जय हिंद दोस्तों कैसे हैं आप लोग Hindimetalk.com पर आपका स्वागत है आज के इस लेख में हम जानेंगे की पारले जी(Parle G) बिस्किट किस देश की कंपनी है और इसका मालिक कौन है, इसके पहले हमने आपको बताया था कि हिंदुस्तान युनिलीवर किस देश कि कंपनी है। आप सब ने बचपन में Parle-G बिस्किट तो जरूर खाया होगा भारत में मध्यम वर्ग में पैदा होने वाला हर एक बच्चा Parle-G का बिस्किट जरूर खाया होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि पारले जी बिस्किट की शुरुआत कब हुई थी और किसने किया था यदि नहीं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए बहुत ही उपयोगी होने वाला है क्योंकि आज के इस लेख में हम इन्हीं बातों पर विस्तार से चर्चा करेंग तो आइए देखते हैं.. Show Parle G से जुड़ी यादें! याद कीजिए बचपन के उन दिनों को जब हमें बिस्किट खाना होता था तो हम केवल ₹2 में Parle-G का एक पैकेट मिस्टर लेकर आते समय आराम से खाते थे और घर वालों को भी उसमें से खिला देते हैं यदि आप गांव में रहते हैं या पहले गांव में रहते थे तो आपके साथ ऐसा जरूर हुआ होगा कि जब भी आपके यहां कोई रिश्तेदार आता था तो है Parle-G का बड़ा वाला पैकेट (5₹) लेकर आते थे और हमें उस एक पैकेट पारले जी से बहुत खुशी मिलती थी लेकिन आज के समय में 1 किलो मिठाई भी लाने पर वो खुशी नहीं मिल पाती हैं। आइए अब हम चलते हैं आज के अपने मुद्दे की ओर जिसमें हम जानेंगे कि Parle G कंपनी किस देश कि हैं और इसका मालिक कौन है?बने रहिए हमारे साथ किताब नहीं पढ़ पा रहे हैं तो लेख ही पढ़ लीजिए। Parle-G बिस्किट कंपनी किस देश की है?parle-G कहा कि कंपनी है?Parle G बिस्कुट कंपनी मूल रूप से एक भारतीय कंपनी है इसकी स्थापना भारत के मुंबई शहर में आजादी से पहले 1929 में आज से लगभग 92 साल पहले हुआ था पारले जी भारत का पहला बिस्किट बेचने वाला कंपनी है और आज भी भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली बिस्किट पारले जी ही है। भारत में बिस्किट का मार्केट कैप लगभग 70 प्रतिशत पारले जी के पास है इसके बाद आता है ब्रिटानिया 17 से 18% परसेंट भारतीय बिस्कुट मार्केट इनके पास है। Parle-g भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में भी अपनी बिस्कुट बेचता है किन देशों में यूरोपीय देश अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन जैसे विकसित देश शामिल हैं पारले जी पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट है। पारले जी बिस्किट का जो स्वाद और पैकेट 1929 में था आज भी पारले जी बिस्किट का वही स्वाद और पैकेट है फिर भी लोग इसे खरीदते है।क्यों इसके बारे आप हमे कॉमेंट करके बताए। Parle-G कंपनी का मालिक कौन है?who is Owner of Parle G?पारले जी कंपनी के मालिक विजय चौहान और उनकी फैमिली है विजय चौहान की कूल नेट बर्थ USD$2.05Billian है Forbs के अनुसार 2020 में विजय चौहान भारत के 70 वे सबसे अमीर व्यक्ति थे। वैसे आपको बता दें कि पारले जी की शुरुआत विजय चौहान के दादाजी मोहनलाल दयाल ने सन 1929 में मुंबई के पार्ल शहर से किया था। विजय चौहान के बेटे अजय चौहान और विजय चौहान के भतीजे उनके साथ पारले जी कंपनी में एक साथ काम करते हैं। विजय चौहान पारले जी कंपनी के मालिक इसलिए है क्योंकि पारले जी कंपनी को जो परिवार चलाता है विजय चौहान उस परिवार के मुखिया हैं। ✓1k, 1M, 1B का मतलब क्या होता है। एक मिलियन में कितने लाख होते है। ✓ Twitter का मालिक कौन है। यह किस देश की कंपनी है। ✓ क्या आप जानते है Google पैसे कैसे कमाता है। ✓Google किस देश कि कंपनी है। गूगल का मालिक कौन है। Parle G में G का क्या मतलब है?क्या आपने कभी सोचा है कि पारले जी में जी का क्या मतलब होता है यदि नहीं तो कोई बात नहीं है क्योंकि हम अभी आपको बताने जा रहे हैं कि पारले जी में जी का क्या मतलब होता है उससे पहले जान लेते हैं की parle G में G से पहले Parle का क्या मतलब होता है तो आपको बता दें कि parle किसी व्यक्ति का नाम नहीं बल्कि एक स्थान का नाम है जो कि मुंबई में पड़ता है मुंबई में पार्ले नाम से एक रेलवे स्टेशन भी है अब जानते हैं Parle G में G का क्या मतलब होता है आपको बताने की Parle G में G का मतलब Genius होता है जिस का हिंदी में मतलब होता है प्रतिभावान, ज्ञानी,बुद्धिमान इससे कंपनी ने खासतौर पर बच्चों को लुभाने का प्रयास किया था और वो इसमें कामयाब भी हो गए। ✓ 1 करोड़ में कितने zero होते है। ✓google pay कहा कि कंपनी है। ✓ दुनिया का सबसे महंगा फोन कौन सा है और यह किसके पास है? ✓ Toyota फॉर्च्यूनर किस देश कि कंपनी है। Parle G की अनोखी बातें। Amazing fact about Parle-G.
