खादर और बांगर से आप क्या समझते हैं? - khaadar aur baangar se aap kya samajhate hain?

खादर उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदियों की बाढ़ का पानी पहुँचता रहता है।इस भाग की मिट्टी सदैव नवीन होती रहती है।मिट्टी की नवीनता के कारण भूमि की ऊपजाऊ शक्ति में निरन्तर वृद्धि होती है।खादर के भू-भाग की यह विशेषता है कि यहाँ मिट्टी सदैव पोषक तत्त्वों से भरपूर रहती है।नदियों की बाढ़ के साथ बहकर आई मिट्टी इस भू-भाग को पूरी तरह से उपजाऊ बना देती है।

Solution : बांगर - ये पुरानी जलोढ़ मिट्टि वाले भू-भाग है। इस प्रकार की जलोढ़ के लगतार एकत्रित होने पर छज्जे जैसी संरचना बन जाती है, जो बाढ़ प्रभावी मैदान के स्तर जितनी ऊपर उठ जाती है। कंकरो के संरक्षण के कारण यह जगह प्रायः अनुर्वर रहती है। खादर - नवीनतम और बाढ़ मैदानों का युवा संग्रहण खादर कहलाता है।

Explain:खादर वह नीचा भाग है जहां नदियों के बाढ़ का जल प्रति वर्ष आता है। बाढ़ के जल के साथ नवीन मिट्टी भी इस प्रदेश में जमा होती रहती है। इसी कारण इस प्रदेश का निर्माण नवीन जलोढ़ द्वारा होता है। यह प्रदेश अत्यधिक उपजाऊ होता है, जहां गहन खेती की जाती है। जबकि पुरानी जलोढ़ मिट्टी वाला क्षेत्र बांगर कहलाता है। यह प्रदेश मैदान का वह ऊंचा भाग है जहां नदियों की बाढ़ का जल नहीं पहुंचता है। यह पुरानी जलोढ़ मिट्टी द्वारा बना होता है। इसमें कंकड़ के रूप में चूनायुक्त संसाधनों की अधिकता होती है। बांगर मिट्टी के उन क्षेत्रें में जहां सिंचाई कार्यों की अधिकता होती है वहां पर कहीं-कहीं भूमि पर एक नमकीन सफेद परत बिछी हुई पायी जाती है। सफेद परत वाली इस मिट्टी को रेह या कल्लर के नाम से जाना जाता है। ....और भी जाने

महत्वपूर्ण प्रश्न जरूर पढ़ें

बांगर - ये पुरानी जलोढ़ मिट्टि वाले भू-भाग है। इस प्रकार की जलोढ़ के लगतार एकत्रित होने पर छज्जे जैसी संरचना बन जाती है, जो बाढ़ प्रभावी मैदान के स्तर जितनी ऊपर उठ जाती है। कंकरो के संरक्षण के कारण यह जगह प्रायः अनुर्वर रहती है।

खादर - नवीनतम और बाढ़ मैदानों का युवा संग्रहण खादर कहलाता है। लगभग हर वर्ष इसकी मिट्टि बदलती रहती है। अतः यह उपजाऊ और प्रचुर पैदावार के लिए उपयुक्त है। 


Que : 252. बांगर एवं खादर से आप क्या समझते हैं?

Answer:

उत्तर. बांगर- पुराने जलोढ़ अवसादों से निर्मित उच्च आकार के भू स्थल को बांगर कहते हैं। ऊँचाई के कारण बाढ़ का जल यहाँ तक नहीं पहुँचता है।
खादर- बाढ़ की नवीन जलोढ़ मिट्टी से निर्मित निचले मैदानों को खादर कहते हैं। यह संपूर्ण भाग बाढ़ का मैदान है। 3 दक्कन के पठार का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।

बागड़ एवं खादर से आप क्या समझते हैं?

बांगर- पुराने जलोढ़ अवसादों से निर्मित उच्च आकार के भू स्थल को बांगर कहते हैं। ऊँचाई के कारण बाढ़ का जल यहाँ तक नहीं पहुँचता है। खादर- बाढ़ की नवीन जलोढ़ मिट्टी से निर्मित निचले मैदानों को खादर कहते हैं। यह संपूर्ण भाग बाढ़ का मैदान है।

खादर से आप क्या समझते हैं?

खादर उस भू-भाग को कहा जाता है, जहाँ प्रति वर्ष नदियों की बाढ़ का पानी पहुँचता रहता है। इस भाग की मिट्टी सदैव नवीन होती रहती है। मिट्टी की नवीनता के कारण भूमि की ऊपजाऊ शक्ति में निरन्तर वृद्धि होती है। खादर के भू-भाग की यह विशेषता है कि यहाँ मिट्टी सदैव पोषक तत्त्वों से भरपूर रहती है।

बांगर क्या है उत्तर?

बांगर भूमि के उस उच्च भाग को कहा जाता है जहां बाढ का पानी नही पहुंच पाता है। इसमे चूना कंकड़ पाए जाते है। यह पुरानी जालोढ होने के कारण नवीन जालोढ की तुलना में कम उर्वर होते है। बांगर मिट्टी के प्राय और समतल तथा अधिक कंकड़ वाले छेत्र को भूड कहा जाता है।

बांगर और खादर मिट्टी में क्या अंतर है?

खादर मिट्टी बांगर मिट्टी से अधिक उपजाऊ होती है। बांगर मिट्टी खादर मिट्टी से कम उपजाऊ होती है। खादर मिट्टी प्रायः चिकनी होती है तथा इसमें कैल्सियम का अभाव होता है। इसमें कंकड़ होते हैं तथा इसमें कैल्सियम कार्बोनेट होता है।