प्रख्यात अभिनेता और केंद्रीय मंत्री सुनील दत्त की अस्थियों को रविवार को हरियाणा स्थित उनके पैतृक गाँव मंडौली ले जाया गया. सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त और दोनों बेटियाँ, नम्रता और प्रियंका, अपने पिता के अस्थिकलश को लेकर मंडौली पहुँचे जो हरियाणा के यमुनानगर ज़िले का एक गाँव है. 1947 के देश विभाजन के बाद सुनील दत्त के माता-पिता को ज़मीन दी गई थी. इस गाँव में सुनील दत्त की माता कुलवंती देवी की समाधि है. रविवार को सुनील दत्त के अस्थिकलश के साथ इस समाधि पर एक धार्मिक समारोह हुआ. सुनील दत्त के भाई सोम दत्त इसी गाँव में रहते हैं.
उनके अस्थिकलश के हरियाणा लाए जाने पर हज़ारों लोग उमड़ पड़े और सुनील दत्त को अंतिम श्रद्धांजलि दी. सुनील दत्त की अस्थियाँ सोमवार सुबह उत्तरांचल के हरिद्वार शहर ले जाई गईं जहाँ उन्हें पवित्र गंगा में बहा दिया गया. 74 वर्ष की आयु में सुनील दत्त ने 25 मई 2005 को मुंबई में अंतिम साँसें ली थीं. उनका देहांत अपने घर पर दिल का दौरा पड़ने से हुआ था. मुंबई में उनका अंतिम संस्कार इसी दिन कर दिया गया था. सुनील दत्त का जन्म 6 जून, 1929 को झेलम ज़िले के ख़ुर्द गाँव में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है. प्रख्तात अभिनेत्री नरगिस से विवाह करनेवाले सुनील दत्त अपने पीछे बेटे संजय दत्त के अलावा दो बेटियों को छोड़ गए हैं. एस. पी. रावत, कुरुक्षेत्र फिल्म अभिनेता स्व: सुनील दत्त के छोटे भाई और संजय दत्त के चाचा एक्टर सोम दत्त का शनिवार रात को निधन हो गया। सोम दत्त करीब 75 साल के थे और पिछले कुछ दिनों से दिल की बीमारी का इलाज करवा रहे थे। उनका इलाज चंडीगढ़ के एक अस्पताल में हो रहा था। उनका अंतिम संस्कार रविवार शाम को उनके पैतृक गांव यमुनानगर जिले के मंडौली में हुआ। यहीं यमुना तट पर उनकी मां का भी अंतिम संस्कार किया गया था। सोम दत्त के निधन की खबर से शहर और उनके पैतृक गांव में शोक छाया है। लंबे समय से वह परिवार के साथ अपने गांव मंडौली में रह रहे थे। मुंबई उनका आना-जाना लगा रहता था। पिछले दिनों लक्ष्मी गार्डन में आयोजित एक कार्यक्रम में जब उनसे बातचीत की गई थी तो उन्होंने बताया था कि वह संजय दत्त को लेकर बहुत चिंतित हैं। उन्हें उम्मीद है कि सरकार व्यवहार को देखते हुए उनकी सजा में कुछ नरमी बरतेगी। इस मामले को लेकर सोम दत्त और उनकी पत्नी पुनीता दत्त लगातार प्रिया दत्त से संपर्क में रहते थे। देश का बंटवारा हुआ तो बलराज उर्फ बल्लू फौजी (सुनील दत्त) का परिवार यमुना किनारे गांव मंडौली में आकर बस गया था। दत्त परिवार को सरकार ने मंडौली में 14 एकड़ भूमि आवंटित की थी। किस्मत सुनील दत्त को मुंबई ले गई। उन्होंने बॉलिवुड और फिर राजनीति में भी पहचान बनाई। लेकिन उनके छोटे भाई सोमदत्त ने गांव मंडौली में ही रहना तय किया था। रविवार को यहां उनके बेटे युवराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर गांव के डॉ. सुभाष और अजय भारद्वाज ने बताया कि दत्त परिवार ने गांव मंडौली को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दी है और उनके गांव को सुनील दत्त और सोम दत्त के गांव के नाम से ही जाना जाता था। सोम दत्त ने 20 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उनकी 1968 में पहली फिल्म मन का मीत बहुत सफल रही। उसके बाद उन्होंने 1971 में चंदन, 1972 में डाक्टर एक्स, 1974 में गंगा, 1977 में दो दिल वाले और उसके बाद यादें, मुझे जीने दो, दीपक और यारी दुश्मनी आदि फिल्में भी कीं। पृथ्वीराज कपूर के साथ बतौर हीरो मशहूर फिल्म नानक नाम जहाज थी जिसमें विम्मी इनकी हिरोईन थी। सोम दत्त के बचपन के दोस्त और दूर के रिश्तेदार एस. एन. दत्त ने बताया कि सोम सुनील दत्त से लगभग 10 साल छोटे थे। नहीं पहुंचे संजू बाबा बताया गया कि मौसम खराब होने की वजह से मुंबई से उनके भतीजे एवं फिल्म स्टार संजय दत्त अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आ सके। शायद वह अगले एक दो दिन में शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए मंडौली गांव पहुंच सकते हैं। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Menu
संजय दत्त से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
सुनील दत्त का गांव कौन सा है?अब के पाकिस्तान स्थित पंजाब के झेलम ज़िले के खुर्द गांव में 6 जून 1929 को सुनील दत्त का जन्म हुआ था.
संजय दत्त की बिरादरी कौन सी है?
संजय दत्त ने कितनी शादी की है?बता दें कि संजय ने तीन बार शादी की है। उनकी तीसरी वाइफ हैं मान्यता... संजय दत्त की पहली शादी एक्ट्रेस ऋचा शर्मा से (1987) हुई थी, लेकिन साल 1996 में ऋचा की ब्रेन ट्यूमर से डेथ हो गई।
संजय दत्त का घर किधर है?संजय दत्त मुंबई का घर मुंबई के पाली हिल में स्थित है और इसका नाम इम्पीरियल हाइट्स है।
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