v नागौर – पंचायती राज की शुरुआत [2 अक्टूबर 1959] Show
v मकराना – संगमरमर के लिए प्रसिद्ध v मेड़ता सिटी – देश की पहली रेल बस [मेड़ता शहर से मेड़ता रोड (15 किमी) सन् 1994 में प्रारम्भ प्रतिदिन यह रेल बस छ: चक्कर लगाती है. v लाडनू – जैन विश्व भारती संस्था v परबतसर – राज्य का सबसे बड़ा पशु मेला v राजस्थान में अनुसूचित जनजाति की सबसे कम आबादी. v राज्य के सर्वाधिक पशु मेले नागौर में आयोजित किए जाते है. v राज्य में सर्वाधिक दलहन का उत्पादक जिला. v सर्वाधिक क्षेत्रफल में मुंग बोई और उत्पादन सर्वाधिक होता है. v पशु सम्पदा नागौर जिला का चौथा स्थान है. v भौगोलिक परिदृश्य à v स्थिति à 25025” से 27040” उत्तरी अक्षांश और 73018 से 75015’ पूर्वी देशांतर के मध्य v वर्षा à 31.17 से.मी., v क्षेत्रफल à 17,718 वर्ग किमी. v प्रमुख नदी à लूनी v बांध à भाकरी भोलास, हरसोट, मुंडवा का लाखोलाव तालाब, डेगाना का प्रताप सागर, परबतसर का पीर जी का नाका और डेगाना का हरसौर बांध प्रसिद्ध है. v वन à 235.93 वर्ग किलोमीटर. न्यूनतम वन क्षेत्र में नागौर का दूसरा स्थान v इतिहास à राजस्थान के निर्माण से पूर्व नागौर जोधपुर रियासत का भाग था. v प्राचीन नाम à अहिच्छत्रपुर था. v जिला प्रमुख à बिंदु चौधरी v सांसद – ज्योति मिर्धा v जिलाधीश à नागौर जिला कलेक्टर -->अशोक भंडारीv लोक देवता à o पीपासर – जांभोजी का जन्मस्थल o खरनाल – तेजाजी का जन्मस्थल o भुंडेल - हडबुजी का स्थान o मेड़ता – कल्लाजी का स्थान o पांचौरा – तल्लीनाथ जी की मूर्ति स्थापित v राजस्थान की धातु नगरी v शिकार प्रतिबंधित क्षेत्र – जरोदा और रोतू v नागौर जिले की बरुण गाँव की बकरियां देश में प्रसिद्ध v नागौरी नस्ल की गाय और बैलो के लिए नागौर में प्रजनन केन्द्र स्थापित v स्थानीय प्रशासन à उपखंड – 9, तहसील -10 , उप तहसीले -7 , कुल राजस्व ग्राम -1577 , ग्राम पंचायत -461 , पुलिस थाने -30 , चौकियां -21 , कारागृह -5 , निकाय -10 , विधानसभा क्षेत्र -10 , पंचायत समिति -11, नवीनतम घोषित ग्राम – 77, पटवार सर्किल -432. v नागौर जिला राजस्थान का सबसे बड़ा जिला है. जिला कलेक्टर जिला प्रशासन का सिर है. जिला प्रशासन में दो अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (नागौर एंड डीडवाना) उसे प्रशासनिक कर्तव्यों केनिर्वहन में मदद. v उप डिवीजन कार्यालय -- उप विभाजन के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक सहायता प्रदान में दस उप मंडल अधिकारी (SDOs) काम करते हैं. नागौर जिले के दस उप डिवीजनों है जो कर रहे हैं: नागौर, खींवसर, जायल, मेड़ता, डेगाना, डीडवाना, लाडनू, परबतसर, मकराना, नावां v तहसील इस जिले में दस तहसील मुख्यालय हैं. हर एक प्रशासनिक अधिकारी, जो भूमि - रिकॉर्ड करने के लिए ग्रामीण किसानों और जमीन धारकों की सेवा प्रणाली के साथ अनुसार काम करता है के रूप मेंएक तहसीलदार है. जिले की तहसीलें हैं: नागौर, खींवसर, जायल, मेड़ता, डेगाना, डीडवाना, लाडनू, परबतसर, मकराना, नावां तहसील "पटवार - मंडलों की एक संख्या