पारिवारिक बजट का मुख्य मध्य क्या है - paarivaarik bajat ka mukhy madhy kya hai

पारिवारिक बजट का उद्देश्य क्या होता है?

July 13, 2020

(A) आय-व्यय का अनुमान
(B) व्यय अधिक करने की व्यवस्था
(C) कीमती वस्तुएं खरीदने का उपाय
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer : आय-व्यय का अनुमान

Explanation : पारि​वारिक बजट एक व्यवस्थित प्रलेख होता है, जिसमें आय तथा अनुमानित व्यय का विवरण प्रस्तुत किया जाता है। बजट का मुख्य उद्देश्य है– आय-व्यय का अनुमान लगाना, परिवार के सदस्यों की विभिन्न आवश्यकताओं की विस्तृत जानकारी अर्जित करना, परिवार के रहन-सहन के स्तर को उन्नत करने के उपाय ढूंढ़ना भी है। अनावश्यक व्यय को रोकना भी बजट का एक मुख्य उद्देश्य है। अनेक बार पारिवारिक खर्चों में एकाएक वृद्धि हो जाती है परन्तु उसी अनुपात में आय में वृद्धि नहीं होती है। इस स्थिति में गृह अर्थव्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए अतिरिक्त व्यय करना पड़ता है। यह अतिरिक्त व्यय तभी संभव हो सकता है जब पहले से कुछ धन बचाकर रखा गया हो। बता दे कि सरकारी बजट में सर्वप्रथ​म व्ययों का अनुमान लगाया जाता है।....अगला सवाल पढ़े

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बजट निर्माण के कुछ सिद्धांत भी होते हैं ताकि बजट का अहमियत भी रहे, और बजट का निर्माण से हमे लाभ मिले। बजट निर्माण के दौरान कुछ महत्त्वपूर्ण बाते ध्यान में रखी जाती है। 

  •  परिवारिक बजट का अर्थ एवं परिभाषा Meaning and definition of family budget
    • बजट निर्माण के सिद्धांत principles of budget
      • परिवारिक बजट निर्माण से पूर्व कुछ निम्नलिखित सिद्धांत
      • परिवारिक बजट का महत्त्व importance of family budget
        • पारिवार के लिए महत्व Importance for family एक घर का मुखिया को सीमित साधनो मे बहुत सारे आवश्यकताओं की पूर्ति करनी होती है। ऐसा वह इस लिया करते है कि अपनी आय का अधिकतम उपयोग कर सके। बजट उनके इस कार्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। बजट द्वारा घर का मुखिया अपने साधनो का विवेकपूर्ण उपयोग कर सकते हैं।
        • वह उचित खरीदारी भी कर सकते हैं और भविष्य के लिए बचत भी कर सकते हैं। परिवार के लिए बजट उनकी आय के अनुसार कितना खर्च करना है इससे घर के गृहस्वामी को व्यय करने में मदद मिलता है। और वह आवश्यकताओं के अनुसार अपनी आय का व्यय करते हैं।
        • अर्थशास्त्रियों के लिए महत्व Importance for economists
        • राजनीतिज्ञों के लिए महत्वपूर्ण Importance for politicians
        • सरकार के लिए महत्त्व Importance for government
        • बजट का मुख्य विषय Main items of the budget
        • परिवारिक बजट बनाना Formation of family budget

 परिवारिक बजट का अर्थ एवं परिभाषा Meaning and definition of family budget

परिवारिक बजट एक ऐसा विवरण होता है जिससे एक निश्चित समयावधि वर्ष,महीना, एवं सप्ताह मे होने वाली आय और संभावित व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया जाता है।

बजट निर्माण के सिद्धांत principles of budget

बजट निर्माण के कुछ सिद्धांत भी होते हैं ताकि बजट का अहमियत भी रहे, और बजट का निर्माण से हमे लाभ मिले। बजट निर्माण के दौरान कुछ महत्त्वपूर्ण बाते ध्यान में रखी जाती है। 

