्द और असहजता दोनों से जल्दी राहत मिलेगी। 

(और पढ़ें - नसों में दर्द के लक्षण)

तो आइये आपको बताते हैं, नसों में दर्द के घरेलू उपाय और नुस्खे –

घर पर ही तेल से मालिश करना मांसपेशियों में दर्द को कम कर सकता है. हालांकि, मालिश के लिए सही तेल का चुनाव करना भी जरूरी है. हम आपको ऐसे ऑयल के बारे में बताएंगे, जो कारगर साबित हो सकते हैं. जानें इनके बारे में...

बिजी शेड्यूल के कारण ज्यादातर लोग अपनी बॉडी पर उतना ध्यान नहीं दे पाते हैं, जितना उन्हें देना चाहिए. काम के चलते थकान और स्ट्रेस ( Stress issue ) के कारण बॉडी के कई हिस्सों में दर्द भी शुरू हो जाता है. मांसपेशियों ( Muscle pain relief tips ) में दर्द के चलते प्रभावित व्यक्ति के रोजमर्रा के कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं. इसके लिए सही डाइट के अलावा थोड़ी फिजिकल एक्टिविटी ( Physical activity ) भी करनी जरूरी होती है. कोरोना के कारण ज्यादातर लोगों को घरों में घंटों एक ही जगह बैठकर काम करना पड़ रहा है. इसका परिणाम ये है कि उनकी मांसपेशियों में खिंचाव रहने लगता है. इस खिंचाव का दर्द इतना ज्यादा होता है कि कभी-कभी इसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है. वैसे तो इस कंडीशन में डॉक्टर की सलाह लेना बेस्ट है, लेकिन घरेलू उपचार अपनाकर भी इस समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है.

घर पर ही तेल से मालिश करना मांसपेशियों में दर्द को कम कर सकता है. हालांकि, मालिश के लिए सही तेल का चुनाव करना भी जरूरी है. हम आपको ऐसे ऑयल के बारे में बताएंगे, जो कारगर साबित हो सकते हैं. जानें इनके बारे में…

सरसों का तेल और लहसुन

हेल्थ के लिए बेहद अच्छा माने जाने वाला सरसों का तेल शरीर की थकान दूर करने में भी बेस्ट है. बस इससे मालिश करने का सही तरीका मालूम होना चाहिए. आपको एक कटोरी में सरसों का तेल लेना है और उसे गैस पर गर्म होने के लिए रख दें. इसमें दो से तीन लहसुन के टुकड़े पीसकर डालें और पकने दें. जब तेल हल्का गुनगुना हो जाए, तो इसे दर्द से प्रभावित शरीर के हिस्सों पर लगाएं और मालिश करें. नियमित रूप से ऐसा करने पर आप मांसपेशियों में राहत महसूस कर पाएंगे.

सरसों का तेल और अजवाइन

अगर आपको मांसपेशियों में अक्सर दर्द या खिंचाव महसूस होता है, तो इसे दूर करने के लिए सरसों के तेल और अजवाइन की मालिश करें. एक कटोरी में तेल लें और उसमें तेल डालकर गैस पर गर्म होने दें. इस दौरान तेल में एक चम्मच अजवाइन डालें और पकने दें. तैयार तेल जब थोड़ा गुनगुना हो जाए, तो इसकी अच्छे से शरीर पर मालिश करें. ध्यान रहे कि आपको मालिश हल्के हाथों से करनी है. ये नुस्खा कारगर साबित हो सकता है.

तिल का तेल

कहते हैं कि इस तेल की तासिर गर्म होती है और इसकी मालिश बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है. इस तेल की मालिश करने से मांसपेशियों में दर्द तो दूर होगा, साथ ही इनमें आई ऐंठन भी खत्म की जा सकती है. एक कटोरी में तिल का तेल लें और इसे कुछ देर के लिए गैस पर गर्म करें. तेल के हल्का ठंडा होने के बाद इससे बॉडी की मसाज करें. आप चाहे तो बिना गर्म किए भी इस तेल की मालिश कर सकते हैं.

आधुनिक जीवनशैली ने जितनी सुविधाएं नहीं जुटाई हैं, उससे ज्यादा लोगों के लिए सेहत से जुड़ी मुश्किलें बढ़ाई हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं तो सीधे-सीधे इस जीवनशैली की ही देन हैं। नसों के दर्द की समस्या ऐसी ही एक समस्या है, जो गलत जीवनशैली या दिनचर्या के कारण लोगों को परेशान करती है। इस दर्द को कई बार हम हल्के में लेते हैं, लेकिन ऐसा करना गंभीर स्वास्थ्य समस्या को एक तरह से दावत है। अच्छी बात यह है कि अगर समय रहते नसों के दर्द के बारे में आपने अपेक्षित पहल शुरू कर दी तो इससे निजात मुमकिन है। यह भी कि दवा के बिना घरेलू तरीकों से भी आप नसों के दर्द को ठीक कर सकते हैं।

