सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता? - sarpee gharshan sthaitik gharshan se kam kyon hota?

विषयसूची

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  • 1 सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है?
  • 2 सीमांत घर्षण का नियम क्या है?
  • 3 तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं?
  • 4 तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं वर्णन कीजिए?
  • 5 लोटनिक घर्षण और सर्पी घर्षण में क्या अंतर है?
  • 6 किसी बल्लेबाज द्वारा गेंद को मारने पर वह जमीन पर लुढ़क जाती है तथा कुछ दूर जाकर रुक जाती है क्यों?
  • 7 घर्षण बल कब उत्पन्न होता है?
  • 8 सर्पी घर्षण क्या है?

सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 8 व्याख्या कीजिए सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है। उत्तर- सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम होता है क्योंकि जब कोई वस्तु गतिमान हो जाती है तो उसके पृष्ठ के संपर्क बिंदुओं को उतना समय नहीं मिल पाता कि वे ज़मीन/फर्श के संपर्क बिंदुओं में धँस सकें अत: सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कुछ कम होता है।

सीमांत घर्षण का नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसीमान्त घर्षण बल सम्पर्क सतहों की प्रकृति व स्थिति पर निर्भर करता है। यह वस्तु की गति की विपरीत दिशा में काम करता है। यह बल अभिलम्ब प्रतिक्रिया के समानुपाती होता है।

अगर घर्षण नहीं होगा तो क्या होगा?

इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी की सतह पर चलने वाले प्रत्येक वाहन की गति सतह तथा वाहन के आधार के बीच घर्षणबल द्वारा ही संभव है। अत: घर्षण गति बाधक तथा साधक दोनों ही है। धारुक और स्नेहकों के व्यवहार में भी घर्षण का प्रमुख स्थान है। घर्षण के बिना जीवन का निर्वहन मुश्किल हो सकता है।

तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंतरल (द्रव व गैसों) में गति करने वाली वस्तुओं जैसे नाव, वायुयान, तीर, वाहन आदि की आकृति धारारेखीय बनाई जाती है ताकि घर्षण कम-से-कम हो और ये वस्तुएँ तरल में आसानी से व तीव्र गति से गति कर सकें।

तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंजब वस्तुएँ किसी तरल में गति करती हैं तो उनको अधिक बल लगाने की आवश्यकता होती है जिससे घर्षण बल भी अधिक होता है। इसलिए तरल में गति करने वाली वस्तुओं जैसे की नावं, समुद्री जहाज आदि को एक विशेष प्रकार की आकृति दी जाती है कि कम बल लगाने की आवश्यकता पड़े।

इसे सुनेंरोकेंसर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम होता है क्योंकि सी घर्षण में सापेक्ष तलों को परस्पर इन्टरलॉक करने का कम समय लगता है जबकि स्थैतिक घर्षण में उसके विपरीत होता है।

जमीन पर लुढ़कती गेंद पर कौन सा बल कार्य करता है?

इसे सुनेंरोकेंजब गेंद जमीन पर लुढ़कती है, तो जमीन गेंद पर अपनी गति की विपरीत दिशा में घर्षण बल लगाती है। घर्षण बल दो सतहों के बीच एक सतह की दूसरी सतह पर सापेक्ष गति का विरोध करके कार्य करता है। घर्षण के कारण, जैसे ही गेंद लुढ़कती है, गेंद गर्मी और ध्वनि के लिए अपनी ऊर्जा खो देती है।

लोटनिक घर्षण और सर्पी घर्षण में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकें(1) ” जब एक पिंड किसी दूसरे पिंड के पृष्ठ पर फिसलता है तो दोनों के संपर्क तलों के मध्य कार्य करने वाला घर्षण सर्पी घर्षण कहलाता है। ” “जब एक पिंड किसी दूसरे पिंड पर लुढ़कता है तो दोनों के संपर्क तलों के मध्य कार्य करने वाले घर्षण को बेलन घर्षण (लोटनिक) कहते हैं।”