Parle-G के पैकेट पर छपी लड़की कौन है?,उम्र कितनी है?,Know all about Parle-G girl.पारले जी बिस्कुट के पैकेट पर जिस लड़की की फोटो दिखती है ऐसा माना जाता है की वह सुधा मूर्ति के बचपन की फोटो है। सुधा मूर्ति जब 4 साल की थीं तो उनके पापा ने यह फोटो खींची थी। इस समय सुधा मूर्ति 65 साल की हो गयी हैं । यह पहली बार हुआ है कि पिछले 60 सालों से किसी ब्रांड के लिए एक ही फोटो लगी हुई है। आज 60 सालों के बाद बी सुधा मूर्ति की वही बचपन वाली फोटो पारले जी की पहचान बनी हुई है। जबकि company के अनुसार जिस बच्ची की फोटो को आप पारले जी बिस्कुट पर देखते हैं, वो ऑरिजनल तस्वीर नही है। ऐसी कोई बच्ची दुनिया में कभी आयी ही नहीं। पारले-जी के ग्रुप प्रॉडक्ट मैनेजर रह चुके मयंक शाह से जब इस बच्ची के बारे पुछा गया तो उन्होंने बताया कि पारले में दिखाई जाने वाली तस्वीर काल्पनिक है जिसे एवरेस्ट क्रिएटिव नाम की कंपनी ने इसे बनाकर पारले कंपनी को दी थी, जो वहां के मैनेजमेंट को काफी पसंद आयी और इसी के चलते इसे बिस्कुट के रैपरों पर लगा दिया गया। आपको बता दे की पारले जी के कवर पर छपी लड़की ले तस्वीर को लेकर आज भी रहस्य बना हुआ है। ✓ ई. (AD) और ई. पू. (BC) का मतलब क्या होता है। मुख्य बिंदु।Key points.
Website- parleproducts.com >इन्हें भी पढ़ें ✓Hero और Honda किस देश कि कंपनी है? इनका मालिक कौन है? ✓ व्हाट्सएप किस देश कि कंपनी है और इसका मालिक कौन है? निष्कर्ष! हमने आज के इस लेख के माध्यम से जाना की पारले जी किस देश कि कंपनी है और इसका मालिक कौन है, Parle-G के कवर पर छपी लड़की कौन है, और भी बहुत कुछ अगर आपको हमारे इस लेख में कही किसी शब्द में कोई त्रुटि दिखाई दे तो हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं अब आपसे एक विनम्र निवेदन है कि आप इस आर्टिकल को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं। पारले जी में बच्चा कौन है?ज्यादातर लोगों का मानना है कि यह बच्चा नीरू देशपांडे ही है। इस वक्त नीरू देशपांडे 65 साल की है। जब वह मात्र 4 साल की थी तो उनके पिताजी ने गलती से एक फोटो क्लिक कर दी थी। यह फोटो Parle-G को पसंद आ गई और Parle-G ने अपने पैकेट पर यह तस्वीर छापना शुरू कर दिया।
Parleपारले-जी का पुराना नाम पारले ग्लूको था. जिसका नाम 80 के दशक में बदलकर पारले-जी कर दिया गया था. पारले-जी के नाम में जी का मतबल जीनियस नहीं बल्कि ग्लूकोज है.
नीरू देशपांडे कौन है?नीरू देशपाण्डेय ने पारले जी के लिए मॉडलिंग कर तस्वीर दी थी, जो आज तक पारले की पहचान है। बताया जाता है कि वे नागपुर से हैं व जब उन्होंने यह तस्वीर दी थी, तब वे 4 साल 3 महीने की थीं।
पारले जी के मालिक का क्या नाम है?पारले जी कंपनी के मालिक विजय चौहान और उनकी फैमिली है विजय चौहान की कूल नेट बर्थ USD$2.05Billian है Forbs के अनुसार 2020 में विजय चौहान भारत के 70 वे सबसे अमीर व्यक्ति थे। वैसे आपको बता दें कि पारले जी की शुरुआत विजय चौहान के दादाजी मोहनलाल दयाल ने सन 1929 में मुंबई के पार्ल शहर से किया था।
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