परिवारिक बजट निर्माण से पूर्व कुछ निम्नलिखित सिद्धांत

1 आय के अनुसार व्यय का सिद्धांत।

2 अव्यवस्थाओं की वरियता का सिद्धांत।

3 मितव्ययिता का सिद्धांत।

4 नियमित बजट का सिद्धांत।

5 धन के सदुपयोग का सिद्धांत।

परिवारिक बजट का महत्त्व importance of family budget

 

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परिवारिक बजट का अर्थ एवं परिभाषा

बजट

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परिवारिक बजट वर्तमान समय में न केवल परिवार के लिए वर्ना अर्थशास्त्रियों, राजनीतिज्ञों, समाज-सुधारक एवं सरोकार के लिए भी अनेक दृष्टीयो से महत्वपूर्ण है। इन सभी के लिए बजट के महत्त्व को नामांकित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया गया है।

पारिवार के लिए महत्व Importance for family एक घर का मुखिया को सीमित साधनो मे बहुत सारे आवश्यकताओं की पूर्ति करनी होती है। ऐसा वह इस लिया करते है कि अपनी आय का अधिकतम उपयोग कर सके। बजट उनके इस कार्य के लिए महत्वपूर्ण होता है। बजट द्वारा घर का मुखिया अपने साधनो का विवेकपूर्ण उपयोग कर सकते हैं।

वह उचित खरीदारी भी कर सकते हैं और भविष्य के लिए बचत भी कर सकते हैं। परिवार के लिए बजट उनकी आय के अनुसार कितना खर्च करना है इससे घर के गृहस्वामी को व्यय करने में मदद मिलता है। और वह आवश्यकताओं के अनुसार अपनी आय का व्यय करते हैं।

अर्थशास्त्रियों के लिए महत्व Importance for economists

पारिवारिक बजट का मुख्य मध्य क्या है - paarivaarik bajat ka mukhy madhy kya hai

परिवारिक बजट अर्थशास्त्रियों के लिए उपयोगी व महत्वपूर्ण होते हैं। वह पारिवारिक बजट के अध्ययन से विभिन्न वर्गों की आर्थिक स्थिति व जिवन स्तर का ग्यान प्राप्त करने सकते हैं। यह विभिन्न अवधियों मे देश की आर्थिक स्थिति का और विभिन्न देशों की आर्थिक स्थिति का तुलनात्मक अध्ययन कर सकते हैं। बजट का अध्ययन धन के वितरण के स्थिति को समझने मे भी सहायक होता है। अर्थशास्त्री ईन सब सूचनाओं के आधार पर सरकार को आर्थिक नीतियों के निर्माण में अपने सुझाव दे सकते हैं। जिससे किसी देश की आर्थिक बजट को मजबूत किया जा सकता है।

समाजशास्त्रियों के लिए महत्वपूर्ण Importance for sociologist

समाजशास्त्री परिवारिक बजटो के द्वारा आर्थिक स्थिति का परिवार के संघटन और विघटन पर पड़ने वाले प्रभाव को अध्ययन कर सकते हैं। विभिन्न आय वर्गों तथा विभिन्न प्रकार के जाती और धर्मों के पारिवारिक बजटो का अध्ययन समाजशास्त्री के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

राजनीतिज्ञों के लिए महत्वपूर्ण Importance for politicians

राजनीतिज्ञों के लिए पारिवारिक बजटो का अघ्ययन अनेक दृष्टिकोण से उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है। राजनीतिज्ञों पारिवारिक बजटो के अध्ययन से विभिन्न क्षेत्रों में लोगों की खर्च पर जानकारी प्राप्त कर सकता है।

जिनसे उनके क्षेत्रो मे लोगो का विकास करने मे मदद मिल सकता है। इन सूचनाओं के आधार पर विपक्षी दल सरकार की नीतियों की आलोचना कर सकती है। और सरकार के द्वारा बनाए गए नीति के खिलाफ आवाज उठा सकती है। ताकि लोगों की परिवारिक बजट अच्छी हो सके और उनके व्यय मे मदद मिले।

सरकार के लिए महत्त्व Importance for government

सरकार का उद्येश्य अधिकतम सामाजिक कल्याण के लक्ष्य को पूरा करना होता है। परिवारिक बजटो के अध्ययन से सरकार किसानो, श्रमिकों तथा अन्य वर्गों के लिए आर्थिक नीतियां बना सकती है। 

अर्थशास्त्र में हमे अभी तक मालूम चल गया कि ‘परिवारिक बजट का अर्थ एवं परिभाषा’ से किसको कितना महत्व रखता है। आगे अब आप जानिएगा की ‘बजट का मुख्य विषय क्या होता है?

