नीम का पेड़ घर में क्यों नहीं लगाना चाहिए? - neem ka ped ghar mein kyon nahin lagaana chaahie?

विषयसूची

  • 1 घर के सामने नीम का पेड़ होने से क्या होता है?
  • 2 नीम के पेड़ को क्यों नहीं काटना चाहिए?
  • 3 नीम के पेड़ में जल देने से क्या होता है?
  • 4 नीम की पूजा क्यों करते हैं?
  • 5 मकान के सामने कौन सा पेड़ लगाना चाहिए?
  • 6 बरगद के पेड़ की पूजा कैसे की जाती है?
  • 7 नीम के नुकसान क्या है?
  • 8 नीम का पेड़ कब लगाना चाहिए?

घर के सामने नीम का पेड़ होने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंवास्तु शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति घर के दक्षिण भाग या वायव्य कोण में नीम का पेड़ को अपने घर पर लगाता है, उनके स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव होता है। नीम के पेड़ पर दैवी शक्तियों का वास माना जाता है। नीम के पौधे लगाने से पितरों की भी कृपा प्राप्त होती है और पितृ दोष का प्रभाव दूर होता है।

नीम के पेड़ को क्यों नहीं काटना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंचीन ने मरुस्थल के ब़ढ़ने को नहीं रोका, बल्कि उसके क्षेत्रफल को भी घटाया है। फलस्वरूप उत्तरी और पश्चिमी चीन में हजारों हैक्टेयर भूमि में पेड़-पौधों से विस्तारित हरियाली ने रेगिस्तान की चुनौती स्वीकार की है। 1981 के बाद करीब 2 लाख 19 हजार वर्ग किलोमीटर में 50 अरब वृक्षों को लगाया गया। …

क्या घर में नीम का पेड़ लगाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंघर या घर के आसपास नीम का पेड़ होना शुभ माना जाता है। यह पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पीपल का पेड़ लगाना उचित नहीं माना जाता है।

घर में कौन कौन से पेड़ शुभ होते हैं?

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  1. अशोक वास्तु की माने तो, अशोक का पेड़ घर के पास लगाना बहुत ही लाभकारी होता है।
  2. अश्वगंधा अश्वगंधा के बहुत सारे औषधीय गुण भी हैं, जिसके बहुत से लाभ हैं।
  3. नारियल
  4. अनार
  5. बरगद
  6. जामुन
  7. बेल
  8. हल्दी

नीम के पेड़ में जल देने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंइससे हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी। घर के पास नीम का पेड़ लगाने और नित्य इसमें जल अर्पित करने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है। 3. इस पेड़ की सेवा करने से आपके जीवन में कभी भी अमंगल नहीं होगा और मंगलदोष दूर हो जाएगा।

नीम की पूजा क्यों करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपटना: Neem Pooja: ज्योतिष शास्त्र में नीम का संबंध शनि और केतु से जोड़ा गया है. इसलिए दोनो ग्रहों की शांति के लिए घर में नीम का पेड़ लगाना चाहिए. नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है और इसके पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधित समस्याएं दूर होती हैं.

बरगद के पेड़ पर जल चढ़ाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंबरगद के पेड़ पर सफेद सूत के धागे को 11 बार बांधें और जल अर्पण करें इससे घर की दरिद्रता का नाश होता है. शनिवार के दिन बरगद के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए इससे बरगद की पूजा का लाभ मिलता है.

पीपल में किसका वास रहता है?

इसे सुनेंरोकेंवेदों में भी पीपल के पेड़ को पूजनीय कहा गया है. इसके मूल में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु और अग्रभाग में शिव का वास बताया गया है. स्कंद पुराण में कहा गया है कि पीपल के मूल में विष्णु, तनों में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में श्रीहरि और फलों में सभी देवताओं के साथ अच्युत भगवान निवास करते हैं.

मकान के सामने कौन सा पेड़ लगाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंनियमित रूप से अपने घर के आस-पास पीपल का पेड़ लगाने से राहु और शनि के प्रकोप से बचा जा सकता है और साथ ही घर में सुख समृद्धि का वास होता है। नियमित रूप से पीपल के पेड़ को जल देना बहुत जरूरी होता है। घर के आसपास आंवला का पेड़ लगाना भी घर के वातावरण के लिए शुभ होता है।

बरगद के पेड़ की पूजा कैसे की जाती है?

इसे सुनेंरोकेंपूजा विधि: सुहागिन महिलाएं प्रातः काल नित्यकर्म, स्नानादि करने के बाद समस्त पूजन सामग्री के साथ देवी सावित्री और सत्यवान की प्रतिमा लेकर निकट के वट वृक्ष के पास जाएं. वहां वट वृक्ष के नीचे सावित्री देवी की मूर्ति स्थापित कर बरगद के पेड़ की पूजा शुरू करें. वट वृक्ष पर जल चढ़ाएं.

नीम की गोली खाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंइसके इस्तेमाल से नेत्र विकार, नकसीर, आंतों के कीड़े, पेट की ख़राबी, भूख न लगना, त्वचा के अल्सर, हृदय और रक्त वाहिकाओं के रोगों (हृदय रोग), बुखार, मधुमेह, मसूड़ों की बीमारी (मसूड़े की सूजन) और जिगर के रोग ठीक हो जाते हैं.

क्या घर में नीम का पेड़ लगा सकते हैं?

नीम के नुकसान क्या है?

इसे सुनेंरोकें​पेट में हो सकती है समस्या नीम के अत्यधिक सेवन से पेट में जलन भी हो सकती है। इसलिए, इसका सेवन करने से पहले इसकी मात्रा का विशेष ध्यान रखें। लेकिन, ऐसा साबित करने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं है। फिर भी कई अध्ययनों के जरिए पता चला है कि इसका अत्यधिक प्रयोग पेट में समस्याएं पैदा कर सकता है।

नीम का पेड़ कब लगाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंवास्तु शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह की दिशा दक्षिण मानी जाती है इसलिए नीम का पेड़ इसी दिशा में लगाना चाहिए। कहा जाता है कि नीम का पेड़ मंगल की स्थिति को तय करता है की मंगल का प्रभाव शुभ होगा या अशुभ। अतः दक्षिण दिशा में नीम का एक बहुत बड़ा वृक्ष लगाना चाहिए।

नीम का पेड़ कौन सी दिशा में लगाएं?

इसे सुनेंरोकेंआप अपने घर की दक्षिण दिशा में नीम का एक पेड़ लगाएं और उसकी देखरेख करें जब तक की वह अच्छे से चेत नहीं जाता या बड़ा नहीं हो जाता है। यह पेड़ साक्षात मंगलदेव हैं।

नीम का पेड़ घर के सामने लगाने से क्या होता है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति घर के दक्षिण भाग या वायव्य कोण में नीम का पेड़ को अपने घर पर लगाता है, उनके स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव होता है। नीम के पेड़ पर दैवी शक्तियों का वास माना जाता है। नीम के पौधे लगाने से पितरों की भी कृपा प्राप्त होती है और पितृ दोष का प्रभाव दूर होता है।

नीम के पेड़ में कौन से भगवान का वास होता है?

नीम के पेड़ में माँ दुर्गा का वास माना जाता है.

नीम में किसका वास होता है?

नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है और इसके पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधित समस्याएं दूर होती हैं. भारत में कई स्थान पर नीम में दुर्गा जी के रूप का निवास माना जाता है.

नीम का पेड़ कौन सी दिशा में होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको घर के उत्तर-पश्चिम कोने में नीम का पेड़ लगाना चाहिए