चन्द्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता है? - chandrama prthvee par kyon nahin girata hai?

यदि दो वस्तुओं के बीच की दूरी को आधा कर दिया जाए तो उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल किस प्रकार बदलेगा?

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पृथ्वी तथा चंद्रमा एक-दूसरे को गुरुत्वीय बल से आकर्षित करते हैं। क्या पृथ्वी जिस बल से चंद्रमा को आकर्षित करती है वह बल, उस बल से जिससे चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है बड़ा है छोटा है या बराबर है? बताइए क्यों?


न्यूटन के गति के तीसरे नियम के अनुसार, यदि एक वस्तु किसी दूसरी वस्तु के ऊपर बल लगाती है तो दूसरी वस्तु के ऊपर बल लगाती है तो दूसरी वस्तु पहली वस्तु के ऊपर बराबर और विपरीत बल लगाती है। जब पृथ्वी, चंद्रमा के ऊपर आकर्षण बल लगाती है, तो विपरीत दिशा में, चंद्रमा भी पृथ्वी के ऊपर बराबर बल लगाता है।

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यदि चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है, तो पृथ्वी चंद्रमा की ओर क्यों नहीं करती?


चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है। जब कभी भी किसी वस्तु पर बल लगाता है, तो उसमें त्वरण उतपन्न करता है।

चन्द्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता है? - chandrama prthvee par kyon nahin girata hai?

अत: वस्तु में उतपन्न त्वरण, उसके द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
चंद्रमा का द्रव्यमान कम होता है और पृथ्वी का द्रव्यमान बहुत अधिक है। इसलिए, चंद्रमा तथा पृथ्वी के बीच लगा हुआ गुरुत्वाकर्षण बल, चंद्रमा में उसके द्रव्यमान के कारण बहुत कम (नगण्य) त्वरण उतपन्न करता है। चंद्रमा में उतपन्न अधिक त्वरण के कारण, हम देख सकते हैं कि चंद्रमा, पृथ्वी की तरफ गति कर रहा है। पृथ्वी में उतपन्न त्वरण कम है जिससे पृथ्वी का विस्थापन लगभग शून्य है। इस कारण हम पृथ्वी को चंद्रमा की तरफ गति करते हुए नहीं देखते हैं।

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सभी वस्तुओं पर लगने वाला गुरुत्वीय बल उनके द्रव्यमान के समानुपाती होता है। फिर एक भारी वस्तु हलकी वस्तु के मुकाबले में तेज़ी से क्यों है गिरती?


वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल, 

चन्द्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता है? - chandrama prthvee par kyon nahin girata hai?

चन्द्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता है? - chandrama prthvee par kyon nahin girata hai?

हम देखते हैं, F ∝ m परन्तु g, m पर निर्भर नहीं करता
अत: सभी गिरती हुई वस्तुओं के लिए त्वरण समान होगा। इसलिए एक भारी वस्तु, हलकी वस्तु की तुलना में तेज़ी से नहीं गिरती।

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पृथ्वी तथा उसकी सतह पर रखी किसी 1 kg की वस्तु के बीच के गुरुत्वीय बल का परिमाण क्या होगा? (पृथ्वी का द्रव्यमान 6x1024kg है तथा पृथ्वी की त्रिज्या 6.4x106m है)।


दिया है,
वस्तु का द्रव्यमान (m) = 1 kg
पृथ्वी का द्रव्यमान (M) =  6 x 1024kg
पृथ्वी का अर्धव्यास (R) = 6.4 x 106m
पृथ्वी तथा उसकी सतह पर रखी किसी 1 kg की वस्तु के बीच के गुरुत्वीय बल का परिमाण,

चन्द्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिरता है? - chandrama prthvee par kyon nahin girata hai?

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हेलो दोस्तों हमारा प्रश्न है पृथ्वी चंद्रमा पर निरंतर गुरुत्वाकर्षण बल लगा रही है फिर चंद्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिर जाता दोस्त सबसे पहले तो हम लोग समझते हैं कि जैसा कि हम लोगों ने जाना कि गुरुत्वाकर्षण बल क्या होता है कि धरती के द्वारा जा कृष्ण बुलाया जाता किसी वस्तु पर उसे हम लोग उस आकर्षण बल कहते हैं जैसे मान लीजिए कि कोई जब हम कोई गेंद को ऊपर की तरफ फेंकते हैं तो वह वापस क्या होता है कि नीचे नीचे क्यों आकर धरती पर गिरती है तो इससे क्या होता है कि धरती क्या होती है पृथ्वी क्या होती है उस पर गुरुत्व बल लगाती है ताकि वह नीचे गिर जाता है इस तरह से क्या होता है गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है लेकिन फिर यहां में बोला कि चंद्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिर जाता यह बात कह दो जैसा कि हम लोग देखते हैं कि माली जी हमारी पृथ्वी है और यहां पर क्या है कि चंद्रमा है तो यह तो गुरु भक्त यहां पर भी कार्य कर रही है तो यहां पर प्रश्न में बोला है कि क्यों नहीं गिर जाती है तो इसमें क्या होता है कि चंद्रमा जो होती है वह क्या होती है कि वृत्तीय पद पर

वृत्तीय पथ पर क्या करती है घूमती है उसके पद पर घूमती है जिससे क्या होता है कि हमारे जैसे हम जानते हैं कि वृत्तीय पथ पर जब कोई वस्तु घूमती है तो उसमें क्या लगता है ए कभी केंद्र अभिकेंद्रीय बल कार्य करता है अभी केंद्रित व क्या कार्य करता है दोस्तों की मान लीजिए यह हमारी वृत्ताकार पथ है और यहां पर कोई वस्तु क्या है इसे हम लोग माननी चाहिए हमारा यहां पर एक हमारा बोले और हम लोग क्या करें बढ़ते पथ में इसको हम लोग घुमा रहे हैं इस तरह यहां पर क्या होता है कि यहां पर जो एक केंद्र होता है तो केंद्र केंद्र क्या करती है इसको अपनी तरफ खींच कर खींचती है ताकि इधर आ जाए और यह वृत्ताकार वृत्ताकार पथ पर एक निश्चित रूप से घूमते रहे यहां पर क्या होता है कि एक अभिकेंद्र बल लगता है तो गुरुत्वाकर्षण जो होता है

तो यह जो हमारा जो पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण होता है यह क्या करता है इस चंद्रमा को क्या प्रदान करता है अभिकेंद्र बल कृष्ण के कारण क्या होता है किस में अभिकेंद्र बल लगते रहता है अभी केंद्र बल लगता है आता है जिस से क्या होता है अभिकेंद्र बल लगने से कि चंद्रमा जो होती है वह निश्चित समय पर अपने अक्ष पर घूमती रहती है और उसको चंद्रमा को बांध के रखती है तो अगर चंद्रमा दोस्तों घूम कर आओ चंद्रमा विराम अवस्था में आ जाए तब क्या हो जाएगा पृथ्वी द्वारा गुरुत्व बल से लगेगा और यह नीचे आ सकता है लेकिन यहां पर चंद्रमा क्या है घूमते रहती है अपने अक्ष पर जहां पर अभिकेंद्र बल कार्य करता है किससे करना गुरुत्वाकर्षण के कारण इसीलिए चंद्रमा नहीं नीचे गिरती है धन्यवाद