वर्षा जल संचयन कैसे करते हैं? - varsha jal sanchayan kaise karate hain?

Varsha jal sanchayan ke labh – Benefits Of Rainwater Harvesting

जल हमारे जीवन की सबसे अहम् आवश्यकताओं में से एक है और ये जल हमें कई तरीकों से प्राप्त होता है और इसका उपयोग हम अपनी रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी में कई तरीकों से करते हैं। पहले की अपेक्षा आज के समय में पानी की खपत ज्यादा हो गयी है और जल का उपयोग हमारे देश में ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा होता है क्योंकि हमारा देश एक कृषि प्रधान दश है और यहाँ पानी की खपत कृषि में ज्यादा होती है। और आज के समय में तो इसका उपयोग व्यापार में भी होने लगा है। और बहुत से लोग पानी की समस्या को कम करने के लिए बोरवेल स्थापित करा रहे हैं जिससे की पानी की कमी न होने पाए लेकिन ऐसा करने से हमारे धरती का जल स्तर कम होने लगा है और बहुत से बोरबेल तो बंद भी हो चुके हैं।

और ऐसे में पानी को संरक्षित करना हमारा परम कर्त्तव्य हो गया है और आज के समय में न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में बल्कि शहरी क्षेत्रों में कई बड़े कल कारखानों में पानी का उपयोग ज्यादा होने लगा है और इसके करण पानी की किल्लत होने लगी है| और ऐसे में घरेलू और व्यावसायिक उपयोग के लिए वर्षा कर जल को संरक्षित करना हमारा सबसे अहम् कर्त्तव्य हो गया है| और ऐसे में हमें वर्षा के जल को संरक्षित करना चाहिए जिससे की आने वाले समय में हमें पानी की किल्लत न हो।

वर्षाजलसंचयनक्याहै? varsha jal sanchayan kya hai?

वर्षा के जल को संरक्षण करना एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम वर्षा के जल को बचाकर अपने जीवन की सारी जल सम्बन्धी समस्या ख़त्म कर सकते हैं| जल संचयन या रेन वाटर हारवेस्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम वर्षा के जल को बचाकर अपने उपयोग में ला सकते हैं| वर्षा के पानी को एक निर्धारित स्थान पर जमा करके हम वर्षा के जल को संचयन कर सकते हैं। और ऐसा करने के लिए हमारे पास कई तरीके है जिनकी मदद से हम रेन वाटर हारवेस्टिंग कर सकते हैं। और इन तरीकों से हम भूजल तक वर्षा के जल को पहुंचा सकते हैं और धरती के अंदर के जल स्तर को बड़ी ही आसानी से बढ़ा सकते हैं| वर्षा के जल संचयन करना कोई आधुनिक तरीका नहीं है बल्कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है जिससे हम वर्षा के जल को संगृहीत करके बड़ी ही आसानी से अपनी पानी की समस्या को कम कर सकते हैं।

वर्षाजलसंचयनकेतरीके – varsha jal sanchayan ke tarike

अब हम आपको वर्षा के जल को संगृहीत करने के लिए कुछ खास तरीकों के बारे में बताने वाले हैं जिसका उपयोग करके आप बड़ी ही आसानी से वर्षा के जल को संगृहीत करके अपनी पानी की समस्या को ख़त्म कर सकते हैं| और ये तरीके हमारे लिए काफी कारगर साबित हो रहे हैं और ऐसा करके हम वर्षा के जा को घरेलू उपयोग में भी ला सकते हैं।

1.सतह जल संग्रह सिस्टम

इसमें सबसे पहले हम बात करने जा रहे हैं सतह जल संग्रह की जिसमे हम वर्षा के जल को सतह पर ही संगृहीत करके इसको अपने उपयोग में लेट हैं और इस जल को गन्दी नालियों में जाने से रोकते हैं और इस जल संग्रहण के तरीके को सतह जल संग्रह कहा जाता है। ऐसा करने से बड़े-बड़े कुआं,नदी, ज़क तालाबों में हम वर्षा के जल को जमा करके पानी की कमी को दूर कर सकते हैं।

2. छत प्रणाली

इसके बाद हम बात करने जा रहे हैं छत पर जल को संग्रहण करने की जी हाँ अगर हम बारिश के पानी को अपने छत संगृहीत करके रख सकते हैं। इसके लिए हमें अपने छत पर खुली टंकियों को बनवाना होगा जिससे वर्षा का जल आसानी से संगृहीत हो सकता है| और ऐसा करके हम बहुत सारा जल संगृहीत करके हम वर्षा जल संग्रहण कर सकते हैं।

3. बांध बनाना

इसके बाद हम बात करने जा रहे हैं बांध की जिसमे भी ह वर्षा के जल को संगृहीत वर्षा के पानी को बहुत ही बड़े पैमाने में इकठ्ठा कर सकते हैं और गर्मियों में जब पानी की कमी हो जाती है तब हम इस पानी को अपने उपयोग में ला सकते हैं| और इसलिए हमारे भारत में कई बांधों का निर्माण किया जा रहा है।

4. भूमिगत टैंक

ये तरीका भी एक बहुत ही अच्छा तरीका है वर्षा के जल को बचने का जी हाँ इसके माध्यम से हम भूमि के अंदर पानी को बड़ी बड़ी टंकी बनाकर संरक्षित करके रख सकते हैं। और ऐसा करने से हमारे भूमिगत जल की मात्रा काफी बढ़ जाती है। और इस तरीके में हम ज्यादा से ज्यादा पानी को मिट्टी के अंदर संचय करके रख सकते हैं।