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बजट का मुख्य विषय Main items of the budget

बजट मुख्यतः परिवार की आय, व्यवसाय जिवन स्तर परिवारिक स्थितियों आदि पर निर्भर करता है। अतः इन्हीं कारणों के अनुसार परिवारिक बजटो का निर्माण किया जाता है। कुछ विषय ऐसे होते हैं जो प्रत्येक परिवार के लिए समान होते हैं।

भोजन Fooding भोजन पर प्रत्येक आर्थिक स्तर के परिवार की आय का एक बड़ा प्रतिशत खर्च हो जाता है। इस विषय के अन्तर्गत अनाज, मसाले, दूध, घी, तेल, सब्जियों, व फल पर किए जाना वाला खर्च सम्मलित है।

वस्त्र Clothing यह दुसरी सबसे महत्वपूर्ण विषय है। इसके अन्तर्गत परिवार के सदस्यों के पहनने के वस्त्र, आराम और नींद एवं घरेलू क्रियाओं के लिए उपयोगी वस्त्र सम्मलित किए जाते हैं। इसके अलावा जूते, चप्पल, वस्त्रों की सिलाई का खर्च भी इसमे सम्मलित किए जाते हैं।

आवास House इस विषय के अंतर्गत सम्पति का कर मरम्मत का खर्च मकान का रंगाई तथा मकान किराये के रूप में किया जाने वाला व्यय सम्मलित किया जाता है।

अन्य घरेलू खर्च अदर domestic expenditure.     इसके अंतर्गत पानी का बिल, बिजली बिल, टेलीफोन का बिल, कोयला, तेल, धोबी, नौकर, घर की सजावट, फर्नीचर, बर्तन आदि कर्य मे किया गया खर्च सम्मलित होता है।

शिक्षा Education. आधुनिक समय में परिवारिक बजट में शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। इसके अंतर्गत स्कुल की फीस, पुस्तके, कापियां, पेंसिल, लेखन सामग्री अखबार पत्रिकाओं आदि के साथ साथ हॉस्टल पर किए गए खर्च भी सम्मलित किए जाते हैं। इसके अलावा नामांकन, और दूसरे जगह ओर पढ़ने मे हुए खर्च को भी सम्मलित किया जाता है।

स्वस्थ्य Health.   इसमे परिवार के सदस्यों के लिए चिकित्सा पर किया गया खर्च मे डॉक्टर की फीस, दवाई, अस्पताल शुल्क के अलावा स्वस्थ्य पर किए गए खर्च को सम्मलित किए जाते है। 

मनोरंजन Entertainment के अंतर्गत खेल सामग्री पर किया गया खर्च जैसे पिकनिक, मनोरंजन भ्रमण, टी.वी, सिनेमा, पुस्तके आदि पर किया गया खर्च सम्मलित किया जाता है। 

बचत Saving  यह बजट का सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषय होता है। सभी आवश्यकताओं पर खर्च करने के पश्चात्‌ जो धनराशी शेष रह जाती है, उसे बचत saving कहलाती है प्रत्येक परिवार को एक निश्चित भाग अनिवार्य रूप से सेविंग करना चाहिए। ताकि आर्थिक स्थिति को और मजबूत किया जा सके। 

परिवारिक बजट बनाना Formation of family budget

प्रत्येक गृहस्वामी यानी घर के मुखिया और गृहणी को परिवार के संतुलित संचालन के लिए बजट का निर्माण करना चाहिए। ताकि सही जगह और सही समय पर धनराशि का व्यय किया जाय।

