|| छात्र के कर्तव् || परिचय– ‘स्टूडेंट’ शब्द का अर्थ है वह जिसका मुख्य व्यवसाय अध्ययन करना है। एक छात्र का प्राथमिक कर्तव्य – एक छात्र का प्राथमिक कर्तव्य अध्ययन करना है। इसका मतलब है कि उसे चाहिए अन्य कर्तव्य – अध्ययन के अलावा एक छात्र के पास कई अन्य कर्तव्य भी हो सकते हैं छात्रों में समाज सेवा की भावना का विकास करना चाहिए। वे कर सकते हैं
पाठ्य पुस्तकों को पढ़ने के अलावा एक छात्र को समाचार पत्र पढ़ना चाहिए, निष्कर्ष – चूँकि विद्यार्थी जीवन मनुष्य के जीवन का मूल समय होता है, अत: विद्यार्थी को इस अवस्था में सभी प्रकार की अच्छी आदतों को ग्रहण करने का प्रयास करना चाहिए और बुरे लोगों से दूर रहना चाहिए। इस अवधि का एक-एक पल कीमती माना जाना चाहिए Reader Interactionsविद्यार्थी के क्या कर्तव्य है?अपने गुरुओं, शिक्षकों अथवा शिक्षिकाओं के प्रति विद्यार्थी का परम कर्तव्य है कि वह सभी का आदर करे तथा वे जो भी पाठ पढ़ाते हैं वह उसे ध्यानपूर्वक सुने तथा आत्मसात् करे । वे जो भी कार्य करने के लिए कहते हैं उसे तुरंत ही पूर्ण करने की चेष्टा करे ।
विद्यार्थी का पहला कर्तव्य क्या है?एक विद्यार्थी के रूप में मनुष्य का देश के प्रति पहला कर्तव्य यह होता है कि वह अपनी शिक्षा उचित रूप से पूर्ण करें। दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है, देश के शक्तिबोध तथा सौंदर्यबोध को बढ़ाना। एक विद्यार्थी को अपने व्यवहार में सज्जनता रखनी चाहिए।
विद्यार्थी के रूप में आप अपने कर्तव्य परायणता का परिचय कैसे दे सकते हैं?च. गाँव के लोग विभु 'का' को देवता मानने लगे थे । विद्यार्थी के रूप में आप अपनी कर्तव्यपरायणता का परिचय कैसे दे सकते हैं?
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