खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

बवासीर का इलाज अगर सही समय पर नहीं किया जाए तो ये बहुत तकलीफ देती है, आप भी अगर परेशान हैं तो छुटकारा पाने के लिए अपनाएं यह घरेलू उपाय।

बवासीर की समस्या आज के समय में लोगों में होना मामूली बात हो गई है। यह ज्यादातर 45 से 65 साल के लोगों में होती है। यह मलाशय के आस-पास की नसों में सूजन के कारण होती है। इसके लिए हमारी जीवनशैली दोषी होती है क्योंकि अधिक बैठे रहने, शरीर को कम एक्टिव रखने, पेट खराब होने, बिना शैड्यूल के किसी भी तरह का खाना खा लेने से यह समस्या होती है। बवासीर दो तरह की होती है, एक खूनी बवासीर जिसमें मलद्वार से खून भी निकलता है और दूसरी बादी बवासीर जिसमें मलद्वार के आसपास खुजली, जलन और दर्द होता है। अगर इसका सही समय पर इलाज ना किया जाए तो यह बेहद तकलीफदेह हो सकती है। इससे ऑपरेशन के जरिए भी छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन हम आपको कुछ ऐसे घरेलू टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप घर पर ही इसका इलाज कर सकते हैं।

बर्फ- यह बवासीर में अपनाया जाने वाला पहला घरेलू उपाय है। यह नसों में आई सूजन को कम करता है साथ ही दर्द से तुरंत राहत देता है। इसके लिए बर्फ के कुछ टुकड़ों को एक कपडे में लपेट कर मलद्वार पर 10 मिनट के लिए रोजाना लगाएं इससे आपको कुछ ही दिनों में राहत मिल जाएगी।

एलोवेरा- यह खूनी और बादी दोनों बवासीर के लिए लाभदायक है। खुजली और जलन से इससे तुरंत राहत मिलती है। इसके लिए एलोवेरा की पत्तियों को काटकर फ्रिज में रख दें। इनके ठंडा होने पर इसे लगाएं।

नींबू का रस- इसमें ऐसे कई न्यूट्रिऐंट्स होते हैं जो बवासीर को ठीक करने में सहायता करते हैं। इसके लिए ताजा निकले नींबू के रस को रूई पर लेकर लगाएं। इससे आपको कुछ देर के लिए जलन होगी पर यह जल्द ही आपको राहत देगा।

चाय पत्ती- चाय की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें और इसे गर्म करके बवासीर के दानों पर लगाएं। इसे लगाने से दाने सूखने लगते हैं।

मेहंदी के पत्ते- मेहंदी के पत्तों को पानी के साथ पीसकर लगाने से दाने सुखकर अपने आप गिरने लग जाते हैं। साथ ही मेहंदी ठंडी होती है तो वो जलन-खुजली में भी राहत देती है।

आंवला- बवासीर में आंवला बहुत फायदेमंद होता है। एक चम्मच आंवले का चूर्ण रोजाना सुबह-शाम शहद के साथ लेने से बवासीर के दानों में सूजन कम होती है।

पाइल्स के बारे में आपने सुना ही होगा क्योंकि यह बहुत ही आम समस्या है और अधिकतर 45 से 65 वर्ष की उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा होती है। पाइल्स का दर्द बहुत ही भयंकर और दर्दनाक होता है, इसमें आपके गुदा में और गुदा के निचले हिस्से के चारों ओर नसों में सूजन आ जाती है। इसमें कभी कभी आपकी गुदा में भयंकर दर्द के साथ खुजली होना और मल के साथ खून आना इसके आम लक्षणों में से एक है। जिन व्यक्तियों को बवासीर होता है उन्हें उठने-बैठने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके इलाज के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं साथ ही साथ कुछ घरेलू नुस्खों (Piles Home Remedies in Hindi) की सहायता से भी इसका इलाज किया जा सकता है। आइये जानते हैं पाइल्स को सही करने के कुछ घरेलू रामबाण इलाज।

