विविधा से आप क्या समझते हैं? - vividha se aap kya samajhate hain?

विषयसूची

  • 1 विविधता से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित स्पष्ट करें?
  • 2 कक्षा में विविधता से आप क्या समझते हैं?
  • 3 भारत विविधताओं का देश है कैसे?
  • 4 छत्तीसगढ़ की संस्कृति क्या है?
  • 5 कक्षा में विविधता और असमानता से क्या समझते हैं?
  • 6 भाषायी विविधता से आप क्या समझते है?

विविधता से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित स्पष्ट करें?

इसे सुनेंरोकेंके अनुसार-विविधता का अर्थ योग्यता, लिंग, जाति, प्रजाति, भाषा, चिंतन स्तर, सामाजिक आर्थिक स्तर, विकलांगता, व्यवहार और धर्म से संबंधित होता है।” इनके अलावा मनुष्य की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं भूगौलिक स्थिति भी विविधता की मुख्य कारक हैं।

भारत में विविधता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकें’भारत की विविधता और एकता’ से आप क्या समझते हैं? भारत विविध अर्थात् भिन्न-भिन्न प्रांतों का देश है। सभी प्रांतों की सभ्यता व संस्कृति में भिन्नता दिखाई पड़ती है लेकिन अांतिरिक विचारधारा सभी की समान है अर्थात् विविधता होते हुए भी एकता का भाव है।

कक्षा में विविधता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविद्यालय में अध्ययनरत् बच्चे भविष्य में राष्ट्र का स्वरूप व दिशा निर्धारण करेंगे। शिक्षक बच्चों को कुम्हार की भाँति गढ़ता है और वांछित स्वरूप प्रदान करता है। इस गुरूतर दायित्व के निर्वहन के लिए शिक्षकों को बेहतर तरीके से तैयार करना होगा।

विभिन्नता से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविविधता का अर्थ है अलग अलग तरह की चीजें , धर्म , बोली, भाषा और समाज। जैसे भारत एक विविधता वादी समाज या राष्ट्र है अर्थात यहां विभिन्न प्रकार की बोलियां भाषाओं और सभ्यताओं या धर्म और जातियां मिलती हैं।

भारत विविधताओं का देश है कैसे?

इसे सुनेंरोकेंभारत विविधताओं से भरा देश है। भारत में लगभग हर मुख्य धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। अलग अलग धर्म को मानने वाले कई मायनों में एक दूसरे से अलग होते हैं; जैसे रीति रिवाज, त्योहार, मान्यताएँ, खान-पान और पारंपरिक परिधान। इतनी अधिक विविधता के कारण हमारा देश सांस्कृतिक भिन्नताओं का धनी है।

कक्षा में विविधता और समानता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकक्षा ऐसी मिश्रित योग्यताओं वाले बच्चों का समूह है जिनकी पृष्ठभूमि सांस्कृतिक दृष्टि से भिन्न-भिन्न होती है। कोई भी दो बच्चे एक समान नहीं होते और कोई भी दो बच्चे समान तरीके से नहीं सीख सकते।

छत्तीसगढ़ की संस्कृति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंछत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक विरासत में समृद्ध है। राज्य में एक बहुत ही अद्वितीय और जीवंत संस्कृति है। उनके लयबद्ध लोक संगीत, नृत्य और नाटक देखना एक आनंददायक अनुभव है जो राज्य की संस्कृति में अंतर्दृष्टि भी प्रदान करता हैं। राज्य का सबसे प्रसिद्ध नृत्य-नाटक पंडवानी है, जो हिंदू महाकाव्य महाभारत का संगीतमय वर्णन है।

हमारे देश में कौन कौन सी विविधता पाई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंभारत की विविधता के कई स्तर हैं। खान पान उनमें से एक है। इसके अलावा भाषा-बोली, पहनावा, सामाजिक रीति रिवाज, पूजा पद्धति, रंग आदि कई चीजें हैं, जिनमें विविधता है। इस विविधता का सम्मान होना चाहिए और उसका उत्सव मनाया जाना चाहिए।

कक्षा में विविधता और असमानता से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंयह विविधता का रूप नहीं है, बल्कि गैर-बराबरी का रूप हैं। गैर-बराबरी का मतलब है कि कुछ लोगों के पास न अवसर हैं और न ही जमीन या पैसे जैसे संसाधन, जो दूसरों के पास हैं। यह लोगों के बीच मौजूद असमानता यानी गैर-बराबरी है। जाति व्यवस्था असमानता का एक और उदाहरण है।

भारत में भाषागत विविधता से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंभारत दुनिया के उन अनूठे देशों में से एक है जहां भाषाओं में विविधता की विरासत है। भारत के संविधान ने 22 आधिकारिक भाषाओं को मान्यता दी है। बहुभाषावाद भारत में जीवन का मार्ग है क्योंकि देश के विभिन्न भागों में लोग अपने जन्म से ही एक से अधिक भाषा बोलते हैं और अपने जीवनकाल के दौरान अतिरिक्त भाषाओं को सीखते हैं।

भाषायी विविधता से आप क्या समझते है?

