सफेद मूसली की तासीर क्या होती है? - saphed moosalee kee taaseer kya hotee hai?

सफेद मूसली कितने दिन खानी चाहिए | सफेद मूसली किस काम आती है – सफ़ेद मुसली के बारे में हम सभी लोग जानते ही हैं. यह एक आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती हैं. जो की हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं. इस औषधि से हम काफी सारी बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं. खास करके यह औषधि पुरुष के लिए काफी अच्छी मानी जाती हैं.

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सफेद मूसली की तासीर क्या होती है? - saphed moosalee kee taaseer kya hotee hai?
सफेद मूसली की तासीर क्या होती है? - saphed moosalee kee taaseer kya hotee hai?
सफेद मूसली की तासीर क्या होती है? - saphed moosalee kee taaseer kya hotee hai?
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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की सफेद मूसली कितने दिन खानी चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुँच सके.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सफेद मूसली कितने दिन खानी चाहिए / सफेद मूसली किस काम आती है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

सफेद मूसली (safed musli ) एक औषधीय पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम क्लोरोफाइटम बोरीविलियेनम (Chlorophytum borivilianum) है. सफेद मूसली की जड़ें मोटी तथा गुच्छों में होती है और फूल सफेद रंग के होते हैं. सफेद मूसली का कंद खाने में मीठा होता है. सफेद मूसली को शक्तिवर्द्धक जड़ी बूटियों की श्रेणी में रखा गया है. सफेद मूसली की जड़ और बीज को आयुर्वेद में औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है. सफेद मूसली के कन्दों में फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियमम. और प्रोटीन आदि अत्यधिक मात्रा में पाए जाते है. सफेद मूसली को अन्य नामों से भी जाता है. इस प्रकार है-

सफेद मूसली के अन्य नाम

Safed Musli in Hindi-श्वेत मूसली
Safed Musli in Sanskrit-बल्यकन्दा, धवलमूली
Safed Musli in Urdu-मूसली सफेद (Musli safeda)
Safed Musli in Gujarati-सफेद मूसली (Safeda musali), उजली मुसली (Ujli musali)
Safed Musli in Kannada-श्वेत मूसली (Swetha musli)
Safed Musli in Marathi-कुलई (Kulai)
Safed Musli in Telugu-श्वेत मूसली (Swetha musli)
Safed Musli in Tamil-तनीरवीथंग (Taniravithang)
Safed Musli in Malayalam-सहेदेवेली (Shedevali)
Safed Musli in Arabic-शुकाकुले हिन्दी (Shuqaqule hindi)
Safed Musli in Persian-शुकाकुले हिन्दी (Shukakule hindi), शकाकुल (Shaququl
Safed Musli in English-इण्डियन स्पाईडरी प्लान्ट (Indian spider plant), White musli (वाइट मूसली)

सफेद मूसली के फायदे – Benefits of Safed Musli in Hindi

सफेद मूसली खाने का फायदा किसी एक बीमारी में नहीं होता बल्कि शरीर में होने वाली अनेकों बीमारियों में इसके खाने से लाभ होता है. सफेद मूसली खान के फायदे (Safed Musli ke Fayde) के बारे में बात करे तो यह कामोत्तेजक, कफ को कम करने में सहायता, स्तनों में दूध बढ़ाने का करे काम इनके अलावा मोटापा या ओबेसिटी (obesity), अर्श या पाइल्स (piles), सांसों के रोग, खूनी की कमी या एनिमिया (anemia) में भी बहुत लाभदायक होता है. सफेद मूसली के फायदे (benefits of white muesli) अनेक है तो चलिए जानते है सफेद मूसली खाने और क्या क्या फायदे है.

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1. इम्यून बूस्ट करे सफेद मूसली

सफेद मूसली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से जल्दी बीमार होना, सर्दी-जुकाम और संक्रामक से बचाने में मदद करती है सफ़ेद मूसली. इसका नियमित सेवन करने से इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में लाभकारी होती है.

2. गठिया और जोड़ों के दर्द फायदेमंद

सफेद मूसली में सैपोनिन नामक कंपाउंड होता है जिसमें टीइंफ्लेमेटरी और एंटी-अर्थराइटिस गुण पाए जाते है. जो
गठिया की सूजन से होने वाले दर्द में लाभदायक होते है. गठिया और जोड़ों के दर्द में सफेद मूसली के फयदे बहुत बेहतरीन होते है. इसलिए गठिया और जोड़ों के दर्द में सफेद मूसली का सेवन कर लाभ ले सकते है.

