Balbharti Maharashtra State Board Class 10 Hindi Solutions Lokbharti Chapter 3 वाह रे! हमदर्द Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers. Show Hindi Lokbharti 10th Std Digest Chapter 3 वाह रे! हमदर्द Textbook Questions and Answers कृति सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए: प्रश्न
1. उत्तर: प्रश्न 2.
प्रश्न 3. उत्तर: प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. उत्तर: प्रश्न 7. अत: मरीज के पास ज्यादा देर तक बैठना, जोर-जोर से बोलना, मरीज की बीमारी के बारे में नकारात्मक बातें करना आदि उचित नहीं है। जहाँ तक हो सके, मरीज का उत्साह बढ़ाना चाहिए। अस्पताल में डॉक्टर मरीज को उसकी आवश्यकता के अनुसार दवाएँ देते हैं। इसलिए मरीज से देसी नुस्खे आजमाने की बातें नहीं करनी चाहिए और न ही डॉक्टर की दवा के बारे में रोगी के मन में किसी तरह का भ्रम पैदा करना चाहिए। भाषा बिंदु प्रश्न 2.
प्रश्न 3. प्रश्न 4.
उपयोजित लेखन प्रश्न.
उत्तर: विद्यालय के सभी अध्यापक मंच पर खादी का कुर्ता-पाजामा और खादी टोपी पहनकर विराजमान थे। प्रमुख अतिथि के रूप में शहर के वयोवृद्ध गांधीवादी जनार्दन पाटील उपस्थित थे। मंच पर गांधी जी की तस्वीर सुशोभित हो रही थी। समारोह की शुरुआत ‘वंदे मातरम्’ गीत से हुई। विद्यालय के प्रधानाचार्य राम रतन जोशी ने उपस्थित लोगों का परिचय दिया और देश के लिए गांधी जी के योगदान की चर्चा की। प्रमुख अतिथि जनार्दन पाटील ने गांधी जी के जीवन की कई घटनाओं के बारे में बताया। उन्होंने गांधी जी के हमेशा सत्य बोलने के आग्रह के बारे में बताया और कहा कि हमें सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। अपने लाभ के लिए कभी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। विद्यालय के उपमुख्याध्यापक सुधीर देशपांडे ने प्रमुख अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। Hindi Lokbharti 10th Textbook Solutions Chapter 3 वाह रे! हमदर्द Additional Important Questions and Answers कृतिपत्रिका के प्रश्न 1 (अ) तथा 1(आ) के लिए गद्यांश क्र.1 प्रश्न. कृति 1: (आकलन) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. उत्तर: प्रश्न 3. उत्तर: कृति 2: (आकलन) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. उत्तर: प्रश्न 3.
उत्तर:
कृति 3: (शब्द संपंदा) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. कृति 4: (स्वमत अभिव्यक्ति) प्रश्न. इसलिए मरीजों को महँगे दामों पर बाहर से दवाएँ खरीदने को बाध्य होना पड़ता है। इसके अलावा डॉक्टर के साथ-साथ अस्पताल के कर्मचारियों का व्यवहार भी रोगियों के प्रति बहुत खराब होता है। ऐसे में इन अस्पतालों में मरीज का ढंग से इलाज नहीं हो पाता। इसलिए लोग इन अस्पतालों में जाने से कतराते हैं। गद्यांश क्र.2 कृति 1: (आकलन) प्रश्न 1. प्रश्न 2. उत्तर: कृति 2: (आकलन) प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. उत्तर: कृति 3: (शब्द संपदा) प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. गद्यांश क्र. 3 प्रश्न. कृति 1: (आकलन) प्रश्न 1. (i) आगंतुक ने जब लेखक से आँख मिलाई तो एकदम चुप हो गया ………………………… प्रश्न 2. (i) दवा की शीशी कृति 2: (आकलन) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. उत्तर: प्रश्न 3. उत्तर: कृति 3: (शब्द संपदा) प्रश्न 1. प्रश्न 2. कृति 4: (स्वमत अभिव्यक्ति) प्रश्न. काली बिल्ली द्वारा रास्ता काट जाना, किसी कार्य को आरंभ करते समय किसी का छींक देना, घर से बाहर जाते हुए व्यक्ति को किसी के द्वारा