नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- Show
B. क्योंकि उसने सोच लिया था कि कभी भी बस का ब्रेक फेल हो सकता है या स्टीरिंग टूट सकता है। 135 Views लेखक के मन में बस के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा के भाव क्यों आए?
B. क्योंकि वह केवल अपने लाभ हेतु बस चला रहा था। लोगों की जान की परवाह उसे नहीं थी। 155 Views लेखक ने ऐसा क्यों कहा कि गांधी जी के असहयोग व सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय यह जवान रही होगी?
B. बस के पुर्जे धीरे-धीरे एक साथ मिलकर काम करने लगे। 680 Views बस की दशा किसकी भाँति लग रही थी?
156 Views लेखक व उसके मित्र कहां गए थे?
169 Views ‘बस की यात्रा’ कैसा लेख है?
249 Views लेखक को बस पर भरोसा क्यों नहीं?दोनों तरफ़ हरे-भरे पेड़ थे जिन पर पक्षी बैठे थे। मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था। जो भी पेड़ आता, डर लगता कि इससे बस टकराएगी। वह निकल जाता तो दूसरे पेड़ का इंतज़ार करता | झील दिखती तो सोचता कि इसमें बस गोता लगा जाएगी।
लेखक को बस के इंजन में बैठे होने का अनुभव क्यों हो रहा था?उत्तर:- लेखक के मन में बस कंपनी के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा इसलिए जाग गई कि वह टायर की स्थिति से परिचित होने के बावजूद भी बस को चलाने का साहस जुटा रहा था। कंपनी का हिस्सेदार अपनी पुरानी बस की खूब तारीफ़ कर रहा था।
लेखक के अनुसार बस कितनी दूरी पर खराब हो गई थी?उस पर स्वयं या उसके परिवार तथा श्रमिक खेती करते हैं।
बस अचानक रुक क्यों गए?जब बस अचानक रुक जाती है तो यात्री का निचला हिस्सा बल के कारण विरामावस्था में आ जाता है जबकि ऊपरी हिस्सा गति में रहता है। परिणामस्वरूप हम आगे की ओर झुक जाते है। ऐसा ही जब विरामावस्था से बस गतिशील होती है तो हम बल के कारण गतिशील हो जाते है जब कि ऊपरी भाग विरामावस्था में रहता है अतः हम पीछे की ओर रह जाते है।
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