इसे सुनेंरोकेंभाषायी विविधता (Language Diversities) भारत एक बहुभाषी देश है। भारत में जनसंख्या, प्रजाति, धर्म तथा संस्कृति के आधार पर ही विभिन्नता नहीं पाई जाती बल्कि भाषा की दृष्टि से भी अनेक भिन्नतायें विद्यमान हैं। भाषायी सर्वेक्षणों से यह ज्ञात हुआ है कि यहाँ लगभग 179 भाषायें एवं 544 बोलियाँ (dilects) प्रचलित हैं।

सामाजिक विविधता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसामजिक विविधता का अर्थ वर्तमान भारतीय समाज विचार की कई धाराओं को आत्मसात करने, उधार लेने और साझा करने का उत्पाद है। आज आधुनिक भारतीय समाज की संरचना और उसके संबंधों की मुख्य विशेषताएं इसका प्रतिष्ठित रूप हैं। इसके स्वरूप का मुख्य आधार “एकता में विविधता और अनेकता में एकता” है।

हेलो डियर स्टैंड क्वेश्चन अपना विविधताओं से आप क्या समझते हैं किसी समुदाय में विविध बताएं कैसे उत्पन्न होती है किसी जनसंख्या के लिए विविधताओं का क्या महत्व है उत्तर हम बात करें भी देखें जैव विविधता किसी क्षेत्र विशेष में पाई जाने वाली जातीय जिओ की संख्या को जैव विविधता कहते हैं लेकिन इसको इस प्रकार समझे जैसे यह एक क्षेत्र है और दूसरा यह क्षेत्र है दोनों

का समान क्षेत्रफल है यह है चित्र और यह भी माना कि यहां पर सो घाट के पादप है और यहां हम बात करें 50 विभिन्न जातियों के पादप है तू ही यह जेल बता को बता रहा है जय विविधता यह अधिक जेता यहां की और यहां की जनता कम है एक जाति के सदस्यों की संख्या से मतलब नहीं है विभिन्न जातीय जीवो की संख्या को प्रकट करती है अब हम बात करें किसी समुदाय में यह कैसे उत्पन्न होती है तो देखिए अपन बात करें या समुदाय से हमारा तात्पर्य है आवा मैं

निवास करने वाले जातीय जीवो का समूह तो जैसे जैसे इस आवास में नई जातियों का विकास या आगमन होता जाएगा तो उससे जैव विविधता उत्पन्न होती जाएगी जिससे अपन बात करें कि एक जलीय आवास उस चलिए आवास में जैसे-जैसे नई जातियां आएगी नई जातियों के आगमन से और विकास से जेबिता पैदा होगी

हम बात करें यहां पर लास्ट में कह रहा है किसी जनसंख्या के लिए येता का क्या महत्व लिखिए हम बात करें यहां पर जनसंख्या एक ही जाति के जीवो की संख्या को जनसंख्या कहता है और इसका जीविता में विविधता में कम महत्व कम महत्व है क्योंकि यहां पर यह केवल एक ही जाति के जीवो की संख्या को प्रकट करता है जबकि जैव विविधता जो है कि जयललिता जो है वह जाती है जियो

की संख्या को प्रकट करती है या पक्का है कि जातियों की जातियों की संख्या को ओके थैंक यू

विविध से आप क्या समझते हैं?

विविधता से तात्पर्य ऐसी स्थिति से है जिसमें समस्त भाषायी, क्षेत्रीय, भौगोलिक एवं सांस्कृतिक रुप से अलग-अलग रहने वाले मानव एक समुह/ समाज या एक स्थान विशेष में साथ-साथ निवास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि सभी व्यक्ति शारीरिक रचना की दृष्टि से समान होती है।

भारत की विविधता से आप क्या समझते हैं?

'भारत की विविधता और एकता' से आप क्या समझते हैं? भारत विविध अर्थात् भिन्न-भिन्न प्रांतों का देश है। सभी प्रांतों की सभ्यता व संस्कृति में भिन्नता दिखाई पड़ती है लेकिन अांतिरिक विचारधारा सभी की समान है अर्थात् विविधता होते हुए भी एकता का भाव है।

विविधता क्या है इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए?

के अनुसार-विविधता का अर्थ योग्यता, लिंग, जाति, प्रजाति, भाषा, चिंतन स्तर, विकलांगता, व्यवहार और धर्म से संबंधित होता है।" इनके अलावा मनुष्य की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं भूगौलिक स्थिति भी विविधता की मुख्य कारक हैं।

विभिन्नता से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित?

विभिन्नता :अलग अलग तरह की चीजें, धर्म, बोली, भाषा और समाज।... अपने आस-पास और अपने आस-पास जो वस्तुएँ हमें मिलती हैं, वे विविधता कहलाती हैं। विविधता को समझने के लिए आइए हम एक उदाहरण लें, मान लें कि हमारी धरती मां पर विभिन्न प्रकार की चीजें हैं जैसे पौधे, जानवर, नदियां, पेड़, पक्षी, फूल आदि।