आज के युग में पैसों का उपयोग नोट और सिक्कों के रूप में किया जाता है। दुकान हो या दफ्तर हर जगह लेन-देन हेतु इन्ही पैसों का उपयोग किया जाता है। आज हम जानेंगे कि 1 रुपये का सिक्का कौन जारी करता है? 1 रुपये के सिक्के और बाकी सारे सिक्कों की ढलाई एसपीएमसीआईएल के स्वामित्व वाली चार टकसालों में की जाती है। यह टकसाल मुंबई, हैदरबाद, कोलकाता और नॉएडा में स्थित है।
भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम की धरा 38 के अनुसार संचलन हेतु सारे प्रकार के सिक्के सिर्फ भारतीय रिज़र्व बैंक के माध्यम से जारी किए जाते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के निर्गम कार्यालय/उप-कार्यालय अहमदाबाद, बंगलूर, बेलापुर (नवी मुंबई), भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नै, गुवाहाटी, हैदराबाद, जम्मू, जयपुर, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरूवनंतपुरम में हैं। यह कार्यालय आम जनता को सिक्के अपने काउंटरों के माध्यम से सीधे जारी करने का कार्य करते हैं। यह निर्गम कार्यालय/उप-कार्यालय
मुद्रा तिजोरियों और छोटे सिक्के के डिपो को सिक्का परेषण भी कर सकते हैं। पूरे देश भर में 4422 मुद्रा तिजोरियां और 3784 छोटे सिक्कों के डिपो फैले हुए हैं। यह मुद्रा तिजोरियाँ और छोटे सिक्के के डिपो आम जनता, ग्राहकों और अपने परिचालन क्षेत्र में अन्य बैंक शाखाओं को सिक्के वितरित करने का कार्य करते हैं। आम जनता सिक्कों की आवश्यकता हेतु भारतीय रिजर्व बैंक कार्यालयों अथवा उपर्युत्त एजेंसियों से संपर्क कर सकती है। कुछ और महत्वपूर्ण लेख – RBI Coins: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कई विशेष मौकों पर खास तरह के सिक्के बनाता है और इसमें आरबीआई ने 75, 100, 250 रुपये के अमाउंट जैसे सिक्के भी बना रखे हैं, जिसे आप खरीद भी सकते हैं.यह स्मारक सिक्का राज्यसभा के 250वें सत्र पर जारी किया गया था. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कई विशेष अवसर पर स्मारक सिक्के जारी करता है. ये सिक्के आम चलन में नहीं आते हैं, जिन्हें सिर्फ स्मृति के तौर पर रखा जाता है. ऐसे सिक्के महापुरुषों की वर्षगांठ पर या फिर किसी विशेष दिन पर जारी किए जाते हैं. ये सिक्के अलग अलग मूल्य के होते हैं, जो आम चलन में नहीं है. इन सिक्कों में 75 रुपये, 100 रुपये 150 रुपये, 250 रुपये का सिक्का शामिल है. इसके अलावा भी कई तरह के सिक्के होते हैं. अक्सर होता है कि लोगों को ऐसे यूनिक सिक्के लेने का मन होता है या फिर जो सिक्कों का कलेक्शन करते हैं वो भी इस तरह के सिक्के रखते हैं. अगर आपको भी आम चलन से अलग अमाउंट के सिक्के चाहिए तो आप आसानी से ये सिक्के ले सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह से ये सिक्के लिए जा सकते हैं और आरबीआई से इन सिक्कों को खरीदने का क्या प्रोसेस है… किस तरह के होते हैं ये सिक्के?यह सिक्के अक्सर चांदी में बनाए जाते हैं और उन्हें विशेष मौके पर खास कार्यक्रम में जारी किया जाता है. जिस मौके पर यह सिक्का जारी किया जा रहा है, उस खास मौके की जानकारी सिक्के पर भी होती है और ये एक तरह से आरबीआई की ओर से ट्रिब्यूट होता है. कुछ उदाहरण बताते हैं, जिनसे आप इन स्मारक सिक्कों के बारे में जान सकते हैं. – मदर टेरेसा की जन्मसती पर 100 रुपये का सिक्का जारी किया था. – रबींद्रनाथ टेगौर की 150वीं वर्षगांठ पर 150 रुपये का सिक्का जारी किया था. – श्यामाचरण लाहिड़ी को लेकर 125 रुपये का सिक्का जारी किया गया था. – राज्यसभा के 250वें सत्र पर 250 रुपये का सिक्का जारी किया गया था. – इसके अलावा भी कई मौके पर सिक्के जारी किए गए हैं. कैसे ले सकते हैं सिक्का?