Show रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 7 नंबर लिखा हो, तो जातक का तुला लग्न होता है। तुला लग्न में रत्नलग्न के अनुसार तुला लग्न मैं जातक हीरा, नीलम, और पन्ना रत्न धारण कर सकते है। लग्न के अनुसार तुला लग्न मैं जातक को मूंगा, पुखराज, मोती, और माणिक्य रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए। तुला लग्न में हीरा रत्न
तुला लग्न में नीलम रत्न
तुला लग्न में पन्ना रत्न
अन्य लग्न और रत्न की जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें लग्न की संपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें जन्म कुंडली से अपने लग्न की पहचान करने के लिए आप निचे फोटो पर क्लिक करके देख सकते है। सावधान रहे – रत्न और रुद्राक्ष कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रत्न और रुद्राक्ष बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रत्न और रुद्राक्ष ख़रीदे, अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें अगर आपको यह लेख पसंद आया है, तो हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें, नवग्रह के रत्न, रुद्राक्ष, रत्न की जानकारी और कई अन्य जानकारी के लिए। आप हमसे Facebook और Instagram पर भी जुड़ सकते है नवग्रह के नग, नेचरल रुद्राक्ष की जानकारी के लिए आप हमारी साइट Gems For Everyone पर जा सकते हैं। सभी प्रकार के नवग्रह के नग – हिरा, माणिक, पन्ना, पुखराज, नीलम, मोती, लहसुनिया, गोमेद मिलते है। 1 से 14 मुखी नेचरल रुद्राक्ष मिलते है। सभी प्रकार के नवग्रह के नग और रुद्राक्ष बाजार से आधी दरों पर उपलब्ध है। सभी प्रकार के रत्न और रुद्राक्ष सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाते हैं। रत्न और रुद्राक्ष की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें। कुंडली में तुला लग्न कब होता है? जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 7 नंबर लिखा हो, तो जातक का तुला लग्न होता है। तुला लग्न के जातक के लिए सलाह? रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए। लग्न के अनुसार तुला लग्न में कौनसा रत्न धारण करना चाहिए? लग्न के अनुसार तुला लग्न मैं जातक हीरा, नीलम, और पन्ना रत्न धारण कर सकते है। लग्न के अनुसार तुला लग्न में कौनसा रत्न धारण नहीं करना चाहिए? लग्न के अनुसार तुला लग्न मैं जातक को मूंगा, पुखराज, मोती, और माणिक्य रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए। तुला लग्न के जातक अपना रत्न कहा से ख़रीदे? असली और सर्टिफाइड रत्न खरीदने के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें। हमारे यहाँ आपको सभी प्रकार के रत्न होलसेल भाव में मिल जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507 तुला लग्न के जातक रत्न खरीदने से पहले ये जरुर ध्यान दे? रत्न कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रत्न बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रत्न खरीदें के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें, अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507 ज्ञानचंद बुंदिवाल जेम्स फॉर एवरीवन और कोटि देवी देवता के
जेमोलॉजिस्ट और ज्योतिषी हैं। जेमोलॉजी और ज्योतिष के क्षेत्र में 16 से अधिक वर्षों का अनुभव हैं। जेम्स फॉर एवरीवन मैं आपको सभी प्रकार के नवग्रह के नाग और रुद्राक्ष उच्चतम क्वालिटी के साथ और मार्किट से आधी कीमत पर मिल जाएंगे। कोटि देवी देवता में, आपको सभी देवी-देवताओं की जानकारी प्राप्त कर सकते है, जैसे मंत्र, स्तोत्र, आरती, श्लोक आदि। तुला राशि में कौन सा अंगूठी पहनना चाहिए?तुला राशि के जो जातक हीरा धारण करते हैं, उन्हें प्रेम विवाह में सफलता मिलती है। हिरा काफी महंगा रत्न होता है। ऐसे में यदि आप किसी कारणवश आप इसे पहनने में सक्षम नहीं हैं तो आप इसकी जगह ओपल भी पहन सकते हैं। ओपल के प्रभाव से भी तुला राशि के जातकों को सभी सुखों की प्राप्ति होती हैं।
तुला राशि के लिए कौन सा नग अच्छा रहता है?अपनी नकारात्मकता को नियंत्रित करने के लिए तुला राशि के जातक ओपल, ब्लू डायमंड और टोपाज धारण कर सकते हैं।
तुला राशि को कौन सा धातु पहनना चाहिए?तुला राशि के जातकों के लिए चांदी धातु शुभ मानी जाती है। इन्हें शुक्रवार के दिन यह धातु धारण करनी चाहिए। चांदी के धारण करने से आपका दिमाग ठंडा रहता है और आपको मानसिक रूप से सुकून प्राप्त होता है।
तुला राशि वाले कछुए की अंगूठी कौन सी उंगली में पहने?कछुए की अंगूठी को पहनते समय ध्यान रखें कि उसका चेहरा आपकी तरफ होना चाहिए। इससे धन आपकी तरफ आकर्षित होता है। अगर बाहर की तरफ मुख होगा तो धन आने के बजाय चला जाएगा। वहीं अंगूठी को सीधे हाथ की बीच वाली उंगली यानी मध्यमा उंगली में या फिर अंगूठे के पास वाली यानी तर्जनी उंगली में पहनें।
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