अरहर की दाल में शुगर होता है - arahar kee daal mein shugar hota hai

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Arhar Dal For Diabetes Patient: भारत में डायबिटीज एक बेहद कॉमन डिजीज बन चुकी है, ज्यादातर लोगों के खानदान में कम से कम एक सदस्य को तो ये बीमारी जरूर होती ही है. इसका जेनेटिक कारण हो सकता है, लेकिन अक्सर खराब जीवन शैली और अनहेल्दी फूड हैबिट्स की वजह से लोग मधुमेह का शिकार होते हैं. ऐसे में अगर एक खास घरेलू दाल का रोजाना सेवन किया जाए तो ये शुगर पेशेंट के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.

डायबिटीज के मरीज रोजाना खाएं ये पीली दाल

दाल हमारी डेली डाइट का अहम हिस्सा है, इसका सेवन करने से हमारे शरीर को जरूरी प्रोटीन (Protein) मिलते हैं जो मसल्स को बनाने और एनर्जी देने का काम करते हैं, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप रोजाना अरहर दाल (Pigeon Pea) खाते हैं तो आपका ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) कंट्रोल में रहेगा

मधुमेह रोगियों के लिए क्यों फायदेमंद है अरहर दाल?

1. ब्लड शुगर होगा कंट्रोल

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए अरहर दाल (Pigeon Pea) किसी औषधि से कम नहीं है. इस दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) 29 होता है, जो कि मधुमेह रोगियों के लिए सही माना जाता है. ये कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) का भी रिच सोर्स है. इस पीली दाल को खाने से बॉडी की एनर्जी बरकरार रहती है और ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) भी मेंटेन हो जाता है.

2. डाइजेशन रहेगा दुरुस्त

अरहर दाल (Arhar Dal) में फाइबर (Fiber) की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिससे डाइजेशन (Digestion) दुरुस्त रहता है. साथ ही इस पीली दाल को पीने से डायबिटीज पेशेंट एक हेल्दी लाइफ जी सकते हैं क्योंकि इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है.

3. वजन होगा कम

अगर आप रोजाना एक कटोरी अरहर दाल (Toor Dal) खाएंगे तो बढ़ता हुआ वजन तेजी से घटेगा, क्योंकि इसमें फाइबर (Fiber) की भरपूर मात्रा पाई जाती है और इससे जल्दी भूख नहीं लगती. ये कार्बोहाइड्रेट का रिच सोर्स भी है इसलिए ये नर्वस सिस्टम के लिए भी सही है.

आपको बता दे, अरहर की दाल में प्रोटीन, फैट, डाइटरी फाइबर, कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसलिए इसका सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। ऐसा शोध में भी पता चला है। जानकारी के अनुसार इसे तुवर दाल भी कहा जाता है। इस दाल में कई पोषक तत्व होते हैं। जो बीमारियों से लड़ने में फायदेमंद रहते हैं। इस दाल में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होने से चिकित्सक भी इसे खाने की सलाह देते हैं। अगर आप दाल नहीं खाते हैं। तो अरहर की दाल का पानी भी सेवन कर सकते हैं। वह भी फायदा करेगा।

अरहर की दाल का सेवन करने से यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। ह्रदय से जुड़ी बीमारियों से निजात दिलाता है और वजन को भी कंट्रोल में रखता है। इससे पाचन तंत्र सुधरता है और शरीर को अच्छी ऊर्जा मिलती है। इसके सेवन करने से सूजन की समस्या भी नहीं होती है। इसमें प्रोटीन, खनिज, विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो आपके शरीर को संपूर्ण पोषण देते हैं। इसलिए अरहर की दाल का सेवन करना चाहिए।

अरहर की दाल में पोटेशियम होता है और यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है। इसलिए अरहर की दाल का सेवन करना चाहिए। इसे खाने से व्यक्ति का शारीरिक विकास भी होता है। यह भोजन का एक जरूरी हिस्सा है। इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए जो लोग शाकाहारी होते हैं, मांस का सेवन नहीं करते हैं। उनके लिए अरहर की दाल बहुत फायदेमंद होती है। यह हमारी मांस लपेशियों, हड्डियों और कोशिकाओं के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसे खाने से खून की कमी भी पूरी होती है। क्योंकि इसमें काफी मात्रा में फोलेट होता है। आश्चर्य की बात तो यह है। इसमें कैलोरी कम होने के कारण यह आपका वजन कंट्रोल करने में भी मददगार होती है।