बवासीर के कारण और लक्षण

बवासीर को हेमोरोइड या पाइल्स भी कहा जाता है। यह 2 प्रकार का होता है- आंतरिक और बाहरी, आंतरिक बवासीर गुदा के अंदर होता है और बाहरी बवासीर गुदा के बाहर होता है। 75 प्रतिशत लोगों को बवासीर एक ही जगह पर होता है और 50 से ज्यादा की आयु वाले व्यक्तियों में यह काफी आम होता है। यह अनस की ब्लड वेसल्स पर ज्यादा दबाव के कारण होता है। जिस व्यक्ति को पाइल्स होता है उसके अनस में सूजन आ जाती है और गुदा में और उसके आस-पास छोटे छोटे मस्से हो जाते हैं।

आहार में फाइबर की कमी, अपर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन, खराब जीवन शैली, तनाव, मल त्यागते समय तनाव, कब्ज और दस्त, लंबे समय तक लगातार बैठे या खड़े रहना, शौचालय में लंबे समय तक बैठे रहना, अनल सेक्स, लगातार भारी सामान उठाने से, मोटापे से ग्रस्त होने की वजह से आपको पाइल्स हो सकता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के समय भी पाइल्स हो सकता है। अगर इसके लक्षणों की बात की जाये तो कई बार शुरूआती दिनों में रोगी में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते परन्तु कुछ समय बाद महसूस होने लगते हैं। पाइल्स के कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं-

  • खुजली
  • जलन होना
  • बेचैनी होना
  • दर्द
  • गुदा में गांठ हो जाना
  • सूजन
  • मल के साथ खून आना

ऊपर दिए गए लक्षणों को आप बाहरी बवासीर में अनुभव करेंगे।

अक्सर लोगों को यह एहसास नहीं होता कि वे पाइल्स से पीड़ित हैं। गुदा में दर्द होना और खून बहना इसका बहुत आम लक्षण है। इसके अलावा गुदा में खुजली होना और गुदा से डिस्चार्ज होना भी काफी आम लक्षणों में से एक है। पर आपको चिंता करने कि कोई जरुरत नहीं है। सौभाग्य से, इस समस्या का इलाज आपके घर में ही आपको आसानी से मिल जायेगा। यहाँ पाइल्स के लिए कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो बहुत ही चमत्कारिक परिणाम देते हैं। आइये जानते हैं पाइल्स के कुछ घरेलू उपाय-

खान-पान में सुधार: आप अपने खान पान की आदतों और जीवन शैली में कुछ बदलाव लाकर पाइल्स की समस्या का घरेलू उपचार कर सकते हैं। अपने भोजन में फाइबर युक्त फल और सब्जियों को शामिल करके आप अपने मल त्यागने की आदत को नियमित कर सकते हैं। इसके अलावा रात के समय कोशिश करें की ज्यादा हैवी भोजन न करें और जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके पानी और तरल पदार्थ पियें।

पाइल्स के रोगियों को कैफीन के सेवन से भी बचना चाहिए, ऐसा करने से आप बवासीर से मुक्ति पा सकते हैं।

वजन कम करके: अधिक वजन होना भी पाइल्स का एक बहुत बड़ा कारण होता है, बवासीर को खत्म करने के लिए जरूरी है की आप अपना वजन घटायें। बहुत बार डॉक्टर्स भी पाइल्स के इलाज के लिए वजन घटाने की सलाह देते हैं। उसके लिए जरुरी है की आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और अपनी डाइटरी हेबिट्स में उचित सुधार करें। ऐसा करके आप घर पर ही बवासीर का इलाज कर सकते हैं और भविष्य में इस समस्या का शिकार होने से भी बच सकते हैं।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

विच हेज़ेल: बहुत से लोग बाहरी पाइल्स से राहत पाने के लिए विच हेज़ल का उपयोग करते हैं, प्राकृतिक विच हेज़ेल एंटीऑक्सीडेंट और अज्वलनशील होता है जो नील पड़ने से भी बचाता है। यह एक एस्ट्रिजेंट होता है जो हेमोरोइड्स में टिस्सुस को श्रिंक करने का काम करता है।

