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सॉफ्टवेयर प्रश्न 47 निम्नलिखित में से कौन एक कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है - प्रश्न 48 निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प ऑपरेटिंग सिस्टम का एक कार्य नहीं है
– प्रश्न 49 निम्नलिखित में से कौन एक जीयूआई (GUI)-आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है - प्रश्न 50 Windows 95 किस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम का एक उदाहरण है - प्रश्न 51 निम्नलिखित में से कौन एक कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है
- प्रश्न 52 निम्नलिखित में से कौन सा कार्य (फंक्शन) ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य कार्य नहीं है? प्रश्न 53 निम्न में से कौन-सा एक आॅपरेटिंग सिस्टम नहीं है - प्रश्न 54 किस तरह की फाइल में png एक्सटेंशन होता है? प्रश्न 55 प्रोग्रामों का एक संकलन जो एक कंप्यूटर के मूल प्रकार्य जैसे कि टास्क शेड्यूलिंग और पेरिफेरल्स के नियंत्रण में सहायता करता है / कहलाता है - प्रश्न 56 बर्ड प्रोसेसिंग, स्पेडशीट और फोटो-एडिटिंग उदाहरण हैं – page no.(6/10) Take a QuizTest Your Knowledge on this topics. Learn More Test SeriesHere You can find previous year question paper and mock test for practice. Test Series TricksFind Tricks That helps You in Remember complicated things on finger Tips. Learn More ShareJoinJoin a family of Rajasthangyan on
प्रचालन तंत्र (अंग्रेज़ी:ऑपरेटिंग सिस्टम) साफ्टवेयर का समूह है जो कि आंकड़ों एवं निर्देश के संचरण को नियंत्रित करता है। यह हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर के बीच सेतु का कार्य करता है और कंप्यूटर का सॉफ्टवेयर घटक होता है। इसकी सहायता से ही कंप्यूटर में स्थापित प्रोग्राम चलते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का मेरुदंड होता है, जो इसके सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर को नियंत्रण में रखता है। यह अनाधिकृत व्यक्ति को कंप्यूटर के गलत प्रयोग करने से रोकता है।[1] वह इसमें भी विभेद कर सकता हैं कि कौन सा निवेदन पूरा करना है और कौन सा नहीं, इसके साथ ही इनकी वरीयता भी ध्यान रखी जाती है। इसकी मदद से एक से ज्यादा सीपीयू में भी प्रोगाम चलाए जा सकते हैं। इसके अलावा संगणक संचिका को पुनः नाम देना, डायरेक्टरी की विषय सूची बदलना, डायरेक्टरी बदलना आदि कार्य भी प्रचालन तंत्र के द्वारा किए जाते है।[2] डॉस (DOS), यूनिक्स, मैक ओएस एक्स, लिनक्स (उबण्टू डेबियन, आदि), विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम (३.१, ९५, ९८, २०००, एक्स पी, विस्टा, विंडोज ७, विंडोज १० ) और एण्ड्रॉयड आदि कुछ प्रमुख प्रचालन तंत्र हैं।[2] कार्यप्रचालन तंत्र कंप्यूटर से जुड़े कई मौलिक कार्यों को संभालता है, जैसे कुंजी पटल से इनपुट लेना, डिस्प्ले स्क्रीन को आउटपुट भेजना, डाइरेक्टरी और संगणक संचिका को डिस्क में ट्रॅक करना, इत्यादि। बड़े कंप्यूटरों में इसका काम और अधिक होता है।[1] वह इनमें लगातार यह जांच करता है कि एक ही समय पर कंप्यूटर में चलने वाले प्रोगामों, फाइलों और एक ही समय पर खुलने वाली साइटों में दोहराव न हो। इतिहासआरंभिक दौर में प्रचालन तंत्र मेनफ्रेम कंप्यूटरों पर बड़े कामों के लिए ही हुआ करता था। बाद में धीरे-धीरे माइक्रोकम्प्यूटर्स में भी मिलने लगा, लेकिन उस समय इसमें एक समय पर केवल एक ही प्रोगाम रन करा सकते थे। मेनफ्रेम कंप्यूटर में १९६० में पहली बार बहुकार्यिक (मल्टीटास्किंग) सिस्टम आया था। इससे एक समय में एक से ज्यादा उपयोक्ता काम कर सकते थे। १९७० लिनक्स ने पहली बार पीडीपी-७ में प्रचालन तंत्र निकाला, जो मुख्यतया मल्टीटास्किंग, स्मृति प्रबंधन (मेमोरी मैनेजमेंट), स्मृति संरक्षण (मेमोरी प्रोटेक्शन) जैसे कार्य करता था। विशेषताएँ