है, जिनमें से प्रत्येक एक 'पटवारी landholders औरकिसानों के लिए गांव स्तर पर सेवा में शामिल है. कुचामन, देह, मौलासर, संजू, रियान, भेरुंडा और पीलवा - सात अपर / उप तहसील अर्थात् हैं. v ब्लॉक (पंचायत समितियों) नागौर जिले के 11 पंचायत समितियों ब्लॉक जो विकास इकाइयों में विभाजित है. प्रत्येक ब्लॉक(खंड विकास अधिकारी) बीडीओ ग्रामीण क्षेत्रों में जिला प्रशासन के representives के रूप में सेवा कीहै. नागौर, मुंडवा, जायल, मेड़ता, रिया बड़ी, डेगाना, डीडवाना, लाडनू, परबतसर, मकराना, कुचामन v विभिन्न विकास और ग्रामीण स्तर (ग्राम पंचायत स्तर) पर काम करता है परियोजनाओं ब्लॉककार्यालयों के माध्यम से चलाए जा रहे हैं. एक ग्राम सेवक प्रत्येक ग्राम पंचायत में नियुक्त किया जाता है विकास कार्यों का रिकार्ड रखने के लिए और आवश्यक विकास कार्य परियोजना. "ग्राम सभा(विलेज बैठक) निश्चित अंतराल पर आयोजित कर रहे हैं गांवों के विकास के बारे में चर्चा. जिले में 461 ग्राम पंचायतों हैं. डीडवाना को लोग आभा-नगरी उपकाशी के नाम से भी जानते है ! v जिले के विधायक à o लाडनू – हरजीराम बुरडक (निर्दलीय) o डीडवाना – रूपराम डूडी (कांग्रेस) o जायल – मंजू मेघवाल (कांग्रेस) o नागौर – हबीबुर्रहमान (भाजपा) o खींवसर – हनुमान बेनीवाल (भाजपा) o मेड़ता – सुखराम मेघवाल (भाजपा) o डेगाना – अजय किलक (भाजपा) o मकराना – जाकिर हुसैन (कांग्रेस) o नावां – महेंद्र चौधरी (कांग्रेस) o परबतसर – मानसिंह (भाजपा) v प्रथम अशोक चक्र विजेता – हवलदार शम्भूदयाल सिंह v बनवारी लाल जोशी – दिल्ली, मेघालय के उपराज्यपाल और उत्तराखंड के राज्यपाल रहे जोशी को हल में उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. (छोटी खाटू गाँव – नागौर) v राजस्थान राज्य टंग्स्टन विकास निगम लि. – डेगाना (22 नवम्बर 1988) v कुचामन – लोकनाट्य कुचामन ख्याल के लिए प्रसिद्ध है. लच्छीराम इसके प्रसिद्ध कलाकार है. v डीडवाना – यहाँ पर खारे पानी की झील स्थित है जिसका विस्तार १० वर्ग किलोमीटर है क्षेत्र है. यहाँ प्रमुख उद्योग राजस्थान स्टेट केमिकल्स वर्क्स स्थित है जो सोडियम सल्फाइड व सोडियम सल्फेट का निर्माण करता है. v गोटन – सन् 1984 में सफेद सीमेंट का बनाने का राज्य का पहला कारखाना स्थित है. v मेड़ता सिटी – भक्त शिरोमणी मीरा बाई का विशाल मंदिर . [ चारभुजा नाथ मंदिर इसका का निर्माण मीरा बाई के पितामह ने करवाया था ] श्रावणी एकादशी से पूर्णिमा तक प्रतिवर्ष झूलोत्सव मेला लगता है. मेड़ता के राजा मालदेव ने भी मालकोट किला बनाया. v जायल – गोठ मांगलोद गाँव में दधिमाता का प्राचीन मंदिर है. v नागौर दुर्ग – अमरसिंह राठौर की नगरी नागौर परकोटे के मध्य बसाई गई थी. नागौर दुर्ग धान्वन दुर्ग का उदाहरण है. राव अमरसिंह राठौर की छतरी – नागौर में झडा तालाब में. v भवाल माता का मंदिर – मेड़ता सिटी से 32 किलोमीटर की पर जसनगर क पास भवाल माता का मंदिर. v जिप्सम – देश में कुल उत्पादित जिप्सम का 93 प्रतिशत राजस्थान में होता है राजस्थान के जिप्सम के दो-तिहाई