सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजनों का रूप ले लेते हैं ? Show
सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजनों का रूप ले लेते हैं ?उत्तर- समाज में व्यक्ति के बीच कई प्रकार के सामाजिक अंतर देखने को मिलते हैं जैसे जाति के आधार पर अंतर, आर्थिक स्तर पर अंतर, धर्म पर अंतर अथवा भाषायी अंतर। ये अंतर तब सामाजिक विभाजन का रूप ले लेते हैं जब इनमें से कोई एक सामाजिक अंतर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और अधिक शक्तिशाली हो जाता है। जब किसी एक समह को यह महसस होने लगता है कि वह समाज में बिल्कल अलग है तो उसी समय सामाजिक विभाजन प्रारंभ हो जाता है। श्रीलंका में भाषायी आधार पर ही सामाजिक विभाजन हो गया था. जब तमिल भाषा बोलने वाले लोगों की सरकार द्वारा उपेक्षा करते हए सिर्फ सिंहली भाषा बोलने वालों के पक्ष में संविधान का निर्माण किया गया था। दुनिया के अधिकतर देशों में किसी न किसी किस्म का सामाजिक विभाजन है और इन सबकी शुरुआत सामाजिक अंतरों के साथ ही होती है।
These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Social Science in Hindi Medium. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Social Science Civics Chapter 3 Democracy and Diversity. प्रश्न अभ्यास संक्षेप में लिखें प्रश्न 1. सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम तय करने वाले तीन कारकों की चर्चा करें।
इस प्रकार लोकतंत्र में सामाजिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति एक सामान्य बात है और यह एक स्वस्थ राजनीति का लक्षण भी हो सकता है। राजनीति में विभिन्न तरह के सामाजिक विभाजनों की अभिव्यक्ति ऐसे विभाजनों के बीच संतुलन पैदा करने का काम भी करती है। इस स्थिति में लोकतंत्र मज़बूत ही होता है। प्रश्न 2. सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजनों का रूप ले लेते हैं? प्रश्न 3. सामाजिक विभाजन किस तरह से राजनीति को प्रभावित करते हैं? दो उदाहरण भी दीजिए। यूगोस्लाविया भी इसका एक उदाहरण है। वहाँ धार्मिक और जातीय विभाजन के आधार पर शुरू हुई राजनीतिक होड़ में यूगोस्लाविया कई टुकड़ों में बँट गया। इन उदाहरणों से लगता है कि किसी देश में यदि सामाजिक विभाजन है तो उसे राजनीति में अभिव्यक्त नहीं होने देना चाहिए। किंतु राजनीति में सामाजिक विभाजन की हर अभिव्यक्ति फूट पैदा नहीं करती। लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के लिए सामाजिक विभाजनों की बात करना तथा विभिन्न समुदायों की उचित माँगों और जरूरतों को पूरा करने वाली नीतियाँ बनाना भी इसी कड़ी का हिस्सा है। अधिकतर देशों में मतदान के स्वरूप और सामाजिक विभाजनों के बीच एक प्रत्यक्ष संबंध दिखाई देता है। इसके तहत एक समुदाय के लोग आमतौर पर किसी एक दल को दूसरों के मुकाबले ज्यादा पंसद करते हैं और उसी को वोट देते हैं। कई देशों में ऐसी पार्टियाँ हैं जो सिर्फ एक ही समुदाय पर ध्यान देती हैं और उसी के हित में राजनीति करती हैं पर इन सबकी परिणति देश के विखंडन में नहीं होती। प्रश्न 4. “”सामाजिक अंतर गहरे सामाजिक विभाजन और तनावों की स्थिति पैदा करते हैं। सामाजिक अंतर सामान्य तौर पर टकराव की स्थिति तक नहीं जाते। प्रश्न 5. सामाजिक विभाजनों को सँभालने