शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन किसके द्वारा होता है पादप में जल और खनिज लवण का वहन कैसे होता है रक्त और शरीर के तरल पदार्थ में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के परिवहन Show Question Tags: vigyan 1 Answers 0 Vote Up Vote Down Sunil Kumar Staff answered 3 years ago जब हम श्वास अंदर लेते हैं तब हमारी पसलियाँ ऊपर उठती हैं और डायाफ्राम चपटा हो जाता है। इस कारण वक्षगुहिका बढ़ी हो जाती है और वायु फुफ्फुस के भीतर चली जाती है। वह विस्तृत कुपिकाओं को भर लेती है। रुधिर सारे शरीर से CO2 को कुपिकाओं में छोड़ने के लिए लाता है। कुपिका रुधिर वाहिका का रुधिर कुपिका वायु से ऑक्सीजन लेकर शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुँचाता है। श्वास चक्र के समय जब वायु अंदर और बाहर होती है तब फुफ्फस वायु का अवशिष्ट आयतन रखते हैं। इससे ऑक्सीजन के अवशोषण और कार्बन डाइऑक्साइड के मोचन के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस का परिवहन रक्त में उपस्थित हीमोग्लोबिन नामक वर्णक की मदद से होता है। यह वर्णक फेफड़ों के वायुकोष में उपस्थित वायु से ऑक्सीजन को ग्रहण कर इसे शरीर के विभिन्न कोशिकाओं में विसरित कर देता है। पुनः यह उपापचय क्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड गैस को ग्रहण कर रक्त परिवहन के द्वारा फेफड़ों तक पहुँचाता है। फेफड़ों द्वारा इस कार्बन डाइऑक्साइड गैस को शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है।
मानव में वहन तंत्र के घटक कौन-से हैं? इन घटकों के क्या कार्य हैं? मानव में वहन तंत्र के घटक मिम्नलिखित हैं- जीवन के अनुरक्षण के लिए आप किन प्रक्रमों को आवश्यक मानेंगे? जीवन के अनुरक्षण के लिए जो प्रक्रम आवश्यक मने जाने चाहिए, वे हैं- Q.12: मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा कार्बनडाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है? उत्तर : जब हम श्वास अंदर लेते हैं तब हमारी पसलियां ऊपर उठती हैं और डायाफ्राम चपटा हो जाता है। इस कारण वक्षगुहिका बढ़ी हो जाती है और वायु फुफ्फुस के भीतर चली जाती है। वह विस्तृत कूपिकाओं को भर लेती है। रुधिर सारे शरीर से CO2 को कूपिकाओं में छोड़ने के लिए लाता है। कूपिका रुधिर वाहिका का रुधिर कूपिका वायु से ऑक्सीजन लेकर शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुंचाता है। श्वास चक्र के समय जब वायु अंदर और बाहर होती है तब फुफ्फुस वायु का अवशिष्ट आयतन रखते हैं। इससे ऑक्सीजन के अवशोषण और कार्बन डाइऑक्साइड के मोचन के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। Solution : हम श्वास अंदर लेते हैं तब हमारी पसलियाँ ऊपर उठती हैं और डायफ्राम चपटा हो जाता है। इस कारण वक्षगुहिका बड़ी हो जाती है और वायु फुफ्फुस के भीतर चली जाती है। वह विस्तृत कूपिकाओं को भर लेती है। रुधिर सारे शरीर से `CO_2` को कूपिकाओं में छोड़ने के लिए लाता है। कूपिका रुधिर वाहिका को रुधिर कूपिका वायु से ऑक्सीजन लेकर शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुँचाता है। श्वास चक्र के समय जब वायु अंदर और बाहर होती है तब फुफ्फुस वायु का अवशिष्ट आयतन रखते हैं। इससे ऑक्सीजन के अवशोषण और कार्बन डाइऑक्साइड के मोचन के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। मनुष्य में co2 aur o2 का परिवहन कैसे होता है?मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा काबर्न डाइऑक्साइड के परिवहन को श्वसन कहते है। यह प्रक्रिया फैफड़ो द्वारा संपन्न कि जाति है। फैफड़ो में साँस के द्वारा पहुँची हुई वायु में से हीमोग्लोबिन (लाल रक्त कण) ऑक्सीजन को ग्रहण कर के शरीर की सभी कोशिकाओं तक पहुँचता है। इस प्रकार ऑक्सीजन शरीर के प्रत्येक अंग तक पहुँचता है।
शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड के परिवहन के लिए कौन सा तंत्र उत्तरदाई है?➲ श्वसन तंत्र
⏩ हमारे शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड के परिवहन के लिए श्वसन तंत्र उत्तरदाई होता है। श्वसन तंत्र हमारे शरीर का वो तंत्र जो जो हमारे शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड के परिवहन का कार्य करता है।
Co2 का परिवहन कैसे होता है?लगभग 70% कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन बाइकार्बोनेट्स के रूप में होता है। प्लाज्मा के अन्दर कार्बोनिक अम्ल का निर्माण धीमी गति से होता है। अत: कार्बन डाइऑक्साइड का अधिकांश भाग (93%) लाल रुधिराणुओं में विसरित हो जाता है। इसमें से 70% कार्बन डाइऑक्साइड से कार्बोनिक अम्ल व अन्त में बाइकार्बोनेट्स का निर्माण हो जाता है।
शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन कौन करता है?ऑक्सीजन का वाहक होता है हीमोग्लोबिन, न होने दे शरीर में कमी - Hemoglobin is the carrier of oxygen.
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