भण्डार नागौर जिले में है. v डेगाना भाखरी-सामरिक महत्त्व के खनिज टंगस्टन की एकमात्र खान v कुडकी (मेड़ता) कृष्ण भक्त मीराबाई का जन्म स्थान v अबुल फजल , फैजी का जन्म स्थान v डेगाना – देश की सबसे बड़ी टंगस्टन खनन परियोजना v परबतसर – राज्य का सबसे बड़ा पशु मेला वीर तेजाजी डाबड़ा कांड -- ग्राम डाबड़ा में 13 मार्च 1947 को किसानों एवं जमींदारों के बीच घमासान युद्ध लड़ा गया था। इसमें पांच किसान नेताओं को अपनी जान गंवानी पड़ी व कई घायल हुए।District Statistics CENSUS DATA 2011 (Provisional)
Panchayati Raj
Religion wise Percentage
Police Network
Education
Road Network
नागौर की बेटी ने एवरेस्ट पर फहराया हिन्दुस्तान का झंडा -- दीपिका राठौड़ [मई 2012, मौलासर(डीडवाना)] नए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक - डॉ. लक्ष्मण सिंह राठौड़ [2012] नागौर जिले में पर्यटक स्थल नागौर किले - सैंडी किला, केन्द्र स्थित है, 2 सदी पुराने, देखा कई लड़ाइयों, उदात्त दीवारों और विशाल परिसर, कई महलों और मंदिरों के अंदर रही है. Tarkeen दरगाह - अजमेर दरगाह के बाद हाल प्रसिद्ध पवित्र जगह है, मुसलमानों और सूफियों के लिए. ग्लास में जैन मंदिर - कांच की बुलंद संरचना, जैन समुदाय के लिए पवित्र जगह. Saiji का टंका - एक प्रसिद्ध संत की समाधि, सादगी और सच्चाई के साथ आत्मा की मुक्ति प्रेरित करती है, सांप्रदायिक सौहार्द के एक प्रतीक है. अन्य स्थानों अमर सिंह राठौड़ की कब्र, बंसीवाला मंदिर, नाथ जी की छतरी, बरली खींवसर -- खींवसर फोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग जोधपुर की ओर नंबर 65 पर नागौर से 42 किमी दूर स्थित है, थार रेगिस्तान के बीच में 500 साल पुराना किला, आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होटल में बदल गयाहै. मुगल सम्राट औरंगजेब यहाँ रहने खींवसर शहर के 25 छोटे मंदिरों, काला हिरण झुंड में घूम केएक बहुत लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं. पशु मेले रामदेव पशु मेला à नागौर (राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा पशु मेला) [माघ] वीर तेजाजी मेला à परबतसर (राजस्थान का दूसरा बड़ा मेला) [श्रावण] Other important Fairs of Nagaur District
अन्यस्थानों नागौर जिले में सबसे बड़ी तहसील कौन सी है?परबतसर है, इन १० तहसीलों में ग्रामो की संख्या के आधार पर खींवसर तहसील तहसील सबसे छोटी तहसील है और नावाँ तहसील सबसे बड़ी तहसील है।
नागौर में कुल कितने तहसील हैं?इस जिले में सोलह तहसील मुख्यालय हैं।
नागौर जिले का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?राजस्थान के नागौर जिले का बेरी गांव सबसे अमीर गांव माना जाता है. लगभग 10,000 आबादी वाले इस गांव में सभी धर्म के लोग रहते हैं. इस गांव में करीब 200 से ज्यादा लोग भारतीय सेना में देश की सेवा कर रहे हैं.
राजस्थान की सबसे बड़ी तहसील का नाम क्या है?तहसील पचपदरा राजस्व की दृष्टि से जिले का सबसे बड़ा क्षेत्र हैं। इसमें 61 पटवार मण्डल है।
|