यह उपाय हम आपको सामान्य जानकारी के आधार पर बता रहे हैं। अगर आपको किसी प्रकार की कोई एलर्जी है या दिक्कत है। तो आप चिकित्सक से सलाह लेकर इसका सेवन कर सकते हैं।

अरहर की दाल में शुगर होता है - arahar kee daal mein shugar hota hai

Arhar Dal  |  तस्वीर साभार: Instagram

मुख्य बातें

  • खान पान में जरा सी लापरवाही डायबिटीज मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है

  • डायबिटीज खानपान के तरीके में बदलाव करके काफी हद तक इसे कंट्रोल किया जा सकता है

  • डायबिटीज मरीजों को डाइट चार्ट में अरहर की दाल को शामिल करना चाहिए

Benefits Of Arhar Dal: डायबिटीज यानी शुगर के मरीजों को डाइट का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। खान पान में जरा सी लापरवाही डायबिटीज मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। डायबिटीज एकतरह की लाइलाज बीमारी है, लेकिन सही डाइट प्लान और खानपान के तरीके में बदलाव करके काफी हद तक इसे कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज है, तो आपको अपने डाइट चार्ट में अरहर की दाल को शामिल करना चाहिए। अरहर की दाल डायबिटीज मरीज के लिए बेहद ही लाभदायक है। आइये जानते हैं कैसे अरहर की दाल शुगर कंट्रोल करने में मददगार होती है। 

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अरहर की दाल के अनगिनत फायदे

डॉक्टरों के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, मिनरल युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। हालांकि, इनकी मात्रा भी मरीजों की उम्र, शुगर लेवल और वजन के हिसाब से निश्चित होती है। अरहर की दाल को प्रोटीन का किंग माना जाता है। अरहर की दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा दाल में आयरन, फोलेट, जिंक और मैग्नीशियम जैसे विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं, जो शुगर कंट्रोल करने में काफी मददगार होते हैं। शुगर के अलावा दाल सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। दाल के सेवन से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। 

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खाने में शामिल करें अरहर की दाल

शुगर के मरीजों को अपने डाइट प्लान में दाल को जरूर शामिल करना चाहिए, खासकर अरहर दाल को। प्रोटीन के अलावा अरहर की दाल में फाइबर, फोलेट और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा अरहर की दाल में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह का फाइबर होता है। साथ ही, ग्लाइसिमिक इंडेक्स की मात्रा भी बेहद कम होती है। ये सारी चीजें ब्लड शुगर कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होती हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को अपने खाने में अरहर की दाल को शामिल करने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर के मुताबिक, दाल का सुबह सेवन करने से अधिक लाभ मिलता है। इससे डायबिटीज, मोटापा आदि कंट्रोल होता है।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

शुगर में अरहर की दाल खा सकते हैं क्या?

मधुमेह में अरहर की दाल खा सकते हैंअरहर की दाल खाने से शुगर नहीं होता है, बल्कि इस दाल को खाने से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है, क्योंकि इसका जीआई कम होता है। यह प्रोटीन, फाइबर आयरन, जिंक, फोलेट और मैग्नीशियम आदि विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होती है।

डायबिटीज में कौन सी दाल नहीं खानी चाहिए?

कुलथी और उड़द की दाल के सेवन से बचें। खांसी और दम फूलना : ऐसे रोगियों के लिए विशेष रूप से कुलथी की दाल खानी चाहिए। उड़द की दाल का सेवन नहीं करें। त्वचा की बीमारी : त्वचा की बीमारियों से ग्रसित पेशेंट्स को मूंग की दाल लें।

अरहर की दाल के क्या नुकसान है?

यूरिक एसिड (Uric Acid) उन्हें अरहर की दाल नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है. जिससे यूरिक लेवल अनकंट्रोल हो जाता है. साथ ही इस बीमारी में हाथ पैर और जोड़ों में सूजन भी आ सकती है.

शुगर फ्री फल कौन कौन से हैं?

आइए जानें मधुमेह या डाईबिटीज़ के लिए अच्छे फलों के बारे में:.
बेरीज़ ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, या किसी अन्य प्रकार के बेरी डाईबिटीज़ वाले लोगों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है। ... .
चेरी ... .
खुबानी या Apricot. ... .
संतरे या Oranges. ... .
आड़ू या Peaches. ... .
सेब या Apples. ... .
नाशपाती या Pear. ... .