Show विभिन्न आकार-प्रकार के शुष्क सेल शुष्क सेल का रेखाचित्र शुष्क सेल (dry cell) एक प्रकार के विद्युतरासायनिक सेल है जो कम बिजली से चल सकने वाले पोर्टेबल विद्युत-युक्तियों (जैसे ट्रांजिस्टर रेडियो, टार्च, कैलकुलेटर आदि) में प्रयुक्त होते हैं। इसके अन्दर जो विद्युत अपघट्य (electrolyte) उपयोग में लाया जाता है वह लेई-जैसा कम नमी वाला होता है। इसमें किसी द्रव का प्रयोग नहीं किया जाता जिसके कारण इसे "शुष्क" सेल कहा जाता है। (कार आदि में प्रयुक्त बैटरियों में प्रयुक्त विद्युत अपघट्य द्रव के रूप में होता है।) चूंकि इसमें कुछ भी चूने (लीक) लायक द्रव नहीं होता, पोर्टेबल युक्तियों में इसका उपयोग सुविधाजनक होता है। सामान्यत: प्रयोग में आने वाला शुष्क सेल वस्तुत: एक जिंक-कार्बन बैटरी होती है जिसे शुष्क लेक्लांची सेल (Leclanché cell) भी कहते हैं। इसकी सामान्य स्थिति (बिना धारा की स्थिति में) में वोल्टता १.५ वोल्ट होती है जो कि अल्कलाइन बैटरी के सामान्य वोल्टता के बराबर ही है। जहाँ १.५ वोल्ट से अधिक वोल्टेज की जरूरत होती है वहाँ कई ऐसे सेल श्रेणी क्रम (series) में जोड़ दिये जाते हैं। (३ सेल श्रेणी क्रम में जोड़ने पर ४.५ वोल्ट देते हैं; ९ वोल्ट की बहुप्रचलित बैटरी में ६ कार्बन-जिंक या अल्कलाइन-सेल सीरीज में जुड़े होते हैं)। इसी तरह जहाँ अधिक धारा की आवश्यकता होती है वहाँ कई सेलों को समान्तर क्रम (parallel) में जोड़ दिया शुष्क सेल के प्रकार[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
हेलो फ्रेंड हमारा प्रश्न दिया है चक्कर में कैथोड और एनोड किसके बने होते हैं इनके मतभेद क्या भरा होता है यानी कि जो हमारा होता है इसके बारे में बताएं प्राथमिक बैटरी का चिर परिचित उदाहरण है प्राथमिक बैटरी की अभिक्रिया केवल एक बार होती है तथा कुछ समय तक प्रयोग के बाद बैटरी फ्री हो जाती है एवं प्रयोग में नहीं लाई जा सकती है और अगर बात करोगी तो है क्या अविष्कारक कौन थे उनके नाम से भी जाना जाता है और यह सामान्य रूप से ट्रांजिस्टर ओ एवं घड़ियों में उपयोग में लाते हैं ठीक है तो अगर हम देखें हमारा जो हमारा ए नोट उसमें जो है हमारा कैथोड और एनोड में जो है हमारा इसमें जो हमारा एनोड होता है यह हमारा जो है जिंदगी का एक पात्र जो है इसमें जो सिंह का पात्र होता है वह हमारा जो है एनोड का कार्य करता है एनोड का कार्य नोट का कार्य करता है हमारा जो है कैथोड कैथोड जो है हमारा यह जो है कार्बन की छड़ जो कि चारों ओर से चयनित मैग्नीज डाई ऑक्साइड तथा कार्बन से घिरी रहती है यह हमारा कैथोड का कार्य करती है तो हमारा जो कार्बन कार्बन की मतलब जो कार्बन की रॉड होती है वह हमारा जो चारों चारों ओर से चारों ओर से सुमित सुमित मैंगनीज डाइऑक्साइड मैंगनीज डाइऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड तथा कार्बन से घिरी रहती है कैथोड का कार्य करती है का कार्य करती है हमारा दांत टूट के लिए होगा उसके लिए देखें तो हमारा mno2 यह हमारा एम एन ओ nh3 बैलेंस कर देते हैं अब यहां यहां यहां पर 2213 यहां पर प्लस 3 आ जाएगी जो है अब नोटों में रोहित में अपडेट हो रहा है ठीक है यहां जो है हम देखें डायग्राम देखते हैं उसका डायग्राम है यह पीतल की टोपी होती है यानी कि हमारी तन की टोपी और यह हमारी देखिए यह जो है कार्बन की रोड है कार्बन की छड़ छड़ और यमराज जस्टिन का भी हमने बताया था शुरुआत में जब से का पात्र है जो कि हमने बताया था जिनका एक पाठ होता है वह नोट का कार्यकर्ता ही हमारा जो है जगते का है और यह हमारा जो है मल मल मल मल मल मल की थैली है अगर हम देखें हमारा जो है विजेंद्र यह हमारा जो है यहां पर nh4 nh4cl व लकड़ी लकड़ी का बुरादा है ठीक है बुरादा और यहां पर गर्म देखें यह हमारा जो है यह mno2 mno2 और जस्ता है और जो है हमारा शुष्क सेल में कैथोड और एनोड किसका बना होता है?कैथोड एक केंद्रीय कार्बन (ग्रेफाइट) छड़ है जो कार्बन-मैंगनीज (IV) डाइऑक्साइड मिश्रण (MnO2) से घिरा होता है और एक जिंक पात्र से बना शुष्क सेल होता है जो एनोड के रूप में भी कार्य करता है। शुष्क सेल का कैथोड ग्रेफाइट (तात्विक कार्बन) से बना होता है।
शुष्क सेल कितने वोल्ट का होता है?एक सामान्य शुष्क सेल एक जस्ता-कार्बन बैटरी है, जिसे कभी-कभी क्षारीय बैटरी (चूँकि दोनों समान जस्ता-मैंगनीज डाइऑक्साइड संयोजन का प्रयोग करते हैं) के समान 1.5 वोल्ट के एक सामान्य वोल्टेज के साथ शुष्क लेक्लान्ची सेल कहा जाता है।
वोल्टीय सेल में कैथोड किसका बना होता है?Solution : वोल्टीय सेल में इलेक्ट्रोड के रूप में ताँबे की प्लेट (एनोड) तथा जस्ते की प्लेट (कैथोड) का तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल का विद्युत् अपघट्य के रूप में उपयोग किया जाता है।
शुष्क सेल में एनोड के रूप में किसका प्रयोग किया जाता है?शुष्क सेल में एनोड ग्रेफाइड का बना होता है.
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