एक कॉटन बॉल पर थोड़ा सा विच हेज़ल लगाने से हेमोराइड और उसके कई लक्षणों में राहत मिलती है। विच हेज़ल का प्रयोग करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे डाइल्यूट करने के लिए इसमें अल्कोहल न मिलाएं क्योंकि ऐसा करने से हेमोरोइड और परेशान हो सकता है या सूख भी सकता है।

सिट्ज़ स्नान: सिट्ज़ स्नान एक प्रकार का गर्म और शैलो स्नान होता है जो पेरिनेम को साफ करता है, जो गुदाशय और वल्वा या स्क्रोटम के बीच की जगह होती है। एक सिट्ज़ स्नान जननांग क्षेत्र में दर्द और खुजली से भी राहत प्रदान करता हैं।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

सिट्ज़ स्नान बवासीर के दर्द, जलन, और सूजन में राहत प्रदान करता हैं, लेकिन इसके साथ अन्य उपचार की भी आवश्यकता होती है।

मूली का जूस: अगर आपको बवासीर है तो मूली का जूस और मूली खाना दोनों ही बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। परन्तु इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की एक बार में 25 से 50 gram तक ही जूस लेना चाहिए।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

अरण्डी का तेल: कैस्टर ऑयल या अरंडी का तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरिया और अज्वलनशील जैसे गुण होते हैं। इसलिए, इसमें पाइल्स के आकार को कम करने और इसमें होने वाले दर्द को कम करने की शक्ति होती है। इसके लिए हर रात दूध में 3ml कैस्टर ऑयल लें साथ ही आप इसे प्रभावित जगह पर भी लगा सकते हैं। कैस्टर ऑयल को प्रभावित जगह पर लगाने और इसके नियमित सेवन से बवासीर के दर्द में आराम मिलता है।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

किशमिश का जूस: किशमिश की सहायता से भी आप पाइल्स का घरेलू उपचार कर सकतें हैं। किशमिश का जूस बनाकर पिया जाये तो यह भी बवासीर में बहुत फ़ायदेमंद होता है। किशमिश की कुछ मात्रा लेकर उसे पूरी रात पानी में भिगोकर रखें और सुबह इस पानी में ही किशमिश को पीसकर पीने से बवासीर से राहत मिलती है।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

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तोरई का जूस: इस घरेलू उपचार के लिए आपको चाहिए की कड़वी तोरई का रस निकालकर उसमे थोड़ी हल्दी और नीम का तेल मिलाकर लेप बना लीजिये और प्रतिदिन पाइल्स के मस्सों पर लगाइये ऐसा करने से पाइल्स के मस्से जड़से खतम हो जाते हैं।

नारियल का तेल: पाइल्स के घरेलू उपायों में से एक ये भी है। नारियल का तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है, जो हेमोराइड के लक्षणों को काम करने में मदद करता है। नारियल के तेल को लगाने से जलन और सूजन कम हो सकती है।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

एलोवेरा: एलोवेरा का अज्वलनशील गुण बवासीर की सूजन को शांत करने में मदद करता है। एलोवेरा (इसके बारे में भी पढ़ें: Aloe Vera ke Fayde in Hindi) की सहायता से आप पाइल्स का घर में इलाज कर सकते हैं। इसके अज्वलनशील गुण के कारण ही इसका उपयोग हेमोरोइड के कई लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।

खुजली वाली बवासीर को कैसे ठीक करें? - khujalee vaalee bavaaseer ko kaise theek karen?

