कंठ (गला) भर आना मुहावरे का अर्थ kanth bhar aana muhavare ka arth – भावुक होकर बोल न पाना । दोस्तो मनुष्य जीवन में अनेक तरह की क्रिया होती रहती है । जिसमें वह अपने आप में तरह तरह के बदलाव देखता है । उसी तरह से जब किसी व्यक्ति के सामने कुछ इस तरह की बात कह दी जाती है जो उसके साथ न होने पर भी उसे ऐसा लगे की यह मेरे साथ ही हो रहा है । जैसे अगर किसी के ऐसे व्यक्ति के साने दुख की बात की जाए जो व्यक्ति स्वयं दुखी होता है तो इस तरह की दुख की बात सुन कर वह व्यक्ति भी दुखी हो जाता है । और वह इतना अधिक दुखी हो जाता है की वह कुछ नही कह सकता है । क्योकी वह बात सुन कर भावुक होकर बोल नही पाता है । तो इस तरह से जब कोई व्यक्ति भावुक होकर बोल नही पाता है तो इसे कंठ (गला) भरना कहा जाता है । क्योकी जब किसी व्यक्ति के कंठ (गला) भरे होते है तो वह कुछ भी बोल नही पाता है । कंठ भर आना इसका अर्थ क्या है?कंठ (गला) भर आना मुहावरे का अर्थ kanth bhar aana muhavare ka arth – भावुक होकर बोल न पाना ।
गला भर आना मुहावरे का अर्थ क्या है?Solution : गला भर आना-रुआँसा हो जाना।
आंख भर आना मुहावरे का अर्थ क्या है?आँख भर आना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है। अर्थ- आँसू टपकने को होना।
आंखों में शर्म आना मुहावरे का क्या अर्थ है?Explanation: आँखों में पानी होना (शर्म-लिहाज होना)- रमेश की आँखों में पानी होता तो वह सबके सामने बड़े भाई का अनादर न करता। आँखों में समाना (हमेशा ध्यान में रहना)- मुरली मनोहर श्याम तो मीराबाई की आँखों में समाए हुए थे।
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