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Governors Of Reserve Bank Of India in Hindi: भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर, भारत के केन्द्रीय बैंक RBI के सबसे वरिष्ठ बैंककर्मी होते हैं। वर्ष 1935 में RBI की स्थापना के बाद, भारतीय रिज़र्व बैंक में अब तक कुल 25 गवर्नर नियुक्त किये जा चुके हैं। रिज़र्व बैंक के पहले गवर्नर सर ओसबोर्न स्मिथ थे और वर्त्तमान में पूर्व वित्त सचिव व वित आयोग के सदस्य शक्तिकांत दास बने हैं। इन्होंने 11 दिसंबर, 2018 को पदभार ग्रहण किया। वह रिज़र्व बैंक के 25 वें गवर्नर हैं। Last Update: कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) के कार्यकाल को 10 दिसंबर, 2021 से अगले तीन साल के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल के लिए RBI के 25वें गवर्नर के रूप में पदभार ग्रहण किया था। आरबीआई में नियुक्ति से पहले, दास ने 15वें वित्त आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया। वह तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। भारत सरकार 5 साल की निश्चित अवधि के लिए आरबीआई के गवर्नर की नियुक्ति करती है। भारत के वित्त सचिव द्वारा हस्ताक्षरित एक रुपये के नोट को छोड़कर भारतीय मुद्रा के सभी नोटों पर भारत के गवर्नर का हस्ताक्षर होता है। भारत के राज्यपालों और उनकी जिम्मेदारियों के बारे में अधिक जानने के लिए, पूरा लेख पढ़ें और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अपने सामान्य ज्ञान को बढ़ाएं। सन् 1935 से 2022 तक 25 आरबीआई गवर्नरों की पूरी सूची देखें। ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार द्वारा 1935 में RBI की स्थापना के बाद से अब तक आरबीआई का नेतृत्व 25 गवर्नरों ने किया है। इस लेख में, हम आरबीआई गवर्नर से संबंधित हर चीज पर चर्चा करेंगे जैसे भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, गवर्नर कैसे नियुक्त किया जाता है और आरबीआई गवर्नर से संबंधित तथ्य भी। यह पद वर्तमान में शक्तिकांत दास के पास है, जिन्होंने उर्जित पटेल से पदभार ग्रहण किया था। जो छात्र बैंकिंग परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस सूची को पढ़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे GA सेक्शन में भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं और यह सूची आपके साक्षात्कार की तैयारी में भी आपके लिए सहायक होगी। नीचे भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर्स की सूची दी जा रही है, ये हैं RBI के अब तक के गवर्नर्स :
Photo Credit : RBI आरबीआई के गवर्नर की नियुक्ति कैसे होती है? (How the Governor of RBI is Appointed)?भारत सरकार आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति करती है। भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट rbi.org.in के अनुसार, “रिज़र्व बैंक के मामले एक केंद्रीय निदेशक मंडल (Central board of directors) द्वारा शासित होते हैं। बोर्ड की नियुक्ति भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम के अनुसार, भारत सरकार द्वारा की जाती है।” आरबीआई गवर्नर की भूमिका और जिम्मेदारी (Role And Responsibility Of RBI Governor)आरबीआई गवर्नर के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक ऐसी नीतियां तैयार करना है जो उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम बनाती हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं जिन्हें आरबीआई गवर्नर ध्यान में रखता है:
सर ओसबोर्न स्मिथ (Sir Osborne Smith) – 1 जनवरी, 1935 से 30 जून, 1937सर ओसबोर्न स्मिथ, रिज़र्व बैंक के पहले गवर्नर थे। स्मिथ एक पेशेवर बैंकर थें। भारत आने से पहले उन्हें बैंकिंग क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव था क्योंकि उन्होंने बैंक ऑफ न्यू साउथ वेल्स के साथ 20 से अधिक वर्षों तक और कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया के साथ 10 वर्षों तक कम किया था। भारत में, उन्हें 1926 में इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध गवर्नर का पद दिया गया था। सर जेम्स टेलर(Sir James Taylor) – 1 जुलाई 1937 से 17 फरवरी 1943 तक
सर सी. डी. देशमुख (Sir C. D. Deshmukh) – 11 अगस्त 1943 से 30 जून 1949
सर बेनेगल रामा राव (Sir Benegal Rama Rau) – 1 जुलाई, 1949 से 14 जनवरी, 1957
के जी अम्बेगांवकर (K G Ambegaonkar) – 14 जनवरी, 1957 से 28 फरवरी, 1957 तक
एच वी आर आयंगर (H V R Iengar) – 1 मार्च, 1957 से 28 फरवरी, 1962