आइस पैक के सहायता से: पाइल्स में बर्फ या ठंडे पैक लगाने से दर्द और सूजन से छुटकारा पाने में भी मदद मिल सकती है। जब आप बैठे हुए हों या जब हेमोराइड फ्लेरेस हो तो आइस पैक लगाने से दर्द में और सूजन में अस्थायी रूप से आराम मिलता है। त्वचा को नुकसान से बचाने के लिए आइस क्यूब्स को एक छोटे तौलिये में लपेट कर 15 min के लिए लगाना चाहिए और इस प्रक्रिया को प्रति घंटा दोहराएं।

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असाफोटीडा या हींग: अपने भोजन में हींग को शमिल करने से आपका पाचन सिस्टम सही बना रहता है और डाइजेस्टिव हेल्थ अच्छी बनी रहती है। हींग पाइल्स को ठीक करने में भी काफी योगदान देती है। हींग का सेवन आप अपनी सब्जी में डालकर या पानी में घोलकर कर सकते हैं।

सीलियम हस्क: सीलियम हस्क एक सप्लीमेंट है जो आपके फाइबर का सेवन बढ़ाने में मदद करता है, और आपके मल को नरम करता है जिससे आपको मल त्यागने में परेशानी न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखें की फाइबर की मात्रा ज्यादा न लें वरना आपको गैस हो सकती है, और आपके पेट में भी कमी आ सकती है। अगर आप सीलियम हस्क ले रहें हैं तो जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।

इप्सम साल्ट और ग्लिसरीन: यह घरेलू उपचार दर्दनाक बवासीर को कम करने में मदद करता है। इन दोनों को साथ में मिलाकर लगाने से सूजन में आराम मिलता है। इस मिश्रण का प्रयोग इस प्रकार करें- ग्लिसरीन और इप्सम साल्ट की 2-2 चम्मच लेकर मिलाएं और प्रभावित जगह पर लगायें और 15 से 20 तक इसे लगा रहने दें। इसे हर 4 से 6 घंटे के अंतराल पर लगाते रहें जब तक कि दर्द से राहत नहीं मिल जाती।

अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं तो एक बार इन घरेलू उपायों को अवश्य इस्तेमाल करें। इन सभी घरेलू उपायों (Piles Home Remedies in Hindi) की सहायता से आप आसानी से बवासीर से छुटकारा पा सकते हैं और ये सभी घरेलू नुस्खे आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं।

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खुजली वाली बवासीर का क्या इलाज है?

हॉट वॉटर बाथ यानी गरम पानी में नहाने से भी बवासीर यानी पाइल्स में राहत मिलती है। इससे सूजन और खुजली कम हो जाती है। इसके अलावा नारियल का तेल भी फायदा पहुंचाता है। प्रभावित हिस्से पर नारियल तेल लगाने से सूजन और खुजली कम हो जाती है।

बवासीर में खुजली क्यों होती है?

बवासीर की शुरुआत में ही मलाशय में खुजली की समस्या होती है। खास कर कि आंतरिक बवासीर में। जहां मांसपेशियां जमा हो जाती हैं और जिससे खुजली हो सकती है। ऐसे में अगर आपको लगे कि आपके मलाशय की खुजली ज्यादा बढ़ गई है और रेगुलर हो रही है तो आपको डॉक्टर जरूर दिखाना चाहिए और इसकी स्क्रीनिंग करवाएं।

लैट्रिन की जगह पर खुजली हो तो क्या करना चाहिए?

नारियल तेल त्वचा को शांत करता है और इसके जीवाणुरोधी गुण एनल इचिंग के लिए जिम्मेदार संक्रमण का इलाज कर सकते हैं। खुजली और जलन से राहत पाने के लिए दिन में दो बार कुछ गर्म नारियल तेल रगड़ें। हालांकि, सुनिश्चित करें कि आप बाद में साफ पानी से इस क्षेत्र को धो लें। एलोवेरा में गुण होते हैं जो एनल इचिंग से छुटकारा दिलाते हैं।

बवासीर को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?

देसी घी अपने गुणों के लिए जाना जाता है. अगर आप नियमित रूप से देसी घी का सेवन करते हैं तो कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए देसी घी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें और बवासीर वाली जगह पर नियमित तौर पर लगाने से कुछ ही दिनों में बवासीर की समस्या गायब हो जाएगी.