Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 13 मैं सबसे छोटी होऊँ Textbook Exercise Questions and Answers. Show
RBSE Class 6 Hindi Solutions Vasant Chapter 13 मैं सबसे छोटी होऊँRBSE Class 6 Hindi मैं सबसे छोटी होऊँ Textbook Questions and Answersकविता से प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. कविता से आगे प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. घर में किसी के बीमार पड़ जाने पर-माँ को बीमार व्यक्ति की देखभाल करनी पड़ती है। उसे समय पर दवा देनी पड़ती है तथा उसके लिए पथ्यकारी खाना पकाती त्योहार के दिन-त्योहार के दिन माँ अच्छे पकवान पकाती है। घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखती है। इस दिन आने वाले रिश्तेदारों और मेहमानों का स्वागत तथा उनके लिए चाय-नाश्ता आदि की व्यवस्था करती है। भाषा की बात प्रश्न 1. प्रश्न 2. RBSE Class 6 Hindi मैं सबसे छोटी होऊँ Important Questions and Answersप्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. रिक्त स्थानों की पूर्ति प्रश्न 4. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. लघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. निबन्धात्मक प्रश्न प्रश्न 14. मैं सबसे छोटी होऊँ Summary in Hindi[सप्रसंग व्याख्या/भावार्थ] 1. मैं सबसे छोटी .......... तेरा हाथ! कठिन-शब्दार्थ-अंचल = आँचल, कपड़े का छोर। सदा = हमेशा। प्रसंग-यह पद्यांश कवि सुमित्रानन्दन पन्त द्वारा रची गई 'मैं सबसे छोटी होऊँ' कविता से लिया गया है। इसमें छोटी बच्ची हमेशा माँ के साथ रहने की इच्छा प्रकट करती दिखाई गई है। व्याख्या/भावार्थ-एक छोटी बच्ची अपनी माँ से कहती है कि हे माँ, मैं हमेशा ही सबसे छोटी रहूँ, अर्थात् कभी बड़ी न होऊँ और सदा तुम्हारी गोद में सोया करूँ। मैं तुम्हारा आँचल पकड़कर सदा ही तुम्हारे साथ घूमती रहूँ और तुम्हारा हाथ कभी न छोडूं, अर्थात् छोटी-बच्ची के रूप में सदा तुम्हारे (माँ के) साथ ही रहूँ। 2. बड़ा बनाकर पहल ........ की बात! कठिन-शब्दार्थ-मात = हे माता । कर = हाथ। सज्जित = सजाकर, सुन्दर बनाकर। गात = शरीर। सुखद = सुख देने वाली। प्रसंग-यह पद्यांश सुमित्रानन्दन पन्त की कविता 'मैं सबसे छोटी होऊँ' से लिया गया है। इसमें बताया गया है कि बच्ची के बड़ी हो जाने पर माँ के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। व्याख्या/भावार्थ-छोटी बच्ची अपनी माँ से कहती है कि मैं ऐसी बड़ी नहीं होना चाहती हूँ कि जिससे मुझे तुम्हारा प्यार-दुलार नहीं मिले। मैं तुम्हारा प्यार नहीं खोना चाहती हूँ। हे माँ, सदा छोटी बनकर तुम्हारे आँचल में बिना कुछ चाहे छिपी रहना चाहती हूँ और तुमसे बिना डर या झिझक के कह सकूँ कि मुझे उगता हुआ चन्द्रमा दिखा दो। बच्चे छोटी क्यों बनी रहना चाहती है?कविता में बच्ची सबसे छोटी बनी रहने की कामना इसलिए करती है ताकि उसे हमेशा माँ का साथ और माँ का प्यार मिलता रहे। प्रश्न 3. कविता में 'ऐसी बड़ी न होऊँ मैं' क्यों कहा गया है? ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि बड़ी बनकर वह माँ का प्यार नहीं खोना चाहती।
छोटी बच्ची मां का साथ क्यों पाना चाहती है?Answer: बच्ची अपनी माँ का अंचल पकड़कर सदा उसके साथ-साथ फिरना चाहती है ताकि उसे माँ का प्यार मिलता रहे।
बड़ा होने पर मां क्या नहीं करती?उत्तर – माँ जब बच्चों को बड़ा बना देती है तब उसका साथ छोड़कर अपने कामों में लग जाती है। तब वह उसे न तो नहलाती धुलाती है और न अपने हाथ से खाना खिलाती है, न परियों की कहानी सुनाती है। उसे खेलने के लिए खिलौने नहीं देती है। तब बच्चों को लगता है कि बड़ा होने पर माँ उसे छलती है।
निर्भय होकर बच्ची क्या देखना चाहती है?उत्तर:- इस कविता में बालिका सबसे छोटी ही रहना चाहती हैं क्योंकि वह अपनी माँ के स्नेह को खोना नहीं चाहती है। वह सदैव अपनी माँ के आँचल तले रहकर निर्भय और सुरक्षित रहना चाहती है।
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