किसी बल्लेबाज द्वारा गेंद को मारने पर वह जमीन पर लुढ़क जाती है तथा कुछ दूर जाकर रुक जाती है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंविकल्प (c) सही है : गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है। किसी बल्लेबाज द्वारा क्रिकेट की गेंद को मारने पर गेंद ज़मीन पर लुढ़कती है। कुछ दूरी चलने के पश्चात् गेंद रुक जाती है। गेंद रुकने के लिए धीमी होती है, क्योंकि गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।

तरल पदार्थ में गतिमान वास्तुओं का आकार क्यों होना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंद्रव पदार्थ की वह भौतिक अवस्था जिसमें आयतन निश्चित, परंतु आकार अनिश्चित होता है, द्रव कहलाती है। जैसे- दूध, मिट्टी का तेल आदि।

घर्षण बल कब उत्पन्न होता है?

इसे सुनेंरोकेंजब परस्पर सम्पर्क में स्थित दो सतहों के बीच सापेक्ष गति होती है या सापेक्ष गति उत्पन्न होने वाली होती है तो ठोस सतहों के सम्पर्क तल पर पारस्परिक बल उत्पन्न हो जाते है जो दोनों सतहों के बीच होने वाली आपेक्षिक गति का विरोध करते है, इन बलों को घर्षण बल या घर्षण कहते हैं।

सर्पी घर्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसर्पी घर्षण (Sliding friction)- वह घर्षण बल जो सम्पर्क में आए दो तलों के परस्पर फिसलने पर उत्पन्न होता है, सर्पी घर्षण कहलाता है।

व्याख्या कीजिए, सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है।

Solution

सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम होता है क्योंकि जब कोई वस्तु गतिमान हो जाती है तो उसके पृष्ठ के संपर्क बुन्दुओं को उतना समय नहीं मिल पाता कि वे ज़मीन/फर्श के संपर्क बिन्दुओं में धँस सकें। अत: सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कुछ कम होता है। उदाहरण- किसी गतिमान बॉक्स में गति आरम्भ करने कि अपेक्षा पहले से ही गतिमान बॉक्स की गति बनाए रखना सरल होता है।

सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होते हैं?

Solution : सर्पी घर्षण स्थैतिक घर्षण से कम होता है क्योंकि सी घर्षण में सापेक्ष तलों को परस्पर इन्टरलॉक करने का कम समय लगता है जबकि स्थैतिक घर्षण में उसके विपरीत होता है।

स्थैतिक घर्षण और सर्पी घर्षण में क्या अंतर है?

सर्पी घर्षण: जब एक सतह दूसरी सतह पर फिसलती है तो सतहों के बीच लगने वाला घर्षण बल सर्पी घर्षण होता है। लोटनिक घर्षण: जब एक निकाय दूसरे निकाय की सतह पर लुढ़कता है, तो उसकी गति के प्रतिरोध को लोटनिक घर्षण कहा जाता है। स्थैतिक घर्षण: जब वस्तु को सतह पर स्थिर रखा जाता है तो घर्षण बल कार्य करता है।

सर्पी घर्षण क्या है उदाहरण सहित समझाइए?

सर्पी घर्षण (Sliding friction)- वह घर्षण बल जो सम्पर्क में आए दो तलों के परस्पर फिसलने पर उत्पन्न होता है, सर्पी घर्षण कहलाता है।

स्थैतिक घर्षण सीमांत घर्षण तथा गतिज घर्षण में से किसका मान अधिक है?

सीमान्त घर्षण की अवस्था में स्थैतिक घर्षण का मान अधिकतम होता है। यदि बाह्य बल का मान सीमान्त घर्षण बल से आधिक कर दिया जाए तो वस्तु बाह्य बल की दिशा में गति करने लगती है। जब वस्तु गति करने लगती है। तो स्पर्श तलों के मध्य कार्य करने वाले घर्षण-बल को गतिक घर्षण कहते हैं।