हिंदी भाषा के महान लेखक और कवि अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जी का जन्म 15 अप्रेल सन् 1865 में उत्तरप्रदेश राज्य के आजमगढ़ जिले के निज़ामाबाद नामक स्थान पर हुआ। ये ब्राह्मण परिवार में पैदा हुआ थे, लेकिन बाद में इन्होंने सिख धर्म अपनाकर अपना नाम भोला सिंह रख लिया। Show
इन्होंने हिंदी साहित्य में अपना अद्भुत योगदान दिया। वे दो बार हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति रह चुके है और सम्मेलन में इन्हें विद्यावाचस्पति की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है।इनकी प्रमुख रचनाओं में प्रिय प्रवास, कवि सम्राट, वैदेही वनवास, बाल विभव, फूल पत्ते आदि शामिल हैं। माना जाता है कि सन् 1947 में निज़ामाबाद में ही इन्होंने अपनी अंतिम साँसें लीं। एक तिनका कविता – Ek Tinka Poemमैं घमण्डों में भरा ऐंठा हुआ । मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा । जब किसी ढब से निकल तिनका गया । एक तिनका कविता का सारांश(Ek Tinka Poem Meaning): एक तिनका कविता में कवि हरिऔध जी ने हमें घमंड ना करने की प्रेरणा दी है। इस कविता के अनुसार, एक दिन वो बड़े घमंड के साथ अपने घर की मुंडेर पर खड़े होते हैं, तभी उनकी आँख में एक तिनका गिर जाता है। उन्हें बड़ी तकलीफ होती है और जैसे-तैसे तिनका उनकी आँख से निकल जाता है। तिनके के निकलने के साथ ही कवि के मन से घमंड भी निकल जाता है और उन्हें सरल जीवन जीने का महत्व समझ आ जाता है। Hindi Vasant Class 7 All Chapters Summary एक तिनका कविता का भावार्थ – Ek Tinka Class 7 Summaryमैं घमण्डों में भरा ऐंठा हुआ । मैं झिझक उठा, हुआ बेचैन-सा । कवि कहते हैं कि आँख में तिनका चले जाने से उन्हें बड़ी ही बेचैनी होने लगी। उनकी आँख लाल हो गयी और दुखने लगी। लोग कपड़े का उपयोग करके उनकी आँख से तिनका निकालने की कोशिश करने लगे। इस दौरान उनकी ऐंठ और घमंड बिल्कुल चूर हो कर दूर भाग गए। जब किसी ढब से निकल तिनका गया । इन पंक्तियों के ज़रिए कवि हमें भी घमंड से दूर रहने का संदेश दे रहे हैं। चाहे इंसान कितना भी बड़ा हो जाए, उसका घमंड चकनाचूर हो ही जाता है। NCERT Solutions for Class 7 Hindi Ek Tinka – Ncert Solutions for Class 7 Hindi Chapter 13प्र. 1 नीचे दी गई कविता की पंक्तियों को सामान्य वाक्य में बदलिए। (क) एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा- Ncert Solutions for Class 7 Hindi उत्तर. ऊपर दी गयी पंक्तियों को सामान्य वाक्य के रूप में इस तरह लिखा जा सकता है: (क) एक दिन जब मैं छत की मुंडेर पर खड़ा था। (ख) आँख भी लाल होकर दुखने लगी। (ग) बेचारी ऐंठकर दबे पांव भाग गयी। (घ) किसी तरह आँख से तिनका निकल गया। प्र. 2. ‘एक तिनका’ कविता में किस घटना की चर्चा की गई है, जिससे घमंड नहीं करने का संदेश मिलता है? प्र. 3. आँख में तिनका पड़ने के बाद घमंडी की क्या दशा हुई? प्र. 4. घमंडी की आँख से तिनका निकालने के लिए उसके आसपास लोगों ने क्या किया? प्र. 5. ‘एक तिनका’ कविता में घमंडी को उसकी ‘समझ’ ने चेतावनी दी-
Class 7 Hindi उत्तर. दोनों में समानता यह है कि दोनों ही काव्यांशों में तिनकों का प्रयोग उदाहरण देने के लिए किया गया है। दोनों काव्यांशों में अंतर यह है कि पहले काव्यांश में कवि हरिऔध जी हमें घमंड ना करने की शिक्षा दे रहे हैं, जबकि दूसरे काव्यांश में कबीर दास जी कह रहे हैं कि हमें कभी किसी को अपने से नीचा या तुच्छ नहीं समझना चाहिए। ऐंठ दबे पाँव क्यों भाग गई?एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा – एक दिन जब मैं अपनी छत के किनारे पर खड़ा था। लाल होकर आँख भी दुखने लगी – आँख में तिनका चले जाने के कारण आँख लाल होकर दुखने लगी। ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी – जब आँख में बहुत दर्द हुआ तो कवि का घमंड भी टूट गया। जब किसी ढब से निकल तिनका गया – किसी तरीके से आँख का तिनका निकाला गया।
ऐंठ बेचारी कैसे भाग गई?(ग) ऐंठ बेचारी दबे पाँवों भगी - बेचारी ऐंठ दबे पाँवों भागी। (घ) जब किसी ढब से निकल तिनका गया - जब तिनका किसी ढब से निकल गया।
ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी वाक्य में ऐंठ शब्द का अर्थ क्या है?Answer: 'ऐंठ बेचारी दबे पाँव भागी' शब्दों का अभिप्राय है, घमंड चूर होना।
कवि की आँख में तिनका चले जाने पर लोगों ने क्या किया?'एक तिनका' कविता में कवि ने उस दिन की घटना की चर्चा की है जब उसे अपने ऊपर घमंड हो गया और वह अपने को श्रेष्ठ समझने लगा। तभी एक तिनका उसके आँख में घुस गया जिससे उसकी आँखे लाल हो गयीं। बड़े प्रयास करने पर जब तिनका निकला तब लेखक को समझ आई की उसके घमंड को चूर करने के लिए तिनका है।
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