क्रिकेट में अंपायर की फीस कितनी है? - kriket mein ampaayar kee phees kitanee hai?

क्रिकेट के मैदान पर सबसे कठिन काम अगर किसी का होता है तो वो है अंपायरों का। मैदान पर लगातार गेंद के साथ खिलाड़ियों के हाव-भाव पर इनकी पैनी नजर होती है। दूसरी तरफ इन्हें मैदान पर लगातार खड़ा रहना पड़ता है ऐसे में आप भी जानना चाहेंगे कि एक अंपायर की आमदनी कितनी होती है।

एक मैच के दौरान होते हैं चार अंपायर

एक मैच के दौरान कुल चार अंपायर होते हैं जिनमें से दो तो मैदान पर दिखते हैं जबकि तीसरा अंपायर मैच के लाइव वीडियो के साथ मौजूद रहता है और उस वक्त अपना फैसला देता है जो मैदानी अंपायर नहीं दे पाते, जिसमें रन आउट, स्टंप प्रमुख हैं। मैदानी अंपायर तीसरे अंपायर से नो बॉल के साथ-साथ कैच की बेहतर स्थिति के लिए भी संपर्क करते हैं। हाल के समय में अंपायर रिव्यू सिस्टम के लागू होने के बाद से तीसरे अंपायर की भूमिका और भी बढ़ गई है। इन तीनों के अलावा मैच में एक और अंपायर होते हैं जो कि गेंद का ख्याल रखते हैं। अक्सर मैच के दौरान जब गेंद गुम हो जाती है या फिर उनका आकार बदल जाता है तो मैच का चौथा अंपायर ओवरों के हिसाब से नई गेंद देता है।

तीन स्तर पर बांटा गया है अंपायरों को

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अंपायरों को तीन स्तर पर बांटा है, जिनमें एलिट, अंतरराष्ट्रीय और डेवलपमेंट पैनल के अंपायर होते हैं। एलिट पैनल के अंपायरों को टेस्ट मैच और वनडे(एक) में रखा जाता है, इन अंपायरों को सबसे अधिक अनुभवी माना जाता है। दूसरे नंबर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के अंपायर आते हैं। इन्हें आप वनडे और टी 20 क्रिकेट में अंपायरिंग करते देख सकते हैं। जबकि तीसरे स्तर पर डेवलपमेंट पैनल के अंपायर होते हैं जो एसोशिएट देश के सदस्य होते हैं ये भी वनडे और टी 20 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंपायरिंग करते देखे जाते हैं।

कितनी होती है सैलरी

अंपायरों के स्तर के हिसाब से इन्हें सैलरी मिलती है। एलिट पैनल के अंपायर जो एक साल में 8-10 टेस्ट और 10-15 वनडे मैच में अंपायरिंग करते हैं उन्हें सबसे अधिक सैलरी मिलती है। ऐसे अंपायर साल भर में करीब 90 हजार डॉलर से 1 लाख डॉलर तक कमा लेते हैं। एक मैच की बात करें तो टेस्ट मैच में इन्हें जहां 3000 डॉलर मिलता है वहीं वनडे में 1000 और टी 20 में 750-800 डॉलर तक दिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय पैनल के अंपायरों की बेसिक सैलरी 35000 डॉलर के करीब होती है जबकि इनके अलावा उन्हें मैच फीस अलग से मिलती है।

एलिट पैनल के अंपायरों को मिलती है अलग सुविधा

एलिट पैनल के 12 अंपायरों को आईसीसी की तरफ से अलग सुविधाएं भी मिलती है। फ्लाई एमिरात इनके ऑफिशियल स्पॉन्सर होते हैं जिनके कारण इन्हें मैच के दौरान आने-जाने का खर्चा नहीं उठाना पड़ता। साथ ही अंपायरों को परिवार के साथ साल में एक बार मुफ्त में हॉलीडे भी दिया जाता है। दूसरी तरफ हर बोर्ड और हर सीरीज के लिए मैच फीस अलग-अलग होती है जिसका खुलासा नहीं किया जाता है।

क्रिकेट के मैदान पर खेल खिलाड़ियों के अलावा खड़े अंपायर्स की भूमिका क्रिकेट के मुकाबले में अहम होती है. जी हां, बल्लेबाजी व फील्डिंग टीम के अलावा अंपायर्स को भी पूरे टाइम मैच में खड़े रहना पड़ता है. ये काम सुनने में हो सकता है आपको आसान लग रहा हो लेकिन लगातार एक ही जगह पर खड़े रहना काफी मुश्किल होता होगा. तो आइए इस आर्टिकल में आपको अंपायर्स की सैलरी के बारे में बताते हैं.

आलोचनाओं का सामना करते रहते हैं अंपायर्स

क्रिकेट में अंपायर की फीस कितनी है? - kriket mein ampaayar kee phees kitanee hai?

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेट साइमन टफेल ने अंपायर की दुनिया में अपना बड़ा नाम बनाया. टफेल 2004 से लेकर 2007 तक नंबर-1 अंपायर रहे हैं. कुछ अंपायर्स को आपने विवादों में घिरा पाया होगा. इसमें कुमार धर्मसेना का नाम सबसे पहले जहन में आता है.

