आँखों वाले लोग बहुत कम क्यों देखते? - aankhon vaale log bahut kam kyon dekhate?

अति लघु उत्तरीय प्रश्न: (1 अंक)

1. लेखिका अपने दोस्तों की परीक्षा क्यों लेती हैं?

उत्तर: लेखिका अपने दोस्तों की परीक्षा इसलिए लेती है क्योंकि वो देखना चाहती हैं की उसके दोस्त दुनिया को कैसे देखते हैं।

2. जंगल की सैर पर कौन गया था?

उत्तर: लेखिका की मित्र जंगल की सैर पर गयी थी।

3. कालीन से ज्यादा लेखिका को क्या पसंद है?

उत्तर: कालीन से ज्यादा लेखिका को हरे घास से भरा हुआ मैदान पसंद है।

4. जीवन को किन रंगों से हरा - भरा किया जा सकता है?

उत्तर: जीवन को पर्यावरण, जिसमें इंद्रधनुष के सात रंग हैं, उस से जीवन के रंगो को हरा भरा जा सकता है।

5. अपनी उंगलियों के बीच लेखिका क्या महसूस करती हैं? 

उत्तर: लेखिका अपनी उंगलियों के बीच में झरनों के पानी को महसूस करती हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न: (2 अंक)

6. लेखिका अपने दोस्तों के बारे में क्या कहती हैं?

उत्तर: लेखिका अपने दोस्तों के बारे में कहती हैं कि उसके दोस्तों की आँख होते हुए भी वो सब कुछ देखने से चूक जाते हैं एवं उनके मित्र प्रकृति की उन बारीकियों को नहीं देख पाते जो लेखिका नेत्रहीन होकर भी देख लेती हैं।

7. जंगल के किन चीजों के बारे में लेखिका ने लिखा है?

उत्तर:  लेखिका को प्रकृति से अत्यधिक लगाव है इसीलिए उन्होंने प्रकृति की अनेक चीज़ों के बारे में लिखा है जिनमें से सर्वप्रथम उन्होंने जंगल में बहने वाले झरने के बारे में, चीड़ की खुरदरी छाल और घास के मैदानों के बारे में भी लिखा है।

8. लेखिका को किस से प्रेम है?

उत्तर: लेखिका को प्रकृति से बहुत प्रेम है| वह प्रकृति की उन बारिकियों को महसूस कर सकती हैं जो अन्य लोग नहीं कर पाते इसीलिए वो  प्रकृति की हर छोटी से छोटी बारीकियों से अत्यधिक प्रेम करती हैं।

9. जीवन रंगों से लेखिका का क्या मतलब है?

उत्तर: जीवन रंगो से लेखिका का मतलब जीवन में आने वाले परिस्थितियों से हैं। जीवन में आने वाले  सुख – दुःख,मुश्किल और उतर – चढ़ाव  से है और लेखिका ने इस बात पर बल दिया हैं।

10. झरनों के बारे में लेखिका क्या कहती हैं?

उत्तर:  लेखिका को प्रकृति से अधिक लगव था।वे प्रकृति की छोटी -छोटी बारिकियों को महसूस करती थी और उन्हें झरने के पानी को अंगुलियों के बीच बहते हुए महसूस करना काफ़ी पसंद था और यह करके वो आनंद से भर जाती थी और उनका मन प्रफुल्लित हो जाता था।

लघु उत्तरीय प्रश्न: (3 अंक)

11. लेखिका का दिल किन चीजों के लिए मचल उठता है?

उत्तर: लेखिका को बहते हुए पानी का झरना, चिड़ियों की मधुर आवाज़, घास के हरे – भरे मैदान बहुत पसंद हैं। वो कहती है, कि वह इसे सिर्फ छूने भर से खुश हो जाती है। अगर वो अपनी आँखों से इसे देख पाती तो बिल्कुल मंत्रमुग्ध हो जाती। उसका दिल इन सारी चीजों को देखने के लिए मचल उठता है।

12. दृष्टि के नियामत होने पर टिपण्णी करें।

उत्तर: जो लोग आँखों के होते हुए भी प्रकृति के बारीकियों को नहीं देख पाते और दृष्टि के आशीर्वाद को बहुत साधारण सी- चीज़ समझते हैं। उनको पता नहीं है की दृष्टि से जिंदगी के खुशियों को इंद्रधनुष के रंगों से भरा जा सकता है। ये ईश्वर की वो नियामत है।

13. लेखिका किन- किन चीज़ो को स्पर्श से जान लेती है?

उत्तर: लेखिका अपने हाथों से स्पर्श करके प्रकृति के बनाए गई हर एक चीज़ को पहचान लेती हैं। वो भोज- पत्र के पेड़ की चिकनी छाल, चीड़ की खुरदरी छाल को स्पर्श से भी पहचान लेती हैं। उनको बसंत के मौसम में पेड़ों की धुमावदार पत्तियों और उनकी कलियों को छूकर बहुत खुश होती है।

14. परखने की कला के बारे में लेखिका का विचार हैं?

उत्तर: लेखिका जब कुछ लोगों को परखती हैं तो पाती है की उनके पास देखने की शक्ति बहुत कम हैं। वो आंखों से भी वो नहीं देख पाते जो मैं बिना आँखों के देख लेती हूँ। जब भी कहीं वो घूमने जाते हैं तो क्या देखा? फिर पाती हैं, आदमी अपनी शक्तियों और क्षमता का सही उपयोग नहीं कर पाता है।

15. लेखिका को आश्चर्य क्यों हो रहा हैं?