प्रकारउपयोगकर्ता के आधार पर प्रकार
वास्तविक समय प्रचालन तन्त्र एक बहुकर्यिक प्रचालन तन्त्र है जो वास्तविक समय अनुप्रयोगो को क्रियन्वित करता है। वास्तविक समय ऑपरेटिंग सिस्टम अक्सर विशेष समयबद्धन एल्गोरिदम का उपयोग करता है कि वे व्यवहार के एक नियतात्मक प्रकृति को प्राप्त कर सके। वास्तविक समय ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य लक्षय किसी भी घटना (event) का तुरन्त और उम्मीद के मुताबिक प्रतिक्रिया करना। वास्तविक समय प्रचालन तन्त्र में एवेन्ट ड्रिवन (event-driven) या समय साझा(time-sharing) या दोनो का मिलाप हो सकता है। एक एवेन्त ड्रिवन ऑपरेटिंग सिस्टम घटनाओ को उनकि प्रथमिकतओ या बाह्य घटनाओ के आधार पर करता है जबकि समय साक्षा ऑपरेटिंग सिस्टम घटनाओ को एक निशचित आबन्टित समय में पुरा करने कि कोशिश करता है, अगर कोई घटना एक निशचित समय में पुरा नहीं हो पता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम दुसरे घटन को करता है और पहली घटना का देरी का कारण खोजता है, इस अवस्था को समय सीमा की समप्ति(deadline overrun) कहते है। बहुकार्यिक एवम् एकलकार्यिक प्रचालन तन्त्र (multitasking and single tasking): जब कोई प्रचालन तन्त्र (operating system) एक समय में एक ही प्रोग्राम को चलाने की अनुमती देता है, उसे एकलकार्यिक प्रचालन तन्त्र कहते है। और जब प्रचालन तन्त्र एक से ज्यादा प्रोग्राम को चलाने की अनुमती देता है तो उसे बहुकार्यिक प्रचालन तन्त्र कहते है। बहुकार्यिक प्रचालन तन्त्र मुख्यत: दो प्रकार के होते है सहकारी (co-operative) और रिक्तीपुर्व (pre-emptive). संलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम : जब कोई ऑपरेटिंग सिस्टम किसी एक छोटे यन्त्र के लिये छोटे स्तर पर काम कर ता है तो उसे संलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम (embedded operating system) कहते है। ये सनलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम घडी, वशिङग् मशीन तथा अन्य घरेलू सामानों में होते हैं। काम करने के आधार पर प्रकार
पर्दे पर प्रचालन तंत्र की छवियाँ
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख कार्य कौन कौन से हैं?प्रोसेस मैनेजमेंट के संर्दभ में ऑपरेटिंग सिस्टम निम्नलिखित कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है- यूज़र और सिस्टम प्रोसेसेस क्रिएट तथा डिलीट करना, प्रोसेसेस को सस्पेन्ड और रिज़्यूम करना, प्रोसेस कम्युनिकेशन के लिए प्रदान करना, प्रोसेस सिन्क्रोनाइजेशन के लिए मैकेनिज़्म प्रदान करना, डेडलॉक हैन्डलिंग के लिए मैकेनिज़्म प्रदान ...
निम्नलिखित में से कौन एक ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य नहीं है?मैलवेयर सुरक्षा ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य कार्य नहीं है। मैलवेयर किसी भी सॉफ़्टवेयर को जानबूझकर कंप्यूटर, सर्वर, क्लाइंट या कंप्यूटर नेटवर्क को नुकसान पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मैलवेयर से बचाने के लिए एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, फायरवॉल और अन्य तरीकों एक श्रृंखला का उपयोग किया जाता है।
निम्नलिखित में से कौन एक ऑपरेटिंग सिस्टम है?ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) एक ऐसा सॉफ्टवेयर जो उपयोगकर्ता को कम्प्यूटिंग उपकरण पर अन्य अनुप्रयोग चलाने की अ देता है। ओएस के उदाहरणों में एंडॉयड, आईओएस, मैक ओएस माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और लिनक्स शामिल हैं।
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