के संदर्भ में इनमें से कौन-सा बयान लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लागू नहीं होता? (क) लोकतंत्र में राजनीतिक प्रतिद्वन्द्विता के चलते सामाजिक विभाजनों की छाया राजनीति पर भी पड़ती है। उत्तर (घ) लोकतंत्र सामाजिक विभाजनों के आधार पर समाज को विखंडन की ओर ले जाता है। प्रश्न 6. निम्नलिखित तीन बयानों पर विचार करें: इन बयानों में से कौन-कौन से बयान सही हैं? प्रश्न 7. निम्नलिखित बयानों को तार्किक क्रम से लगाएँ और नीचे दिए गए कोड के आधार पर सही जवाब ढूँढ़ें। (अ) सामाजिक विभाजन की सारी राजनीतिक अभिव्यक्तियाँ खतरनाक ही हों यह जरूरी नहीं है। उत्तर (ख) द, ब, अ, स। प्रश्न 8. निम्नलिखित में किस देश को धार्मिक और जातीय पहचान के आधार पर विखंडन का सामना करना पड़ा? (क) बेल्जियम उत्तर (ख) भारत। प्रश्न 9. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के 1963 के प्रसिद्ध भाषण के निम्नलिखित अंश को पढ़े। वे किस सामाजिक विभाजन की बात कर रहे हैं? उनकी उम्मीदें और आशंकाएँ क्या थीं? क्या आप उनके बयान और मैक्सिको ओलंपिक की उस घटना में कोई संबंध देखते हैं, जिसका जिक्र इस अध्याय में था? ‘मिली आजादी, मिली आज़ादी ! प्रभु बलिहारी, मिली आजादी!’ मेरा एक सपना है कि एक दिन यह देश उठ खड़ा होगा और अपने वास्तविक स्वभाव के अनुरूप कहेगा, “हम इस स्पष्ट सत्य को मानते हैं कि सभी लोग समान हैं।” उनका बयान मैक्सिको ओलंपिक की घटना से संबंधित है। उस घटना के द्वारा भी रंगभेद के विरुद्ध आवाज उठाई गई है तथा इनके भाषण में रंगभेद को गलत ठहराया गया है। दोनों ही घटनाएँ अलग-अलग तरीके से रंगभेद का विरोध कर रही हैं। Hope given NCERT Solutions for Class 10 Social Science Civics Chapter 3 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. सामाजिक अंतर कब और कैसे सामाजिक विभाजन का रूप है?Solution : सामाजिक विभिन्नता का अर्थ है, जाति , धर्म , भाषा अथवा संस्कृति के कारण लोगों के समूहों में अंतर होना। यह सामाजिक विभाजन तब बन जाता है जब कुछ सामाजिक विभिन्नताएं किसी अन्य सामाजिक विभिन्नताओं से मिल जाती है दूसरे शब्दों में , जब दो या दो से अधिक सामाजिक मिल जाती हैं तो एक सामाजिक विभाजन बन जाता है।
सामाजिक विभाजन कब होता?सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अंतर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते हैं। अमेरिका में श्वेत और अश्वेत का अंतर एक सामाजिक विभाजन भी बन जाता है क्योंकि अश्वेत लोग आमतौर पर गरीब हैं, बेघर हैं, भेदभाव के शिकार हैं। हमारे देश में भी दलित आमतौर पर गरीब और भूमिहीन हैं।
सामाजिक विभाजन का क्या अर्थ है?Solution : जाति, धर्म, रंग, क्षेत्र आदि के आधार पर समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा परस्पर गलत व्यवहार करना, आपसी संघर्ष को सामाजिक विभाजन कहते हैं।
सामाजिक विभाजन का रूप नहीं लेती कैसे?हर एक सामाजिक विभिन्नता सामाजिक विभाजन का रूप नही लेती । कैसे? उत्तर :- हर सामाजिक विभिन्नता सामाजिक विभाजन का रूप नही लेती है क्योंकि सामाजिक विभाजन का कोई आधार नही होता है जो व्यक्ति जिस जाति या समुदाय में जन्म लेता है वह उसी जाति या समुदाय का हो जाता है।
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