उत्तर: लेखिका को अपने मित्र पर आश्चर्य होता है क्योंकि वो आंखों से भी वो नहीं देख पाते हैं जो मैं बिना आँखों के देख लेती हूँ। जब उनकी मित्र कहती है की उसे जंगल में कुछ नहीं देखा तो आश्चर्य से मन में सोचती है की आदमी अपनी शक्तियों और क्षमताओं का सही उपयोग नहीं कर रहे हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)

16. लेखिका का संक्षिप्त जीवन - परिचय लिखिए।

उत्तर: हेलेन केलर (२७ जून १८८० - १ जून १९६८) एक अमेरिकी लेखिका और राजनीतिक कार्यकर्ता थीं। वह पहली बधिर और दृष्टिहीन महिला थी जिसने कला स्नातक की उपाधि अर्जित  की थी। ऐनी  सुलिवान के प्रशिक्षण में ६ वर्ष की अवस्था से शुरु हुए ४९ वर्षों के साथ में हेलेन सक्रियता और सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँची। उनके जीवन की कहानी ने अनेक फिल्मकारों को आकर्षित किया है। बेहतरीन लेखिका केलर अपनी रचनाओं में युद्ध विरोधी के रूप में नजर आती हैं।

17. इस कहानी से आपको क्या सीख मिलती है?

उत्तर: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अपने दिल में प्यार रखिए और चीज़ो को देखने का नज़रिया बदलिए। हमें जो भी मिला है हमें उसका आदर करना चाहिए। अपनी क्षमताओं के लिए ईश्वर को शुक्रिया अदा करना चाहिए। सिर्फ लोभवश आपके पास जो चीज़ हैं आप उसकी इज़्ज़त नहीं करते हैं। ये गलत बात है ऐसा नहीं करना चाहिए।

18. 'आँखों वाले नहीं देख पाते' लेखिका का आशय व्यक्त करिये।

उत्तर: लेखिका को आश्चर्य होता है कि वो आंखों से भी वो नहीं देख पाते जो मैं बिना आँखों के देख लेती हूँ। जब उनकी मित्र कहती है की उसे जंगल में कुछ नहीं देखा तो आश्चर्य से मन में सोचती है की आदमी को अपनी शक्तियों और क्षमताओं का सही उपयोग नहीं कर रहा। सिर्फ लोभवश आपके पास जो चीज़े हैं आप उसकी इज़्ज़त नहीं करते हैं। हमें जो भी मिला है हमें उसका आदर करना चाहिए। अपनी क्षमताओं के लिए ईश्वर को शुक्रिया अदा करना चाहिए।

19. पर्यावरण को लेकर लेखिका के विचार कैसे हैं?

उत्तर: लेखिका के लेख को पढ़कर लगता है की वो प्रकृति की बहुत बड़ी प्रेमी रही होंगी। उनको पेड़ - पौधे, पहाड़ो से गिरने वाले झरने, बसंत में खिलने वाले फूलो से बहुत प्यार है तो लाज़मी है की उनको पर्यावरण से भी बहुत प्यार रहा होगा। उनके अंधे होने की बावजूद उनकी कल्पना और पर्यावरण की समझ ये चीज़ जाहिर करती है की उन्हें पर्यावरण प्रेमी भी कहा जा सकता हैं।

20. प्रकृति की बारीकियों को लेखिका कैसे महसूस करती हैं? और क्या कहती है?

उत्तर: वो भोज-पत्र के पेड़ की चिकनी छाल, चीड़ की खुरदरी छाल को स्पर्श से पहचान लेती, बसंत के मौसम में पेड़ों की धुमावदार पत्तियों और उनकी कलियों को छूकर बहुत खुश होती है। उनको इसे सिर्फ छूने भर से खुश हो जाती है। उनको पेड़ - पौधे, पहाड़ो से गिरने वाले झरने, बसंत में खिलने वाले फूलो से बहुत प्यार है। वो अपनी आँखों से इसे देख पाती तो बिल्कुल मंत्रमुग्ध हो जाती। वो कहती हैं कि जो कुछ हमें ईश्वर ने दिया है, हमें उसका नेक कामों के लिए उपयोग करना चाहिए।

आंखों वाले लोग कम क्यों देखते हैं?

कभी-कभी मेरा दिल इन सब चीज़ों को देखने के लिए मचल उठता है। अगर मुझे इन चीजों को सिर्फ छूने भर से इतनी खुशी मिलती है, तो उनकी सुंदरता देखकर तो मेरा मन मुग्ध ही हो जाएगा परंतु, जिन लोगों की आँखें हैं, सचमुच बहुत कम देखते हैं। इस दुनिया के अलग-अलग सुंदर रंग उनकी संवेदना को नहीं छूते।

हमारे पास सबसे बड़ी नियामत क्या है?

मित्रता संसार की सबसे बड़ी नियामत है।

सब चीजों को देखने के लिए किसका दिल मचल उठता है?

उत्तर: प्रकृतिक में विद्यमान चीजों को देखने के लिखिका का दिल कभी-कभी मचल उठता है। वह सोचती है कि इन चीजों के स्पर्श से जब उन्हें इतनी खुशी मिलती है, तो उन्हें देखकर उनका मन कितना मोहित हो जाएगा।

जो देखकर भी नही देखते इस पाठ के लेखक कौन हैं?

Answer: पाठ का नाम-जो देखकर भी नहीं देखते, लेखिका-हेलेन केलर।