बजट बनाने की नियम एवं स्वरुप. परिवारिक बजट को बनाने के लिए उसको तीन भागों में विभाजित किया जाता है।

1 प्रारम्भिक भाग सूचना प्रधान होता है। इसमे परिवार के मुखिया (स्वामी) का नाम व्यवसाय का पद लिखा जाता है। इसके साथ साथ इसने परिवार के सदस्यों की कुल संख्या (स्त्री तथा पुरुष और बच्चे) उन सबकी आयु, बजट की विधि, विभिन्न स्रोतो से प्राप्त आय इत्यादि बाते लिखी जाती है।

2 बजट का दूसरा भाग अनुमान प्रधान होता है इसमे विभिन्न विषयों पर की जाने वाली अनुमानित राशि लिखी जाती है। उसके लिए प्रयोग में आने वाली विभिन्न वस्तुओं की मात्रा या संख्या, दर इत्यादि लिखी जाती है। 

3 बजट का तीसरा भाग दूसरे भाग का सारांश होता है, इसमे विभिन्न वास्तु पर खर्च की गई राशि को आय के प्रतिशत के रूप में लिखा जाता है। 

उपभोक्ता के समस्याएं Problems of Consumer’s in Hindi (upbhokta ke samasya)

हम आशा करते हैं कि आप सब को इस जानकारी से जरूर लाभ मिला होगा, परिवारिक बजट का अर्थ एवं परिभाषा Meaning and definition of family budget से हम अपनी आर्थिक आमदनी को सुधार सकते हैं और परिवार में होने वाले खर्च को भी कम कर सकते हैं। इस तरह की और इससे भी ज्यादा जानकारी आप सब की बीच में लाता रहूँगा। यदि आप हमे कोई सुझाव देना चाहते हैं और अपनी लेख पब्लिस करना चाहते हैं तो, हमे आप संपर्क कर सकते है। हमे आपकी सुझाव का इंतजार रहेगा। धन्यबाद

पारिवारिक बजट के मुख्य सिद्धांत कौन कौन से होते हैं?

पारिवारिक बजट के मुख्य उद्देश्य.
परिवार के सदस्यों की संख्या एवं उनकी कुल आय का सही विवरण रखना।.
सभी प्रकार के व्ययों का क्रमिक ज्ञान प्राप्त करना।.
पारिवारिक आवश्यकताओं एवं रहन-सहन के स्तर का ध्यान रखना।.
आकस्मिक कार्यों के लिए बचत का प्रावधान रखना।.
पारिवारिक आय में वृद्धि करने के लिए परिजनों को प्रेरित करना।.

पारिवारिक बजट से क्या तात्पर्य है?

बेवर के अनुसार “पारिवारिक बजट पारिवारिक आय को व्यवस्थित रुप से व्यय करने का एक तरीका है जिससे परिवार के सदस्यों के सुख व कल्याण में वृद्धि हो सके। केग एवं रश के अनुसार “बजट भूतकाल के व्यय, भविष्य के अनुमानित व्यय और वर्तमान समय के मदों पर निश्चित व्यय का लेखा-जोखा है”।

बजट का क्या अर्थ है बजट के कौन कौन से मध्यम बजट बनाने से क्या लाभ होता है?

बजट वास्तव में वह अनुमानित व्यय विवरण है, जो किसी परिवार द्वारा एक निश्चित आगामी अवधि के लिए पर्याप्त सूझबूझ एवं उपलब्ध आर्थिक आँकड़ों को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है। पारिवारिक आवश्यकताओं की समुचित पूर्ति तथा गृह-अर्थव्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए पारिवारिक बजट का बनाना तथा उसका पालन करना आवश्यक माना जाता है।

बजट कितने प्रकार के होते हैं?

भारत में बजट मुख्य तौर पर तीन श्रेणियों के अंतर्गत आता है, जिसमें संतुलित बजट, अधिशेष बजट और घाटा बजट शामिल हैं. बजट का वर्गीकरण इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार द्वारा वर्ष भर में अनुमानित खर्च अनुमानित प्राप्तियों के बराबर है, उससे कम है या अधिक है.