योगेंद्र यादव बने सेना में ऑनरेरी लेफ्टिनेंट, क्षेत्रवासियों में हर्षग्राम औरंगाबाद अहीर निवासी परमवीर चक्र से सम्मानित योगेंद्र सिंह यादव को भारतीय सेना में ऑनरेरी लेफ्टिनेंट रैंक पर पदोन्नत किया गया है। योगेंद्र... Show
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहरFri, 29 Jan 2021 05:51 PM गुलावठी। संवाददाता ग्राम औरंगाबाद अहीर निवासी परमवीर चक्र से सम्मानित योगेंद्र सिंह यादव को भारतीय सेना में ऑनरेरी लेफ्टिनेंट रैंक पर पदोन्नत किया गया है। योगेंद्र यादव के ऑनरेरी लेफ्टिनेंट बनने पर क्षेत्रवासियों में हर्ष है। योगेंद्र सिंह यादव ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में उन्हें पदोन्नत किया गया। वह इससे पहले वह बरेली में सूबेदार मेजर थे। गौरतलब है कि गुलावठी के ग्राम औरंगाबाद अहीर निवासी योगेंद्र सिंह यादव ने कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया था तथा पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था। उन्हें करीब 16 गोलियां लगी थीं। वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। महीनों तक उनका सैन्य अस्पताल में इलाज चला। तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायण ने उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया था। योगेंद्र सिंह यादव ने कौन बनेगा करोड़पति शो में अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर कारगिल युद्ध में अपने शौर्य के बारे में बताया था और 25 लाख रुपये जीते थे। Menu
मेजर योगेंद्र सिंह यादव से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
योगेंद्र सिंह यादव को परमवीर चक्र कब मिला?योगेन्द्र सिंह यादव को कारगिल युद्ध के दौरान 4 जुलाई 1999 को असाधारण वीरता का प्रदर्शन करने के लिए उच्चतम भारतीय सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
योगेंद्र यादव को कितनी गोली लगी थी?सूबेदार योगेन्द्र सिंह यादव को साल 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान टाइगर हिल कब्जा जमाने के लिए दुश्मन के तीन बंकरों को तबाह करने का जिम्मा सौंपा गया था। सीने में 15 गोलियां लगने के बाद भी उन्होंने न सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाई, बल्कि दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए टाइगर हिल पर तिरंगा लहराया।
कारगिल युद्ध में कितने लोगों को परमवीर चक्र मिला?भारतीय सेना के ये 63 बहादुर सैनिक वह हैं, जिन्हें युद्धोपरांत परमवीर, महावीर और वीर चक्र से सम्मानित किया गया.
सबसे कम उम्र में परमवीर चक्र पाने वाले कारगिल नायक कौन थे?मात्र 19 वर्ष की आयु में परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले ग्रेनेडियर यादव, सबसे कम उम्र के सैनिक हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ।
|