Free Trade Zone advantages and disadvantages in India in hindi भारत में कई जगहों में मुक्त व्यापार क्षेत्र हैं, इसका मूल उद्देश्य व्यापार आधारित संरचनाओं का निर्माण, उत्पाद का आयत और निर्यात, और व्यपार के लिए ‘फ्री करेंसी’ के इस्तेमाल को बढ़ावा देना था. इसके बारे में पूरी जानकरी यहाँ प्रस्तुत की गई है. Show मुक्त व्यापार क्षेत्र क्या है? (What is Free Trade Zone) कोई भी व्यापार अब वैश्विक स्तर का हो चला है. मुक्त व्यापार क्षेत्र को एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन या फोरेन ट्रेड जोन भी कहा जाता है. मुक्त व्यापार क्षेत्र वो जगह है जहाँ पर कोई भी उत्पाद को उतारा, संभाला, निर्माण और उत्पाद को पुनः नये रूप में बनाया जा सकता है. इस जोन में इस दौरान किसी भी कस्टम अधिकारी का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है. एक बार उत्पाद अपने देश के उपभोक्ताओं तक पहुँचने लगे, उसके बाद इस पर कस्टम ड्यूटी लगनी शुरू होती है. मुक्त व्यापार क्षेत्र मुख्यतः बड़े बंदरगाहों, अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों या उन जगहों पर होता है जहाँ आयत निर्यात की सुविधा आसानी से मयस्सर हो सके. मुक्त व्यापार क्षेत्र के फ़ायदे (Free Trade Zone Advantages) मुक्त व्यापार क्षेत्र की कुछ प्रमुख विशेषताएँ हैं, जिसे जानना अति आवश्यक है.
भारत में मुक्त व्यापार क्षेत्र क्या है? (What is Free Trade Zone in India in hindi)भारत सरकार द्वारा ‘फॉरेन ट्रेड पालिसी’ के अंतर्गत सन 2004- 2009 की अवधि में मुक्त व्यापार क्षेत्र स्थापित करने की घोषणा की गयी. इसका उद्देश्य व्यापार के निर्माण को बढ़ावा देना था. 23 जून सन 2005 में भारत के संसद में स्पेशल इकनोमिक जोन एक्ट सरकार द्वारा पारित की गयी. इसके अलगे साल सन 2006 के फरवरी के महीने में भारत सरकार ने ‘स्पेशल इकनोमिक जोन’ के लिए कानूनों की घोषणा की. मुक्त व्यापार क्षेत्र इसी अधिनियम के अंतर्गत एक वर्ग के रूप में निहित है. इसके अंतर्गत व्यापार की सभी सुविधाएँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुहैया की जाती है. उत्पाद के लिए अनुकूल संग्रहशाला, वातावरण के अनुकूल उपकरण, रेल स्लाइडिंग, कार्यालयों के लिए व्यापारिक जगह, स्वतंत्र रूप से इन्तेमाल होने वाले व्यपारिक स्टेशन, बैंक इन्सुरांस आदि की सुविधा इस अधिनियम के तहत दी जाती है. भारत के मुक्त व्यापार क्षेत्र कौन कौन से है? (List of Free Trade Zones in India) भारत में कई जगहों पर मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना हुई है. अर्शिया इंटरनेशनल लिमिटेड भारत का पहला हर तरह से मुक्त व्यापार क्षेत्र की तरह काम करने वाला जोन था. नीचे एक एक करके मुख्य मुक्त व्यापार क्षेत्र के विषय में दिया जा रहा है.
तमिलनाडु में 36, तेलंगाना और कर्नाटका में कुल 26 ऐसे मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना हुई है. मुक्त व्यापार क्षेत्र के नुकसान (Free Trade Zone disadvantages) मुक्त व्यापार क्षेत्र के कई सारे फायदे होने के बाद भी इसे सभी देशों द्वारा नहीं अपनाया गया. दुसरे विश्व युद्ध के बाद तो कई ऐसे देशों ने इस व्यवस्था को अपने देश की अर्थनीति से खारिज किया जो पहले से इसके अपनाए हुए थे. इसे खारिज करने के पीछे के तर्क निम्नलिखित हैं.
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मुक्त व्यापार क्या है समझाइए?विश्व के दो राष्ट्रों के बीच व्यापार को और उदार बनाने के लिए मुक्त व्यापार संधि की जाती है। इसके तहत एक दूसरे के यहां से आयात-निर्यात होने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क, सब्सिडी, नियामक कानून, ड्यूटी, कोटा और कर को सरल बनाया जाता है। इस संधि से दो देशों में उत्पादन लागत बाकी के देशों की तुलना में काफ़ी सस्ती होती है।
मुक्त व्यापार का अर्थ निम्नालिखत में से कौन है?Solution : मुक्त व्यापार एक मुक्त बाजार नीति है जिसका कुछ अंतर्राष्ट्रीय बाजारों द्वारा पालन किया जाता है, जिनमें देशों की सरकारें अन्य देशों से आयात या निर्यात को प्रतिबंधित नहीं करती है।
मुक्त व्यापार समझौता कब लागू हुआ?भारत-आसियान के बीच इस मुक्त वस्तु व्यापार समझौते पर छह साल की बातचीत के बाद 13 अगस्त, 2009 को हस्ताक्षर किया गया था और 1 जनवरी, 2010 को यह लागू हो गया था।
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