अप्रैल के महीने में अमावस कब की है? - aprail ke maheene mein amaavas kab kee hai?

धर्म डेस्क, अमर उजला, नई दिल्ली Published by: आशिकी पटेल Updated Sun, 24 Apr 2022 10:13 AM IST

Shani Amavasya 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है। इस बार वैशाख माह की अमावस्या तिथि 30 अप्रैल 2022 दिन शनिवार को पड़ रही है। मान्यता के अनुसार शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या का विशेष महत्व होता है। इसे शनि अमावस्या कहा जाता है। ये दिन शनिदेव को प्रसन्न करने और पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। अमावस्या के अवसर पर लोग गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और गरीबों को दान करते हैं। मान्यता है कि इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। शनि अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा करते हैं और साढ़ेसाती एवं ढैय्या के दुष्प्रभावों से राहत पाने के लिए ज्योतिष उपाय करते हैं। तो चलिए आज जानते हैं शनि अमावस्या का महत्व और पूजा विधि के बारे में....  

शनि अमावस्या तिथि 2022

वैशाख माह में शनि अमावस्या की तिथि 29 अप्रैल की देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर प्रारंभ हो रहा है। ये तिथि अगले दिन 30 अप्रैल की देर रात 01 बजकर 57 मिनट पर पूर्ण हो रही है। उदया तिथि के आधार पर 30 अप्रैल को शनि अमावस्या मनाई जाएगी। 

पूजा विधि  

शनि अमावस्या के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि के बाद लकड़ी की चौकी लगाएं और इस पर काले रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद चौकी पर शनि देव की प्रतिमा, यंत्र और सुपारी स्थापित करके सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

शनि देव पर अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल लगाकर उन्हें नीले रंग के फूल अर्पित करें। इस दिन सरसों के तेल में तली हुई पूड़ी और अन्य चीजों का भोग लगाना शुभ माना जाता है। 

इसके अलावा इस दिन 5, 7, 11 या 21 बार शनि मंत्र का जाप करें और शनि चालीसा का पाठ जरूर करें और आखिर में शनि देव की आरती करना न भूलें।  

Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi इस दिन पूजा जप तप का विधान है। शास्त्रों में निहित है कि अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। वहीं अमावस्या के दिन दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है।

Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi: हिंदी पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की पाक्षिक यानी चतुर्दशी के एक दिन बाद अमावस्या पड़ती है। इस दिन पूजा, जप, तप का विधान है। शास्त्रों में निहित है कि अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। वहीं, अमावस्या के दिन दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। अत: देशभर में श्रद्धालु अमावस्या के दिन पवित्र नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही तिल तर्पण भी करते हैं। आइए जानते हैं कि साल 2022 में कब-कब अमावस्या है-

-पौष अमावस्या रविवार 2 जनवरी, 2022 को है। पौष अमावस्या तिथि 2 जनवरी को देर रात 3 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर 3 जनवरी को सुबह 5 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी।

-माघ अमावस्या मंगलवार 1 फरवरी, 2022 को है। माघ अमावस्या तिथि 31 जनवरी को दोपहर में 2 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 1 फरवरी को दिन में 11 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी।

-फाल्गुन अमावस्या बुधवार 2 मार्च, 2022 को है। फाल्गुन अमावस्या तिथि 2 मार्च को देर रात 1 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर 2 मार्च को रात में 11 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगी।

-चैत्र अमावस्या शुक्रवार 1 अप्रैल, 2022 को है। चैत्र अमावस्या तिथि 31 मार्च को दोपहर में 12 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर 1 अप्रैल को सुबह में 11 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी।

-वैशाख अमावस्या शनिवार 30 अप्रैल, 2022 को है। वैशाख अमावस्या तिथि 30 अप्रैल को देर रात 12 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 1 मई को देर रात 1 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी।

-ज्येष्ठ अमावस्या सोमवार 30 मई, 2022 को है। ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 29 मई को दोपहर में 2 बजकर 56 मिनट से शुरू होकर 30 मई को शाम में 5 बजे समाप्त होगी।

-आषाढ़ अमावस्या बुधवार 29 जून, 2022 को है। आषाढ़ अमावस्या तिथि 28 जून को सुबह में 5 बजकर 53 मिनट पर शुरू होकर 29 जून को सुबह में 8 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी।

-सावन अमावस्या गुरुवार 28 जुलाई, 2022 को है। सावन अमावस्या तिथि 27 जुलाई को रात में 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होकर 28 जुलाई को रात में 11 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी।

-भाद्रपद अमावस्या शनिवार 27 अगस्त, 2022 को है। भाद्रपद अमावस्या तिथि 26 अगस्त को दोपहर में 12 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर 27 अगस्त को दोपहर में 1 बजकर 48 मिनट पर समाप्त होगी।

-अश्विन अमावस्या रविवार 25 सितंबर, 2022 को है। अश्विन अमावस्या तिथि 25 सितंबर को देर रात 3 बजकर 14 मिनट से शुरू होकर 26 सितंबर को देर रात 3 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी।

-कार्तिक अमावस्या मंगलवार 25 अक्टूबर, 2022 को है। कार्तिक अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को शाम में 5 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर 25 अक्टूबर को शाम में 4 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगी।

-मार्गशीर्ष अमावस्या बुधवार 23 नवंबर, 2022 को है। मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि 23 नवंबर को सुबह में 6 बजकर 56 मिनट से शुरू होकर 24 नवंबर को सुबह में 4 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी।

-पौष अमावस्या शुक्रवार 23 दिसंबर, 2022 को है। मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि 22 शाम में 7 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 23 दिसंबर को दोपहर में 3 बजकर 48 मिनट पर समाप्त होगी

डिसक्लेमर

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Edited By: Umanath Singh

अप्रैल माह में अमावस्या कब है 2022?

वैशाख अमावस्या 30 अप्रैल 2022, शनिवार को है। वैशाख अमावस्या 30 अप्रैल को देर रात 12 बजकर 59 मिनट पर शुरू होकर 1 मई को देर रात 1 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी।

अमावस कितनी तारीख की है 2022 में?

ये अमावस्या 23 दिसंबर 2022, शुक्रवार को मनाई जाएगी. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या तिथि का बड़ा महत्व है. इस दिन पितरों की शांति के लिए पूजा की जाती है. वहीं पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए इस दिन उपवास रखा जाता है.

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अमावस्या कब है 2022 June?

इस साल आषाढ़ महीने की अमावस्या तिथि दो दिन यानी 28 और 29 को रहेगी। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो 28 जून को श्राद्ध और पितरों की विशेष पूजा की जाएगी और अगले दिन 29 जून को स्नान और दान की अमावस्या होगी। दरअसल अमावस्या पर पितरों के लिए विशेष महत्व होता है।