इन दिनों कामकाजी लोगों को घंटों तक एक ही अवस्था में बैठकर काम करना पड़ता है। यह स्थिति खासतौर पर तब ज्यादा होती है जब कंप्यूटर पर काम करना पड़ता है। इस वजह से नसों में दर्द होना आम बात है। इस तरह काम करने वाला अमूमन हर व्यक्ति शरीर के किसी न किसी हिस्से में नसों के दर्द की समस्या से ग्रस्त होता है। अक्सर इस दर्द के इलाज के लिए दवाएं या फिजियोथेरेपी की सलाह दी जाती है। ये दोनों ही विकल्प ऐसे हैं जिनसे स्थायी लाभ की उम्मीद नहीं की जा सकती। वहीं, घरेलू उपायों से आसान तरीके से नसों में दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। अच्छी बात यह कि ये तरीके कारगर तो हैं पर खर्चीले नहीं।

सलाह और उपचार
-शरीर और सेहत के लिए वटामिन-बी का काफी महत्व है। खासतौर पर विटामिन बी12 लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और हड्डियों एवं नसों को स्वस्थ रखता है। इसकी कमी की वजह से भी नसों में दर्द हो सकता है। अंडे, दूध और अन्य दुग्ध उत्पादों में विटामिन बी12 पाया जाता है। अपने आहार में विटामिन बी12 को जरूर पर्याप्त रूप में शामिल करें।

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-नियमित व्यायाम करने से मांसपेशियां दुरुस्त रहती हैं। कई अध्ययनों में भी यह बात सामने आई है कि योग और दूसरे व्यायाम से नसों में दर्द कम होने में मदद मिलती है। ‘साइटिक नर्व’ की तकलीफ के मामले में भी व्यायाम लाभदायक है। इससे मांसपेशियों में लचीलापन एवं संतुलन बढ़ता है।

-नसों में दर्द से राहत पाने के लिए एक्यूपंक्चर चिकित्सा पद्धति की भी मदद ली जा सकती है। प्रभावित हिस्से की त्वचा की अंदरूनी सतह में सुइयों को लगाया जाता है। इससे शरीर में एंडोर्फिन और अन्य दर्द निवारक हार्मोन पैदा होता है, जिससे नसों के दर्द से काफी राहत मिलती है।

-हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व भी दर्द और ‘रुमेटाइड आर्थराइटिस’ के इलाज में उपयोगी है। अध्ययनों में सामने आया है कि करक्यूमिन नसों में दर्द से राहत दिलाता है। चाय, सब्जी या दूध में हल्दी मिलाकर ले सकते हैं। इसमें एंटी-आॅक्सीडेटिव, एंटी-इंफ्लामेट्री और नसों को सुरक्षा प्रदान करने वाले गुण होते हैं।

नसों के लिए कौन सा तेल सबसे अच्छा है?

SBM Ayur आयुर्वेदिक ऑयल 100 ml | स्पाइडर नसों को ठीक करने में मदद करता है | रक्त परिसंचरण में सुधार करता है | पैर की मांसपेशियों में ऐंठन और सूजन को कम करता है | पैर में दर्द से राहत प्राकृतिक तेल | केवल बाहरी उपयोग के लिए

पैर के नसों में दर्द हो तो क्या करना चाहिए?

पैरों की नसों में दर्द होने पर आप हल्दी के लेप का इस्तेमाल कर सकते हैं. हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पैरों की नसों में हो रहे दर्द से छुटकारा दिलाने में असरदार हो सकता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए हल्दी में थोड़ा सा सरसों का तेल डालकर इसे पैरों पर लगा लें. इससे काफी आराम मिलेगा.

नसों में दर्द किसकी कमी से होता है?

किस विटामिन की कमी से होता है नसों में दर्द खसतौर पर अगर आपके शरीर में विटामिन बी6 और विटामिन बी12 की कमी है तो इस तरह की परेशानी हो सकती है. अगर आपके शरीर में लंबे समय तक विटामिन बी की कमी बनी रहती है और समय पर इसका उपचार नहीं किया तो इससे आपका नर्व डैमेज हो सकता है.

भारत में नसों के दर्द की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

नसों में दर्द का घरेलू उपचार है विटामिन बी12 विटामिन बी खासतौर पर विटामिन बी12 लाल रक्‍त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और हड्डियों एवं नसों को स्‍वस्‍थ रखता है। इसकी कमी की वजह से भी नसों में दर्द हो सकता है। अंडे, दूध और अन्‍य दूध से बने उत्‍पादों में विटामिन बी12 पाया जाता है।