मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने वंदे मातरम की अनिवार्यता पर अस्थायी रूपसे रोक लगाने के बाद अब यू-टर्न ले लिया है. अब ना केवल इसका आयोजन पुलिस बैंड के साथ होगा बल्कि जनता भी इसमें शामिल हो सकेगी. आइए जानते हैं वंदे मातरम को लेकर क्या हैं दस खास बातें और वो कौन सी बात है, जिसके चलते मुस्लिम समुदाय इसे गाने से परहेज करता है. Show वंदे मातरम को सबसे पहले आजादी के आंदोलनों के दौरान बंगाल में गाया जाता था. धीरे-धीरे ये पूरे देश में लोकप्रिय हो गया. इसे कांग्रेस के अधिवेशनों में भी गाया जाता था लेकिन बाद में इसे लेकर मुस्लिमों को आपत्ति होने लगी. कुछ मुसलमानों को "वंदे मातरम्" गाने पर इसलिए आपत्ति थी, क्योंकि इस गीत में देवी दुर्गा को राष्ट्र के रूप में देखा गया है. आपत्ति के और भी कारण अगर आप लिफ्ट में हों और रस्सी टूट जाए तो तुरंत करें ये काम समिति ने पाया कि इस गीत के शुरुआती दो पद तो मातृभूमि की प्रशंसा में कहे गये हैं, लेकिन बाद के पदों में हिंदू देवी-देवताओं का जिक्र होने लगता है, लिहाजा फैसला लिया गया कि इस गीत के शुरुआती दो पदों को ही राष्ट्र-गीत के रूप में प्रयुक्त किया जाए.
इस तरह गुरुदेव रवीन्द्र नाथ ठाकुर के "जन-गण-मन अधिनायक जय हे" को यथावत राष्ट्रगान रहने दिया गया. मोहम्मद इकबाल के कौमी तराने "सारे जहाँ से अच्छा" के साथ बंकिमचन्द्र चटर्जी द्वारा रचित शुरुआती दो पदों का गीत "वंदे मातरम्" राष्ट्रगीत के तौर पर स्वीकृत हुआ. कांग्रेस के अधिवेशनों में गाया जाता था 03 जनवरी 1948 : जब एक हिंदू ने गांधी से पूछा, आप मुस्लिमों से दोस्ताना क्यों हैं कब राष्ट्रगीत बना सुप्रीम कोर्ट का
फैसला सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि अगर वंदेमातरम नहीं गा रहा है तो उसे दंडित नहीं किया जा सकता आनंद मठ उपन्यास का अंश था क्यों खास है 'पुरी', जहां से पीएम मोदी लड़ सकते हैं 2019 में चुनाव! दूसरा सबसे लोकप्रिय गीत वंदे मातरम का अर्थ बंकिम चंद्र चटर्जी ने जब वंदे मातरम गीत की रचना की, तब वो अंग्रेज सरकार में डिप्टी कलेक्टर थे (फाइल फोटो) "गॉड सेव द किंग" के जवाब में लिखा गया कौन हैं सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाएं? अंग्रेज बैन करने के बारे में सोचने लगे थे ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Bhopal, Congress, Kamal nath, Madhya pradesh news, Muslim, National song, Shivraj singh chauhan, Vande Matram FIRST PUBLISHED : January 03, 2019, 16:23 IST वंदे मातरम का अर्थ क्या?"वंदे मातरम्" का अर्थ है "माता की वन्दना करता हूँ".
वंदे मातरम की पहली पंक्ति का अर्थ क्या है?शस्य-श्यामलाम् मातरम्॥ वन्दे मातरम्॥ १॥ अर्थ – हे माँ मैं तुम्हें प्रणाम करता हूँ.
वंदे मातरम किसका नारा है?वंदे मातरम नारा बंगाल के उपन्यासकार और स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने दिया. उन्होंने साल 1882 में पहली बार इस नारे का इस्तेमाल किया था. रवींद्रनाथ टैगोर ने साल 1896 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के अधिवेशन में इसका इस्तेमाल किया था।
भारतीय मुसलमान वंदे मातरम क्यों नहीं कहते?पायोनियर ने 20 नवम्बर 1998 को पार्थक्य की इस मानसिकता को उजागर किया जब मुस्लिम विद्यार्थियों ने कहा कि वे वन्दे मातरम् नहीं गाएगे क्योंकि भारत माता की तस्वीर के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करने से मुस्लिम, मुस्लिम नह रह जाता, क्योंकि यह मूर्ति पूजा है, क्योंकि यह स्वतंत्रता संघर्ष में ''हिडन हिन्दुत्व लाने का टैगौर और ...
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