3. डायबिटीज में फायदेमंद

सफेद मूसली में एंटी-डायबिटिक व एंटीहाइपरग्लाइसेमिक औषधीय गुण होते है जो डायबिटीज को निंयत्रित करने में अहम भूमिका निभाते है. सफेद मूसली के सेवन से इंसुलिन उत्पादन करने वाले The β-pancreatic cells एक्टिव हो जाते है. डायबिटीज रोगियों को सफेद मूसली के सेवन डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए.

4. पेट की बीमारियों में लाभकारी

पेट से सम्बंधित बीमारियों में सफेद मूसली का सेवन बहुत लाभकारी होता है. सफेद मूसली को पेट गड़बड़ होने पर, पेट दर्द, दस्त, भूक न लगना जैसी परेशानियों में सफेद मूसली का सेवन कर सकते है.

5. स्पर्म क्वालिटी बढ़ाने में सहायक

स्‍पर्मकाउंट और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सफेद मूसली के फायदे बहुत ही आचर्यजनक होते है. सफेद मूसली टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में लाभकारी है.

6. ल्यूकोरिया में फायदेमंद

महिलाओं में होने वाली ल्यूकोरिया बीमारी में सफेद मूसली का सेवन बहुत लाभकारी होता है. सफेद मूसली का सेवन वर्षों पुराने से पुराने ल्यूकोरिया रोग से छुटकारा दिला सकता है.

7. ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में सहायक

स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध की कमी को बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का सेवन कर सकती है. सफेद मूसली को उचित मात्रा में दूध के साथ सेवन करने से लाभ मिलेगा.

8. टेस्टोस्टेरोन बढ़ने में सहायक

जब आप सफेद मूसली का नाम सुनते है तो सबसे पहले मन में यही आता है कि सफेद मूसली कामेच्छा बढ़ाने के काम आती है. यह सही भी है. सफेद मूसली पाउडर (safed musli powder) में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में टेस्टोस्टेरोन सेक्स हार्मोन के स्तर को बढ़ाने सहायक होते है.

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9. वजन घटने में सहायक

बढ़ता मोटापा कई बीमारियों को दस्तक देता है लेकिन सफेद मुसली आपके बढ़ते बजन को नियंत्रित कर सकती है. क्योकि
सफेद मुसली में एंटीओबेसिटी गुण पाए जाते हैं जो वजन कम करने में सहायक होते है.

10. बांझपन और नपुंसकता में फायदेमंद

नपुंसकता और बांझपन से बचाने के लिए सफेद मूसली का सेवन बहुत ही कारगर औषधि के रूप में काम करती है. क्योकि सफेद मूसली में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में लाभदायक हो सकता है. अगर आप इस समस्या से ग्रस्त है तो सफेद मूसली के फायदे उठाने के लिए इसका सेवन कर सकते है.

सफेद मूसली के नुकसान – Side Effects of Safed Musli in Hindi

सफेद मूसली के सेवन से विभ्भिन प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं लेकिन सफेद मूसली के नुकसान भी हो सकते है. सफेद मूसली के क्या फायदे है उनको तो आप ने जान लिया लेकिन अभी तक सफेद मूसली के नुकसान (Side effects of Safed Musli) से परिचित नहीं हुए. तो चलिए जानते है कि सफेद मूसली के नुकसान (Safed Musli ke Nuksan)

सफेद मूसली के नुकसान (white Musli ke Nuksan)

1. भूख न लगना : सफेद मूसली का अधिक मात्रा में सेवन करने से भूख न लगने या भूक को कम कर सकती है. इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
2- कफ में बृद्धि : सफेद मूसली का ज़्यदा सेवन करने से कफ अधिक बन सकता है क्योकि सफेद मूसली की तासीर ठंडी होती है. इसलिए सफेद मूसली का सेवन चिकित्सक के परामर्श के बाद ही शुरू करें.
3- गर्भावस्था एवं स्तनपान में नुकसान: गर्भावस्था और स्तनपान के समय सफेद मूसली का सेवन स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार करना चाहिये.
4- पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव : सफेद मूसली चूर्ण (safed musli powder) का अधिक सेवन आपके पाचन तंत्र को नुकसान पंहुचा जा सकता है. इसलिए सफेद मूसली का उपयोग डॉक्टर के परमर्श के आधार पर ही करें.

सफेद मूसली कैसे खाएं – How to Eat Safed Musli in Hindi

सफेद मूसली का उपयोग बिभ्भिन तरीकों सके किया जा सकता है लेकिन आप अपनी सुविधानुसार सफेद मूसली को खाएं. सफेद मूसली कब और कैसे खाएं? इसके हमने कुछ सुझाब दिए है आप उनको अपना सकते है.
1-सफेद मूसली को कैप्सूल के रूप में उपयोग किया जा सकता है.
2-सफेद मूसली की जड़ को शहद और दूध के साथ इस्तेमाल खाया जा सकता है.
3-गर्भावस्था के समय सफेद मूसली का सेवन डॉक्टर की सलाह पर कर सकते है.

