तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kya bolana chaahie?

ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला Published by: Shashi Shashi Updated Sat, 17 Apr 2021 11:50 AM IST

तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kya bolana chaahie?

तुलसी का पौधा (प्रतीकात्मक तस्वीर) - फोटो : Pixabay

हिन्दू धर्म तुलसी पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय हैं, इसलिए इन्हें हरिवल्लभा कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस घर में नित्य प्रतिदिन तुलसी में जल दिया जाता है और तुलसी की पूजा की जाती है, उस घर में कभी भी दरिद्रता और दुर्भाग्य का वास नहीं होता है। उस घर में सदैव मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। जिससे आपके घर में सुख और समृद्धि का वास होता है। वास्तु शास्त्र में भी तुलसी के पौधे को बहुत खास बताया गया है। वास्तु के अनुसार जिस स्थान पर तुलसी का पौधा लगा होता है वहां की सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और आपके घर में सकारात्मकता आती है। सकारात्मक ऊर्जा से परिवार में सबकी तरक्की होती है और घर में समृद्धि आती है। सनातन धर्म में पूजा के समय मंत्र जाप का विशेष महत्व होता है। तुलसी पूजन के लिए भी मंत्र बताया गया है। मान्यता है कि यदि तुलसी पूजन करते समय यदि आप इस मंत्र का जप करते हैं तो सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जानिए मंत्र और जाप पूजा विधि...

धार्मिक पौराणिक ग्रंथों में तुलसी का बहुत महत्व माना गया है। जहां तुलसी का प्रतिदिन दर्शन करना पापनाशक समझा जाता है, वहीं तुलसी पूजन करना मोक्षदायक माना गया है। हिन्दू धर्म में देव पूजा और श्राद्ध कर्म में तुलसी आवश्यक मानी गई है। तुलसी पत्र से पूजा करने से व्रत, यज्ञ, जप, होम, हवन करने का पुण्य प्राप्त होता है।


तुलसी के पत्ते तोड़ने के 3 मंत्र :

1 - ॐ सुभद्राय नमः

2 - ॐ सुप्रभाय नमः

3 - मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी

नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।


तुलसी को जल देते समय बोलें यह मंत्र और पाएं समृद्धि का वरदान

घर में हरा-भरा तुलसी का पौधा परिवार की पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक है। तुलसी पौधे को जल चढ़ाते हुए यह विशेष मंत्र बोला जाए तो समृद्धि का वरदान 1000 गुना बढ़ जाता है। रोग, शोक, बीमारी-व्याधि आदि से छुटकारा मिलता है।

4- महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी

आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।


हर कामना पूरी करती है तुलसी, पढ़ें विशेष मंत्र

तुलसी की प्रतिदिन पूजन करने से घर में धन-संपदा, वैभव, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। प्रतिदिन मां तुलसी से मनोकामना कहीं जाए तो वह भी निश्चित रूप से पूरी होती है। प्रस्तुत है मां तुलसी के दो दिव्य मंत्र :

5- तुलसी स्तुति मंत्र :


देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।


तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।

धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।

तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।


7- तुलसी नामाष्टक मंत्र...

वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।

पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।

एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।

य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।


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तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kya bolana chaahie?
तुलसी की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए? - tulasee kee pooja karate samay kya bolana chaahie?

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पौराणिक ग्रंथों में तुलसी का बहुत महत्व माना गया है। जहां तुलसी का प्रतिदिन दर्शन करना पापनाशक समझा जाता है, वहीं तुलसी पूजन करना मोक्षदायक माना गया है। हिन्दू धर्म में देव पूजा और श्राद्ध कर्म में तुलसी आवश्यक मानी गई है।

तुलसी पत्र से पूजा करने से व्रत, यज्ञ, जप, होम, हवन करने का पुण्य प्राप्त होता है।


आइए जानते हैं तुलसी के विशेष मंत्र...

अगले पन्ने पर पढ़ें तुलसी के पत्ते तोड़ने का मंत्र

Vastu Tips For Tulsi माना जाता है कि रोजाना तुलसी के दर्शन और पूजन करने से व्यक्तिो ंको सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे ही जानिए तुलसी पूजन के समय किन दिव्य मंत्रों का जाप करना होगा शुभ।

नई दिल्ली, Vastu Tips For Tulsi: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना जाता है। इसी कारण तुलसी का पौधा अधिकतर घरो में होता है। वेद-शास्त्रों के साथ-साथ वास्तु शास्त्र के हिसाब से भी तुलसी का पौधा काफी शुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे की पूजा करने के कई कारण वेद शास्त्रों में बताए गए हैं। तुलसी को वृंदा नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, स्वर्ग का प्रवेश द्वार या भगवान विष्णु का निवास वैकुंठ माना जाता है। इसलिए लोगों को मोक्ष की प्राप्ति के लिए अंतिम समय में भी तुलसी की पत्ती खिलाई जाती है। शांति और समृद्धि के लिए हर दिन तुलसी के पूजा की जाती है।

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वास्तु के अनुसार, तुलसी का पवित्र पौधा वास्तु दोष को खत्म करने में मदद करता है। तुलसी की पूजा करने के बाद परिक्रमा करना लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से शरीर में मौजूद बुराई और नकारात्मकता को दूर करने में मदद करती है। वास्तु शास्त्र में तुलसी पूजन को लेकर कई नियम और मंत्र बताए गए हैं। तुलसी को जल चढ़ाने, पत्ती तोड़ने से लेकर पूजन के समय किन मंत्र को बोलना चाहिए। इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। ऐसे ही व्यक्ति अगर धन लाभ के साथ हर क्षेत्र में सफलता पाना चाहता है, तो तुलसी के पौधे की पूजा कते समय इन दो दिव्य मंत्र को जरूर बोले।

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तुलसी पूजन के समय बोलें ये 2 दिव्य मंत्र

तुलसी की प्रतिदिन पूजा करने से व्यक्ति को धन-संपदा, वैभव, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। इसलिए तुलसी की पूजा करते समय अपनी मनोकामनाओं को ध्यान करते हिए तुलसी मां के इन दो दिव्य मंत्रों को बोलना चाहिए। इससे व्यक्ति को इच्छा अवश्य पूर्ण होती है।

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1-तुलसी स्तुति मंत्र :

देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः

नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।

धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।

तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।

2- तुलसी नामाष्टक मंत्र

वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।

पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।

एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।

य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।

Pic Credit- Instagram/ambica_nasta_house_jhalod

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Edited By: Shivani Singh

तुलसी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

तुलसी मंत्र (Tulsi Mantra) महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते.. इस मंत्र का जाप नियमित रूप से तुलसी पत्र को या पौधे को छूते हुए करना चाहिए. इससे व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं.

तुलसी को जल चढ़ाते समय क्या बोलना चाहिए?

मान्यता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण से रोग-शोक मिट जाते हैं. मंत्र है- 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते. '

तुलसी जी का कौन सा मंत्र है?

आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

प्रतिदिन तुलसी पूजा कैसे करें?

तुलसी पूजन विधि- प्रतिदिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात पूजाघर में पूजन के साथ तुलसी का भी पूजन करना चाहिए। तुलसी के नीचे हमेशा गाय के शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए, इसी के साथ नियमित रुप से संध्या के समय भी तुलसी में दीपक जरूर जलाना चाहिए।