ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए भीगा हुआ चना खाना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। फाइबर व प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण चना इस बीमारी के खतरे को रोकता है। Show
पाचन तंत्र अच्छे से करेगा कामभीगा चना पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है। दरअसल भीगे हुए चने में फाइबर की मात्रा पाई जाती है। फाइबर मुख्य रूप से भोजन को पचाने का काम करता है। भीगे हुए चने खाने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। वजन नियंत्रित करने में मिलेगी मददबढ़ते हुए वजन से परेशान लोग भी चने को अत्यधिक मात्रा में खाने के लिए उपयोग करते हैं। दरअसल चने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (एक पोषक तत्व) पाया जाता है, जो भूख को कम करके वजन घटाता है। कैंसर के खतरे को करता है कमभीगे हुए चने का सेवन कैंसर के खतरे से भी बचाए रखेगा। चने में ब्यूटिरेट नामक फैटी एसिड पाया जाता है, जो मुख्य रूप से कैसर को जन्म देने वाली कोशिकाओं को खत्म करने में मदद करता है। आंखों के लिए बढ़िया आहारचना आंखों के लिए भी बेहद फायदेमंद है, क्योंकि इसमें β-कैरोटीन तत्व पाया जाता है। यह तत्व मुख्य रूप से आंखों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाता है, जिससे आंख की देखने की क्षमता स्वस्थ बनी रहेगी। नहीं होगी खून की कमीखून की कमी को एनीमिया कहा जाता है। भीगा हुआ चना रोज खाने से आपको चने में मौजूद आयरन की प्राप्ति होती रहेगी। आयरन आपके शरीर में पर्याप्त खून की मात्रा को बनाए रखने में मदद करेगा। इसलिए रोज सुबह भीगे हुए चने का सेवन करें। गर्भवती महिलाओं के लिए है उत्तम आहारगर्भवती महिलाओं के लिए चने का सेवन काफी फायदेमंद होता है। दरअसल चने में प्रोटीन की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। यह पेट में पल रहे बच्चे के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इससे मां को भी पर्याप्त ऊर्जा की पूर्ति होती रहती है। बालों के लिए भी है लाभदायकसुनहरे बालों की चाहत रखने वाले में भीगे हुए चने का सेवन करके इसका फायदा देख सकते हैं। दरअसल भीगे हुए चने में विटामिन-ए, बी, और विटामिन-ई पाया जाता है। यह बालों को स्वस्थ रखता है और उन्हें मजबूत भी बनाए रखता है। अगर बात करें कि सबसे ज्यादा प्रोटीन किसमें पाया जाता है, तो चने प्रोटीन का एक बढ़िया स्रोत हैं। इन्हें भूनने से इसके पोषक तत्व बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होते हैं। शरीर में नई कोशिकाओं की मरम्मत और निर्माण के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो विशेष रूप से बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं में वृद्धि और विकास को बढ़ावा देती है। वजन घटाने में सहायकभुना हुआ चना भी आहार फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, फाइबर से भरपूर चीजें खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। यही वजह है कि आप उल्टी-सीधी चीजें खाने से बच जाते हैं। इसके अलावा फाइबर पाचन को बेहतर करहने और कब्ज को रोकने में भी सहायक है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बढ़िया ऑप्शनकम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले खाद्य पदार्थ सभी डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतर हैं। कम जीआई होने का मतलब है कि उस विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन से आपके ब्लड शुगर लेवल में अन्य खाद्य पदार्थों की तरह उतार-चढ़ाव नहीं होगा। चूंकि चने का जीआई लेवल 28 है इसलिए यह डायबिटीज के रोगियों के लिए खाने का एक अच्छा विकल्प है। हड्डियों को बनाता है मजबूतभुना चना हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने का काम करता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार भुने हुए चने में मौजूद मैंगनीज और फास्फोरस आपके शरीर को स्वस्थ हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और हड्डियों की असामान्य संरचना, शव की नाजुकता, जोड़ों के दर्द आदि जैसी स्थितियों को रोकते हैं। दिल को स्वस्थ रखने में सहायकभुना हुआ चना मैंगनीज, फोलेट, फास्फोरस और तांबे का भी एक समृद्ध स्रोत है जो हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी सिद्ध हुआ है। फास्फोरस विशेष रूप से हमारे रक्त परिसंचरण में सुधार और हमारे दिल को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है। ब्लड प्रेशर करता है कंट्रोलचना फैट और कैलोरी में कम होता है जबकि प्रोटीन और फाइबर में का बढ़िया स्रोत है। भुने चने में कॉपर, मैंगनीज और मैग्नीशियम होता है। कॉपर और मैग्नीशियम सूजन को कम करते हैं और रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं। मैंगनीज ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। भुने चने में फॉस्फोरस होता है। फास्फोरस ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। फास्फोरस शरीर की प्रक्रियाओं में भी मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल को भी करता है कमभुने चने फाइबर का बढ़िया स्रोत है और यही वजह है कि इसके नियमित सेवन से खून में गंदे कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे कि इस गंदे पदार्थ के निर्माण से नसों में ब्लॉकेज हो सकती है जिससे आपको दिल के रोग और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। चना में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है?इसे प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। रोजाना इसके सेवन से शरीर में कभी भी प्रोटीन की कमी नहीं होगी। प्रोटीन के अलावा चना कार्बोहाइड्रेट, फैट, फाइबर और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। यह शरीर को स्वस्थ और ताकतवर तो बनाता ही है, साथ ही कई तरह की बीमारियों को भी दूर करने में मदद करता है।
चने में कौन सा पोषक तत्व पाया जाता है?पोषक तत्वों का स्रोत
चना कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक, आयरन, विटामिन-बी, विटामिन-ए आदि मौजूद होते हैं (5)। आयरन एनीमिया जैसी समस्या को ठीक कर सकता है (17)। वहीं, कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों के विकास में मदद कर सकते हैं (18)।
भीगे चने में कौन सी विटामिन पाई जाती है?काले चने में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम के तत्व पाए जाते हैं. भीगे चने को डाइट में शामिल कर शरीर को कई भीगे चने खाने से दिल को दुरुस्त और एनर्जी को बूस्ट किया जा सकता है.
चना खाने से शरीर में क्या होता है?ऐसे में चने को वेजिटेरियन का सबसे अच्छा प्रोटीन का सोर्स माना जाता है और सबसे अच्छी बात ये कि इसे कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है. काले चने (Soaked Black Gram) में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं.
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