यदि दो वस्तुओं के बीच की दूरी को आधा कर दिया जाए तो उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल किस प्रकार बदलेगा? 2159 Views पृथ्वी तथा चंद्रमा एक-दूसरे को गुरुत्वीय बल से आकर्षित करते हैं। क्या पृथ्वी जिस बल से चंद्रमा को आकर्षित करती है वह बल, उस बल से जिससे चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है बड़ा है छोटा है या बराबर है? बताइए क्यों? न्यूटन के गति के तीसरे नियम के अनुसार, यदि एक वस्तु किसी दूसरी वस्तु के ऊपर बल लगाती है तो दूसरी वस्तु के ऊपर बल लगाती है तो दूसरी वस्तु पहली वस्तु के ऊपर बराबर और विपरीत बल लगाती है। जब पृथ्वी, चंद्रमा के ऊपर आकर्षण बल लगाती है, तो विपरीत दिशा में, चंद्रमा भी पृथ्वी के ऊपर बराबर बल लगाता है। 808 Views यदि चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है, तो पृथ्वी चंद्रमा की ओर क्यों नहीं करती? चंद्रमा पृथ्वी को आकर्षित करता है। जब कभी भी किसी वस्तु पर बल लगाता
है, तो उसमें त्वरण उतपन्न करता
है। अत: वस्तु में उतपन्न त्वरण, उसके द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है। चंद्रमा का द्रव्यमान कम होता है और पृथ्वी का द्रव्यमान बहुत अधिक है। इसलिए, चंद्रमा तथा पृथ्वी के बीच लगा हुआ गुरुत्वाकर्षण बल, चंद्रमा में उसके द्रव्यमान के कारण बहुत कम (नगण्य) त्वरण उतपन्न करता है। चंद्रमा में उतपन्न अधिक त्वरण के कारण, हम देख सकते हैं कि चंद्रमा, पृथ्वी की तरफ गति कर रहा है। पृथ्वी में उतपन्न त्वरण कम है जिससे पृथ्वी का विस्थापन लगभग शून्य है। इस कारण हम पृथ्वी को चंद्रमा की तरफ गति करते हुए नहीं देखते हैं। 2378 Views सभी वस्तुओं पर लगने वाला गुरुत्वीय बल उनके द्रव्यमान के समानुपाती होता है। फिर एक भारी वस्तु हलकी वस्तु के मुकाबले में तेज़ी से क्यों है गिरती? वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल, हम देखते हैं, F ∝ m परन्तु g, m पर निर्भर नहीं करता अत: सभी गिरती हुई वस्तुओं के लिए त्वरण समान होगा। इसलिए एक भारी वस्तु, हलकी वस्तु की तुलना में तेज़ी से नहीं गिरती। 715 Views पृथ्वी तथा उसकी सतह पर रखी किसी 1 kg की वस्तु के बीच के गुरुत्वीय बल का परिमाण क्या होगा? (पृथ्वी का द्रव्यमान 6x1024kg है तथा पृथ्वी की त्रिज्या 6.4x106m है)। दिया है, 570 Views हेलो दोस्तों हमारा प्रश्न है पृथ्वी चंद्रमा पर निरंतर गुरुत्वाकर्षण बल लगा रही है फिर चंद्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिर जाता दोस्त सबसे पहले तो हम लोग समझते हैं कि जैसा कि हम लोगों ने जाना कि गुरुत्वाकर्षण बल क्या होता है कि धरती के द्वारा जा कृष्ण बुलाया जाता किसी वस्तु पर उसे हम लोग उस आकर्षण बल कहते हैं जैसे मान लीजिए कि कोई जब हम कोई गेंद को ऊपर की तरफ फेंकते हैं तो वह वापस क्या होता है कि नीचे नीचे क्यों आकर धरती पर गिरती है तो इससे क्या होता है कि धरती क्या होती है पृथ्वी क्या होती है उस पर गुरुत्व बल लगाती है ताकि वह नीचे गिर जाता है इस तरह से क्या होता है गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है लेकिन फिर यहां में बोला कि चंद्रमा पृथ्वी पर क्यों नहीं गिर जाता यह बात कह दो जैसा कि हम लोग देखते हैं कि माली जी हमारी पृथ्वी है और यहां पर क्या है कि चंद्रमा है तो यह तो गुरु भक्त यहां पर भी कार्य कर रही है तो यहां पर प्रश्न में बोला है कि क्यों नहीं गिर जाती है तो इसमें क्या होता है कि चंद्रमा जो होती है वह क्या होती है कि वृत्तीय पद पर वृत्तीय पथ पर क्या करती है घूमती है उसके पद पर घूमती है जिससे क्या होता है कि हमारे जैसे हम जानते हैं कि वृत्तीय पथ पर जब कोई वस्तु घूमती है तो उसमें क्या लगता है ए कभी केंद्र अभिकेंद्रीय बल कार्य करता है अभी केंद्रित व क्या कार्य करता है दोस्तों की मान लीजिए यह हमारी वृत्ताकार पथ है और यहां पर कोई वस्तु क्या है इसे हम लोग माननी चाहिए हमारा यहां पर एक हमारा बोले और हम लोग क्या करें बढ़ते पथ में इसको हम लोग घुमा रहे हैं इस तरह यहां पर क्या होता है कि यहां पर जो एक केंद्र होता है तो केंद्र केंद्र क्या करती है इसको अपनी तरफ खींच कर खींचती है ताकि इधर आ जाए और यह वृत्ताकार वृत्ताकार पथ पर एक निश्चित रूप से घूमते रहे यहां पर क्या होता है कि एक अभिकेंद्र बल लगता है तो गुरुत्वाकर्षण जो होता है तो यह जो हमारा जो पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण होता है यह क्या करता है इस चंद्रमा को क्या प्रदान करता है अभिकेंद्र बल कृष्ण के कारण क्या होता है किस में अभिकेंद्र बल लगते रहता है अभी केंद्र बल लगता है आता है जिस से क्या होता है अभिकेंद्र बल लगने से कि चंद्रमा जो होती है वह निश्चित समय पर अपने अक्ष पर घूमती रहती है और उसको चंद्रमा को बांध के रखती है तो अगर चंद्रमा दोस्तों घूम कर आओ चंद्रमा विराम अवस्था में आ जाए तब क्या हो जाएगा पृथ्वी द्वारा गुरुत्व बल से लगेगा और यह नीचे आ सकता है लेकिन यहां पर चंद्रमा क्या है घूमते रहती है अपने अक्ष पर जहां पर अभिकेंद्र बल कार्य करता है किससे करना गुरुत्वाकर्षण के कारण इसीलिए चंद्रमा नहीं नीचे गिरती है धन्यवाद |