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सफेद मूसली की पहचान – Safed Moosli Ki Pehchan

क्या सफेद मूसली और शहद साथ में ले सकते हैं?सफेद मूसली एक औषधीय पौधा है जिसकी पत्तियाँ पीली, लम्बी, ऊपर से चिकनी और नीचे की सतह खुरदुरी होती है. इसके फूल 6 पंखुड़ियों वाले छोटे और सफ़ेद रंग के होते है जिनमें से छोटे और काले रंग बीज होते है. इसके जड़ें 10 इंच तक भूमि में नीचे तक जा सकती है. इसके कंद ट्यूब के अकार की होती है.

Safed Musli – FAQ

Q1. सफेद मूसली को दूध के साथ पीने से क्या होता है ?

Ans. सफेद मूसली गर्मी के मौसम में कर सकते है क्योकि सफेद मूसली की तासीर ठंडी होती है. इसके औषधीय गुण कमाल होते है. जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है.

Q2. सफेद मूसली की तासीर क्या होती है ?

Ans. सफेद मूसली की तासीर ठंडी होती है, इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए.

Q3. सफेद मूसली के औषधीय गुण कौन-कौन से हैं ?

Ans. सफेद मूसली में एंटी-माइक्रोबियल, एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीट्यूमर आदि औषधीय गुण पाए जाते है. जो हमारे स्वस्थ के लिए लाभदायक होते है.

Q4. सफेद मूसली के फायदे पुरुषों के लिए क्या है ?

Ans. सफेद मूसली का सेवन करने से कामेच्छा को बढ़ाने में लाभदायक, शुक्राणु दोष को करे कम, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, नपुंसकता से बचाव आदि परेशानियों में फायदेमंद है.

Q 5.सफेद मूसली के फायदे महिलाओं के लिए क्या है ?

Ans. सफेद मूसली का सेवन महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद जो ब्रेस्‍ट में दूध बढ़ाने, ल्यूकोरिया, एनिमिया में फायदेमंद होता है.

इस लेख के जरिये आपने सफेद मूसली के फायदे और नुकसान, सफेद मूसली खाने का तरीका, सफेद मूसली कैसे खाएं? से भलीभांति परिचित हो चुके होंगे. किसी भी बीमारी में सफेद मूसली का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.

अगर आपको Safed Musli ke Fayde in hindi (Health Benefits of Safed Musli in Hindi) से संबन्धित अन्य जानकरी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है, साथ में यह भी बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है आप इस आर्टिकल को शेयर करें.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताये गए फायदे, नुकसान और उपयोग की कृषि दिशा कोई पुष्टि नहीं करता है. इस जानकारी को केवल सामान्य सूचना और सुझाव के रूप में लें. इनका उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

सफेद मूसली का सेवन कितने दिन तक करना चाहिए?

सफेद मूसली का पाउडर आपको किसी भी ग्रॉसरी शॉप पर मिल जाएगा या फिर आप इसे ऑनलाइन आर्डर करके मंगा सकते हैं। एक गिलास दूध को उबालने के बाद उसमें एक चम्मच मुसली पाउडर को मिलाएं और रात में सोने से पहले इसका जरूर सेवन करें। एक हफ्ते तक लगातार किया गया सेवन सकारात्मक असर दिखाना शुरू कर देगा।

गर्मियों में सफेद मूसली का सेवन कैसे करें?

गर्मी में कैसे करें सफेद मूसली का सेवन सफेद मूसली का पाउडर इसकी जड़ों को पीसकर बनाया जाता है। इसके अलावा कुछ अन्य तरीके हैं, जैसे- कुछ लोग मूसली का रस बनाकर भी इसका सेवन करते हैं। मूसली के पाउडर को शहद में मिलाकर भी खाया जा सकता है।

सफेद मूसली कौन सी बीमारी में काम आती है?

आमतौर पर सफेद मूसली का उपयोग सेक्स संबंधी समस्याओं के लिए अधिक होता है लेकिन इसके अलावा सफेद मूसली का इस्तेमाल आर्थराइटिस, कैंसर, मधुमेह (डायबिटीज),नपुंसकता आदि रोगों के इलाज में और शारीरिक कमजोरी दूर करने में भी प्रमुखता से किया जाता है। कमजोरी दूर करने की यह सबसे प्रचलित आयुर्वेदिक औषधि है।

सफेद मूसली दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है?

सफेद मूसली और दूध का मिश्रण आपके शरीर को भरपूर रूप से ऊर्जा प्रदान करता है। इस मिश्रण के सेवन से न सिर्फ शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है, बल्कि यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकता है। यह पुरुषों के शरीर की कमजोरी को दूर करके यौन क्षमता को विकसित करता है।