मैं ग्रुप में मरने के आने से वातावरण में क्या परिवर्तन हुआ? - main grup mein marane ke aane se vaataavaran mein kya parivartan hua?

मेघ ऋषि मेहमान के आने से वातावरण में क्या परिवर्तन हुआ?

मेघ रूपी मेहमान के आने से हवा के तेज बहाव के कारण आँधी चलने लगती है जिससे दरवाजे - खिड़िकियां खुलने लगते हैं, पेड़ अपने संतुलन खो देते हैं, कभी उठते हैं तो कभी झुक जाते हैं। नदी और तालाब के पानी में उथल - पुथल होनी लगती है। पीपल का पुरांना पेड़ भी झुक जाता है। अंत में आसमान में बिजली कड़कने के साथ वर्षा होने लगती है।

मेघों के लिए बन ठन के संवर के आने की बात क्यों कही गई है?

जिस प्रकार मेहमान (दामाद) बहुत दिनों बाद आते हैं, उसी प्रकार मेघ भी बहुत समय बाद आए हैं। अतिथि जब घर आते हैं तो सम्भवत: उनके देर होने का कारण उनका बन-ठन कर आना ही होता है। कवि ने मेघों में सजीवता डालने के लिए मेघों के 'बन-ठन के, सँवर के' आने की बात कही है।

लता ने बादल रूपी मेहमान को किस तरह से देखा और क्यों?

Answer: लता ने बादल रुपी मेहमान को किवाड़ की ओट से देखा क्योंकि वह मेघ के देर से आने के कारण व्याकुल हो रही थी तथा संकोचवश उसके सामने नहीं आ सकती थी।

बादलों के आने पर क्या हुआ?

उत्तर: बादलों के आने पर हवा तेज चलने लगती है। तेज हवा से पेड़ झूमने लगते हैं, दरवाजे और खिड़कियाँ खुलने बंद होने लगती हैं, लताएँ डोलने लगती हैं, नदी में हलचल होने लगती और तालाब में भी उथल पुथल होने लगता है। इसके अलावा आसमान में बिजली चमकने लगती है।