पी सी भट्टाचार्य (P C Bhattacharya) – 1 अक्टूबर, 1957 से 28 फरवरी, 1962
एल के झा (L K Jha) – 1 जुलाई, 1967 से 3 मई, 1970
बी एन अदारकर (B N Adarkar) – 4 मई, 1970 से 15 जून, 1970
एस जगन्नाथन (S Jagannathan) – 16 जून, 1970 से 19 मई, 1975
एन सी सेन गुप्ता (N C Sen Gupta) – 19 मई, 1975 से 19 अगस्त, 1975
के आर पुरी (K R Puri) – 2 मई, 1977 से 30 नवंबर, 1977
एम नरसिम्हम (M Narasimham) – 2 मई, 1977 से 30 नवंबर, 1977
डॉ. आई जी पटेल (Dr. I G Patel) – 1 दिसंबर, 1977 से 15 सितंबर, 1982
डॉ मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) – 16 सितंबर 1982 से 14 जनवरी 1985
ए घोष (A Ghosh) – 15 जनवरी, 1985 से 4 फरवरी, 1985
आर एन मल्होत्रा (R N Malhotra) – 4 फरवरी, 1985 से 22 दिसंबर, 1990
वेंकटरमणन (Venkitaramanan) – 22 दिसंबर 1990 से 21 दिसंबर 1992
डॉ. सी रंगराजन (Dr. C Rangarajan) – 22 दिसंबर, 1992 से 21 नवंबर, 1997
डॉ. बिमल जालान (Dr. Bimal Jalan) – 22 नवंबर, 1997 से 6 सितंबर, 2003
डॉ. वाई. वी. रेड्डी (Dr. Y V Reddy) – 6 सितंबर, 2003 से 5 सितंबर, 2008
डॉ. डी. सुब्बाराव (Dr. D. Subbarao) – 5 सितंबर, 2008 से 4 सितंबर, 2013
डॉ. रघुराम राजन (Dr. Raghuram Rajan) – 4 सितंबर, 2013 से 4 सितंबर, 2016
प्राप्त हुए सम्मान- 2011- में नासकोम द्वारा – ग्लोबल इंडियन ऑफ द ईयर 2012- में इन्फोसिस द्वारा-आर्थिक विज्ञान के लिए सम्मान 2013- वित्तीय अर्थशास्त्र के लिए सैंटर फार फाइनेंशियल स्टडीज़, ड्यूश बैंक सम्मान डॉ. उर्जित आर. पटेल (Dr. Urjit R. Patel) – 4th Sept 2016 to 11th Dec 2018
Also read; How To Tackle The Unemployment Challenge In India?-Decreasing Bank Vacancies शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) – 12 दिसंबर 2018 से अब तक
आरबीआई गवर्नर्स से जुड़े तथ्य (Facts Related to RBI Governors):1. सबसे लंबे समय तक (कुल 7 साल, 197 दिन) काम करने वाले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बेनेगल रामा राव थे। वह 1 जुलाई 1949 से 14 जनवरी 1957 तक आरबीआई के प्रमुख रहे। 2. सबसे कम समय तक काम करने वाले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर अमिताभ घोष थे। वह 15 जनवरी 1985 से 4 फरवरी 1985 तक 20 दिनों तक आरबीआई के प्रमुख रहे। 3. आरबीआई देश के अन्य बैंकों के विपरीत एक वाणिज्यिक बैंक नहीं है। 4. मनमोहन सिंह एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो आरबीआई के गवर्नर (1982 – 1985) थे। 5. केजे उदेशी आरबीआई की पहली महिला डिप्टी गवर्नर थीं। 6.RBI ने www.paisaboltahai.rbi.org.in नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की है। बाजार में नकली नोटों के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए और कैसे वे खुद को इस वेब में आने से रोक सकते हैं। 7. आरबीआई द्वारा जारी किए गए नोटों पर 15 भाषाएं छपी होती हैं। 8. आरबीआई आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) का सदस्य है। 9. सिक्कों की ढलाई और 1 रुपये के नोटों की छपाई के लिए भारत सरकार जिम्मेदार है न कि आरबीआई। 10. आरबीआई देश को जितनी जरूरत हो उतनी करेंसी नोट तभी जारी कर सकता है, जब भारत के पास 200 करोड़ रुपये की सिक्योरिटी डिपॉजिट हो, जिसमें से 115 करोड़ सोने में और 85 करोड़ फॉरेक्स रिजर्व में होने चाहिए। Click Here to Register for Bank Exams 2020 Preparation Material
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रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर जनरल कौन है?अब शक्तिकांत दास दिसंबर 2024 तक RBI गवर्नर बने रहेंगे. शक्तिकांत दास का कार्यकाल 10 दिसंबर 2021 को खत्म हो रहा था. आधिकारिक बयान के मुताबिक, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास की पुनर्नियुक्ति को 10.12.2021 से तीन साल की अवधि या अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया है.
भारत के गवर्नर कौन है 2022?सही उत्तर शक्तिकांत दास है। वर्तमान में श्री शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के वर्तमान गवर्नर हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के प्रथम गवर्नर जनरल कौन थे?सही उत्तर ओसबोर्न स्मिथ है । बेनेगल रामा राउ का आरबीआई के गवर्नर के रूप में 1949- 57 तक सबसे लंबा कार्यकाल था और 15 जनवरी 1985 से 4 फरवरी 1985 तक अमिताव घोष का बीस दिनों का सबसे छोटा कार्यकाल था।
वर्तमान में रिज़र्व बैंक की बैंक दर कितनी है?कोई अतन जानकारी उपलब्ध नहीं.
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