असले में आईसीसी विश्व कप 2019 में जब बेन स्टोक्स बल्लेबाजी कर रहे थे जिमी नीशम द्वारा ओवर थ्रो करने के चलते अंपायर कुमार धर्मसेना ने 5 रन इंग्लैंड को दिए थे. इसके बाद धर्मसेना को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने बिना लेग अंपायर से डिसकस किए इंग्लैंड को 6 रन दे दिए थे.

जबकि वो ओवर थ्रो के रन मिलने ही नहीं चाहिए थे. इस एक गलती के चलते न्यूजीलैंड की टीम के हाथ में आया हुआ विश्व कप निकल गया. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा आईपीएल में भी अंपायर द्वारा काफी गलतियां सामने आती रहती है.

क्या आप जानते हैं अंपार्स की सैलरी?

क्रिकेट के मैदान पर एक वक्त में 2 अंपायर होते हैं इसके अलावा एक थर्ड अंपायर होता है, जिसे रिव्यू के टाइम पर इस्तेमाल किया जाता है। तो आइए अब आपको बताते हैं कि आईसीसी के एलीट अंपायर्स की सैलरी कितनी होती है। आईसीसी एलीट पैनल से संबंधित एक अंपायर के लिए, सालाना सैलरी 35,000 अमेरिकी डॉलर (24,00,000 रुपये) से 45,000 अमेरिकी डॉलर (31,00,000 रुपये) के बीच होती है।

अलग-अलग फॉर्मेट की सैलरी?

टेस्ट मैच 5 दिनों का होता है तो वहीं एकदिवसीय मुकाबले व टी20 मुकाबले जल्दी खत्म होते हैं. ऐसे में सभी फॉर्मेट्स के लिए अंपायर्स को अलग-अलग सैलरी दी जाती है। एक टेस्ट मैच में खड़े होने के लिए, प्रत्येक अंपायर को 3,000 अमेरिकी डॉलर (2,00,000 रुपये) की फीस देनी होती है।

एक एकदिवसीय मुकाबले में खड़े होने के लिए 2200 अमेरिकी डॉलर (1,50,000 लगभग) मिलते हैं तो वहीं टी20 आई में 1000 अमेरिकी डॉलर (70,000 रुपये लगभग) की राशि पॉकेट में डालते हैं। आईसीसी के एलीट पैनल का सदस्य होना अंपायर्स के लिए अधिक फायदेमंद इसलिए होता है क्योंकि से अंपायर को 10-15 एकदिवसीय मैचों में खड़े रहते हुए आठ से दस टेस्ट मैचों का हिस्सा रहने को मिल जाता है।

अंपायर्स को मिलती है फैसिलिटीज

क्रिकेट में अंपायर की फीस कितनी है? - kriket mein ampaayar kee phees kitanee hai?

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबलों के अलावा अंपायर्स की टी20 लीगों से भी कमाई होती है। उदाहरण के तौर पर आईपीए में खड़े रहने के लिए लगभग 2500 अमेरिकी डॉलर के साथ एक अंपायर का इलाज किया जाता है।

उनकी मैच फीस और वार्षिक शुल्क के अलावा, ICC से जुड़े प्रत्येक अंपायर को बिजनेस क्लास में यात्रा करने की जगह मिलती है। टीम के होटलों में उनकी विशेष व्यवस्था और किसी भी अन्य खिलाड़ी की तरह ही उनके साथ समान व्यवहार किया जाता है।

क्रिकेट में अंपायर बनने के लिए क्या करना पड़ता है?

अंपायर बनने के लिए सबसे पहला चरण ये है कि आपको स्टेट एसोसिएशन में इसके लिए रजिस्टर करना होता है. इसके लिए पहले लोकल मैचों में आपको अंपायरिंग करनी होती है. इसके बाद स्टेट एसोसिएशन केंडिडेट का नाम आगे बढ़ाता है और उसके बाद बीसीसीआई के अंपायर बनाए जाते हैं.

अंपायर की फीस कितनी होती है?

और ऐसे में यदि T20 सीरीज में कभी कभी किसी भी Team को 3 Match खेलने होते हैं और यदि T20 Match में Umpire की सैलरी की बात की जाए तो Umpire की 3 T20 मैच खेलवाने की सैलरी लगभग 1.5 लाख रुपये होती है। वहीं यदि Umpire को 5 (five) T20 Matches खेलवाने है तो उनकी सैलरी 2 लाख रुपये हो सकती है

क्रिकेटर की सैलरी कितनी होती है?

मैच फीस के भी मिलते हैं लाखों रुपए (Cricketer Match Fees) इस बेसिक सैलरी के अलावा भारतीय क्रिकेटर्स को मैच फीस भी मिलती है. टेस्ट मैच के लिए हर भारतीय खिलाड़ी को 15 लाख रुपए मिलते हैं. हर वनडे मैच के लिए खिलाड़ियों को 6 लाख रुपए मिलते हैं. वहीं टी20 मैच के लिए हर खिलाड़ी को 3 लाख रुपए की मैच फीस मिलती है.

अंपायर की उम्र कितनी होनी चाहिए?

फर्स्ट क्लास मैचों में अंपायरिंग करने वाले कैंडिडेट/अंपायर की उम्र 55 साल होती है इसके अलावा वनडे में 58 और टेस्ट मैचों में अंपायरिंग करने वाले कैंडिडेट को 60 साल की उम्र में निकाल दिया जाता है.