टोका जाना आदि समाज में बहुप्रचलित अपशकुन हैं। इन अपशकुनों को मानने वालों की संख्या कम नहीं है। इन अपशकुनों के चक्कर में आकर कभी-कभी लोगों को हानि भी उठानी पड़ती है, फिर भी वे इन्हें मानने से नहीं चूकते। ये मान्यताएँ मनुष्य को कमजोर बनाती हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से इन शकुन-अपशकुनों को अंधविश्वास ही माना जाता है। गद्यांश क्र.4 प्रश्न. कृति 1: (आकलन) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. (i) लेखक ने बड़ी मुश्किल से कवि लपकानंद को विदा किया ………………………… कृति 2: (आकलन) प्रश्न 1. उत्तर: प्रश्न 2. प्रश्न
3. उत्तर: कृति 3: (शब्द संपदा) प्रश्न 1. कृति 4: (स्वमत अभिव्यक्ति) प्रश्न. जोड़-तोड़कर कविता तैयार करते ही ये श्रोता की तलाश करने लगते हैं और जो भी सामने मिल जाता है, उसे अपनी कविता सुनाए बिना नहीं छोड़ते। इनकी कविता सुनने के लिए कोई आसानी से तैयार नहीं होता। पर विद्वान कवि कभी अपनी कविता सुनाने की कोशिश नहीं करते। उनकी कविता सारगर्मित होती है और वे हर किसी को कविता सुनाते नहीं फिरते। भाषा अध्ययन (व्याकरण) प्रश्न. 1. शब्द भेद: 2. अव्यय: 3. संधि:
उत्तर:
4. सहायक क्रिया: 5. प्रेरणार्थक क्रिया:
उत्तर:
6. मुहावरे: (2) अधोरेखांकित वाक्यांश के लिए उचित मुहावरे का चयन कर वाक्य फिर से लिखिए: 7. कारक: 8. विरामचिह्न: 9. काल परिवर्तन: 10. वाक्य भेद: (2) निम्नलिखित वाक्यों का अर्थ के आधार पर दी गई सूचना के अनुसार परिवर्तन कीजिए: 11. वाक्य शुद्धिकरण: उपक्रम/कृति/परियोजना किसी सार्वजनिक या ग्राम
पंचायत की सभा में अंगदान’ के बारे में अपने विचार प्रस्तुत कीजिए। प्रत्यारोपण के लिए गुर्दे, लिवर, फेफड़े, हृदय, हड्डियाँ, अस्थि मज्जा, त्वचा, अग्न्याशय, कॉर्निया, आँत आदि का दान दिया जाता है। अंगदान की प्रक्रिया को दुनिया भर में प्रोत्साहित किया जाता है। भारत में यह कानूनन वैध है। अंगदान समाज के लिए एक चमत्कार साबित हुआ है। हालाँकि माँग की तुलना में आपूर्ति बहुत कम है। वाह रे! हमदर्द Summary in Hindiवाह रे! हमदर्द विषय-प्रवेश : अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए मरीज को देखने जाने की परंपरा समाज में पुरानी है। इससे मरीज को खुशी होती है और कुछ समय के लिए उसका ध्यान अपने कष्ट से हट जाता है। पर कुछ मिलने वाले ऐसे होते हैं, जो मरीज के लिए परेशानी का कारण बन जाते हैं। प्रस्तुत हास्य-व्यंग्यात्मक निबंध में लेखक ने दुर्घटना के माध्यम से एक ऐसी ही स्थिति का चित्रण किया है। निबंध में जहाँ एक ओर समाज में विद्यमान परोपकार की भावना पर प्रकाश डाला गया है, वहीं दूसरी ओर बड़े ही रोचक ढंग से हमदर्द लोगों की मानसिकता को भी चित्रित किया गया है। कभी-कभी हमदर्दी भी रोगी की मानसिक पीड़ा का कारण बन जाती है। वाह रे! हमदर्द मुहावरे – अर्थ
अ 4 मरीज से मिलने जाते समय कौन कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए इस विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए?This is an Expert-Verified Answer
मरीज से आवश्यक बातें ही करनी चाहिए। आवाज ऊँची न हो और उसमें विनम्रता होनी चाहिए। डॉक्टर, वार्ड बॉय, नर्स व अस्पताल के कर्मचारियों के कार्य में कोई बाधा न हो, इस बात का खयाल रखें। इस प्रकार सामाजिक शिष्टाचार व अनुशासन का पालन करते हुए हमें मरीज से मिलने जाना चाहिए।
कौन अपनी फुर्सत से मरीज से मिलने आते हैं?इंन्हे मरीज से हमदर्दी नहीं होती। ये केवल सुरत दिखाने आते हैं। मुहल्लेवाले अपनी फुरसत से आते हैं।
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