5. जल संग्रह जलाशय

यह भी एक बहुत अच्छा तरीका है वर्षा के जल को बचने का जिसमे हम बारिश के पानी को तालाबों और छोटे पानी के स्रोतों में जमा कर सकते हैं और जब हमें जरूरत हो तो हम इसको उपयोग में लाकर अपनी जल की समस्या को ख़त्म कर सकते हैं।

वर्षाजलसंचयनकेफायदे

अब हम आपको वर्षा के जल को संचय करने के फायदे के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं जिससे हमें पानी की कमी न हो और हमारा जीवन आसानी से कत सके।

1.हमारे घरेलू काम में जो पानी लगता है उसको भी हम बचा सकते हैं और पानी का नाजायज़ इस्तेमाल रोककर हम जल का संग्रह कर सकते हैं।

2.आजकल के समय में बड़े-बड़े कल कारखानो में साफ़ पानी को उपयोग में लाकर काफी मात्र में खराब कर दिया जाता है लेकिन ऐसा करने से जल की बहुत बर्बादी होती है इसके लिए हमें वर्षा के जल का संचय करना चाहिए और इसी का इस्तेमाल करना चाहिए।

3.अगर हम ज्यादा से ज्यादा वर्षा जल का संचयन करेंगे तो हमें पानी की कमी नहीं होगी और इसकी मदद से हम बोरवेल वाले क्षेत्रों में बोरवेल के पानी को सूखने से भी रोक सकते हैं और जब गर्मी का मौसम आये तो हम इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. रेन वाटर हारवेस्टिंग की सहायता से हम वर्षा के जल को संगृहीत करके अपनी पानी की समस्या को कम कर सकते हैं और बाढ़ की समस्या होने पर कई प्रकार से हमें आर्थिक समस्या होने लगती है और इससे हमारी आर्थिक मजबूती भी ख़राब होती है इसलिए हमें जल का संग्रह करना चाहिए।

5. आज के समय में आधुनिक टेक्नोलॉजी के कारण हर एक क्षेत्र मे बड़ी बड़ी इमारतों का निर्माण हो रहा है। और इसमें ज्यादा मात्र में लोग रह रहे हैं और इन इमारतों को बनाने के लिए हमें ज़ुयादा मात्र में पानी की जरूरत होती है ऐसे में अगर हम वर्षा जल संचयन करे तो हम बहुत सारा पानी बचा सकते है।

6. हमें ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक पानी को इस्तेमाल करना चैये जिससे की पानी की बचत हो सके और वर्षा पानी को शौचालय के लिए, नहाने के लिए और बर्तन धोने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।

कुछसावधानियां

1.इसके लिए हमें कुछ सावधानियां भी रखना बेहद आवश्यक है और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की मदद से जमा किए हुए पानी को इस्तेमाल करने से पहले हमें इसे अच्छे से फिल्टर करके तभी इस्तेमाल में लाना चाहिए।

2.इसके आलावा वर्षा जल को इस्तेमाल करने से पहले हमें इसको बॉईल जरूर करना चाहिए ताकि इसकी जो गन्दगी हो वो आसानी से निकल सके।

वर्षा जल संचयन की प्रक्रिया क्या है?

जल संचयन में घर की छतों, स्थानीय कार्यालयों की छतों या फिर विशेष रूप से बनाए गए क्षेत्र से वर्षा का एकत्रित किया जाता है। इसमें दो तरह के गड्ढे बनाए जाते हैं। एक गड्ढा जिसमें दैनिक प्रयोग के लिए जल संचय किया जाता है और दूसरे का सिंचाई के काम में प्रयोग किया जाता है।

जल संचयन कैसे करें?

सतह से बारिश के पानी को इकट्‌ठा करना बहुत ही असरदार और पारंपरिक तकनीक है। इससे छोटे तालाबों, भूमिगत टैंकों, बांध आदि के इस्तेमाल से जल संरक्षण किया जा सकता है। भूमिगत पुनर्भरण तकनीक जल संग्रहण का एक नया तरीका है। इसे कुआं खोदकर गड्‌ढा, खाई, हैंडपम्प और कुएं को दोबारा चार्ज करके किया जा सकता है।

वर्षा जल संचयन क्या है वर्षा जल संचयन के तरीकों पर चर्चा करें?

वर्षा जल संचयन या रेन वाटर हारवेस्टिंग से ज्यादा से ज्यादा पानी को अलग-अलग जगहों में इकट्ठा किया जाता है जैसे बांधों में, कुओं में और तालाबों में। अलग-अलग जगहों में पानी का संचयन करने के कारण जमीन पर बहने वाले जल की मात्रा में कमी आती है जिससे बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा को रोकने में मदद मिलती है।

वर्षा जल संचयन का मुख्य लाभ क्या है?

वर्षा जल संचयन के द्वारा ज्यादा से ज्यादा पानी एकत्र किया जा सकता है जिससे मुफ्त में गर्मी के महीनों में कृषि से किसान पैसे कमा सकते हैं तथा पानी पर होने वाले खर्च को भी बचा सकते हैं। इसकी मदद से साथ ही ज्यादा बोरवेल वाले क्षेत्रों में बोरवेल के पानी को सूखने से भी रोका जा सकता है।