अगर कोई सिक्का लेना चाहता है तो आप इसे ऑनलाइन माध्यम से ले सकते हैं. इसे आप भारत प्रतिभूति मुद्रण और मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड की वेबसाइट के जरिए आप इसे खरीद सकते हैं. इसके लिए आपको वेबसाइट पर जाना है, जहां आपको सिक्के के लिंक दिखाई देंगे और वहां आप नॉर्मल ऑनलाइन शॉपिंग की तरह खरीद सकते हैं. ये सिक्के सिल्वर के भी होते हैं और हर सिक्के आधार पर इसकी रेट होती है. ऐसे में आप इसे खरीद सकते हैं. क्या है 50 पैसे का गणित?रिजर्व बैंक ने इसके बारे में पूरी जानकारी दी है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपये, 2, 5, 10 और 20 रुपये के सिक्के चलन में हैं. रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है. इनमें से किसी भी सिक्के को चलन से बाहर नहीं किया जाएगा. आरबीआई ने अभी तक 50 पैसे के सिक्के को चलन से बाहर नहीं माना है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपए, 2, 5, 10 और 20 रुपए के सिक्के चलन में हैं. रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है. इन्हें लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता. ये भी पढ़ें- अगर मान लीजिए आपको जमीन बेचने के बाद मोटा पैसा मिले तो क्या इसका इनकम टैक्स देना होगा? भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना आजादी से पहले 1 अप्रैल, 1935 को हुई थी. इससे पहले भारत सरकार ही मुद्रा यानी नोट और सिक्के जारी करती थी. अगस्त 1940 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सरकार ने अपने स्तर से 1 रुपये का सिक्का जारी किया था. तब से लेकर आज तक यह प्रचलन बरकरार है. जारी करने का हक RBI का भारतीय रिजर्व बैंक अधीनियम की धारा 22 के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त सभी बैंक नोट को जारी करने का एकल अधिकार RBI के पास है. वहीं धारा 24 के अनुसार आरबीआई दो रुपये, पांच रुपये, दस रुपये, बीस रुपये, पचास रुपये, सौ रुपये, पांच सौ रुपये, एक हजार रुपये, पांच हजार रुपये, दस हजार रुपये या उसे अधिक मूल्य के नोट जारी कर सकता है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि धारा 22 या 24 में कहीं भी स्पष्ट रूप ये 1 रुपये जारी करने का अधिकार रिजर्व बैंक को नहीं है. इसलिए प्रचलन को कायम रखते हुए केंद्र सरकार आज भी अपने स्तर से 1 रुपये का नोट जारी करती है. भारत सरकार की ओर से कौन जारी करता है 1 रुपया? 1 रुपये का नोट और सिक्का केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है. अन्य नोटों के विपरीत 1 रुपये के नोट पर आरबीआई गवर्नर की जगह वित्त सचिव के हस्ताक्षर होते हैं. यह भी पढ़ें- RBI कर रहा है बड़े बदलाव पर विचार, नोट पर दिख सकती है रवींद्रनाथ टैगोर और अब्दुल कलाम की फोटोEarn Money: 1 रुपये का सिक्का आपको बनाएगा मालामाल! मिलेगें पूरे 2.5 लाख रुपये, बस डालना है सिर्फ एक फोटोEducation Loan Information: भारत में सिक्कों को कौन जारी करता है?भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की धारा 38 के अनुसार संचलन हेतु सिक्के सिर्फ भारतीय रिज़र्व बैंक के माध्यम से जारी किए जाते हैं ।
5 रुपए का सिक्का कौन जारी करता है?Reserve bank of India Act के अंतर्गत भारतीय रिजर्व बैंक को देश में सभी मूल्य के Indian Currency यानी Bank Note और Coins जारी करने का अधिकार है.
₹ 1 का नोट को कौन जारी करता है?एक रुपए के नोट वित्त मंत्रालय द्वारा जारी होता है और इसपर वित्त सचिव के दस्तखत होते हैं. भारत में ₹1 का नोट कौन जारी करता है? वित्त सचिव के द्वारा ही प्रमाणित होता है एक रूपए का नोट। बाकी सारे करेंसी नोट रिजर्व बैंक आफ इंडिया जारी करता है।
भारत में मुद्रा जारी करने का कार्य कौन करता है?रिज़र्व बैंक देश का मुख्य नोट निर्गमकर्ता प्राधिकारी है। भारत सरकार के साथ हम स्वच्छ और असली नोटों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ राष्ट्र की मुद्रा के डिज़ाइन, उत्पादन और समग्र प्रबंध के लिए उत्तरदायी हैं।
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