दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके क्या कारण है इसे कैसे दूर किया जाता है? - door drshti dosh kise kahate hain isake kya kaaran hai ise kaise door kiya jaata hai?

दूर-दृष्टि दोष
दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके क्या कारण है इसे कैसे दूर किया जाता है? - door drshti dosh kise kahate hain isake kya kaaran hai ise kaise door kiya jaata hai?
दूर-दृष्टि दोष से पीड़ित नेत्र में परिवर्तन
विशेषज्ञता क्षेत्रदृष्टिमिति, नेत्रविज्ञान 
दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके क्या कारण है इसे कैसे दूर किया जाता है? - door drshti dosh kise kahate hain isake kya kaaran hai ise kaise door kiya jaata hai?
लक्षणनिकटवर्ती वस्तुएँ धुंधला दिखाना, दूरस्थ वस्तुएँ स्पष्ट दिखना।
संकटजरण, वंशानुगत
निदाननेत्र परीक्षण
चिकित्साचश्मा, संस्पर्श लेंस, शल्यचिकित्सा, IOL implantation

दूर-दृष्टि दोष या दूर-दर्शिता दृष्टि की अपवर्तन दोष है जिसमें दूर की वस्तुएँ स्पष्ट दिखती हैं परन्तु निकट रखी वस्तुएं सुस्पष्ट नहीं दिखाई दिती। नेत्रों में यह दोष उत्पन्न होने का कारण चक्षु लेंस के अपर्याप्त समंजन के कारण प्रकाश की समान्तर किरणपुंज आँख द्वारा अपवर्तन के बाद दृष्टि पटल पर न बनाकर उसके पीछे प्रतिबिम्ब बना देना है। ऐसे दोषयुक्त व्यक्ति को, उसके निकट-बिंदु 25 cm से दूर हटने के कारण, आराम से पठन सामग्री को पढ़ने के लिए 25 cm से दूरी पर रखना पड़ता है।

यह दोष अधिकांशतः वृद्ध होने या अधिक आयु (जैसे चालीस के ऊपर) के लोगों को होता है। काम आयु के लोगों में यह बहुत कम पाया जाता है।

आँखों के चक्षु लेंस के फोकस दूरी के अधिक हो जाने या नेत्र लेंस के छोटे हो जाने के कारण यह दोष उत्पन्न होता है। पूरी कोशिश करने पर भी आँखें इस फोकस दूरी को कम नहीं कर पातीं। इस दोष का संशोधन आँखों के आगे उत्तल लेंस युक्त चश्मे के प्रयोग से किया जाता है।

दूर-दृष्टि दोष का निवारण[संपादित करें]

दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके क्या कारण है इसे कैसे दूर किया जाता है? - door drshti dosh kise kahate hain isake kya kaaran hai ise kaise door kiya jaata hai?

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • निकटदृष्टि दोष
  • मानव नेत्र
  • दृष्टिपटल या रेटिना

दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इसके क्या करना है इसे कैसे दूर किया जाता है?

दूर दृष्टि दोष के कारणः यह रोग निम्न में से एक कारण से हो सकता है। (1) लेंस से रेटिना की दूरी कम हो जाए अर्थात् नेत्र के गोले की त्रिज्या कम हो जाए। (2) लेंस के पृष्ठो की वक्रता कम हो अर्थात् लेंस पतला हो जाए जिससे उसकी फोकस दूरी बढ़ जाए। निवारणः- इस दोष में लेंस की फोकस दूरी अधिक हो जाती है।

दूर दृष्टि दोष परिभाषा क्या है?

मायोपिया तब होता है, जब आंख की पुतली बहुत लंबी हो जाती है या कार्निया (आंखों की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत) की वक्रता बहुत बढ़ जाती है। इससे जो रोशनी आंखों में प्रवेश करती है वो ठीक प्रकार से फोकस नहीं होती है, जिससे प्रतिबिंब रेटिना के थोड़ा आगे फोकस होते हैं। इससे नज़र धुंधली हो जाती है।

दूर दृष्टि दोष से क्या तात्पर्य है इसका निवारण किस प्रकार किया जा सकता है ?` Doubtnut com?

(2) अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी का कम हो जाना। <br> दूर-दृष्टि दोष को दूर करना-इस दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस का प्रयोग किया जाता है। इस लेंस के प्रयोग से निकट बिंदु से आने वाली प्रकाश किरणें किसी दूर के बिंदु से आती हुई प्रतीत होती हैं तथा निकट पड़ी वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देने लगती हैं।

निकट दृष्टि दोष क्या होता है इसका निवारण कैसे होता है?

मायोपिया होने का खतरा तब बढ़ जाता है जब आंख की पुतली बहुत लंबी हो जाती है या कॉर्निया (आंखों की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत) की वक्रता बहुत बढ़ जाती है। इस वजह से आंखों में प्रवेश करने वाली रौशनी ठीक प्रकार से फोकस नहीं हो पाती है, जिससे प्रतिबिंब रेटिना के थोड़ा आगे फोकस होते हैं और नज़र धुंधली हो जाती है।