ओस वातावरण में फैले हुए वाष्प का वह रूप है जो जमकर जलबिंदु अथवा छोटी-छोटी बूँदों के रूप में परिवर्तित होकर पृथ्वी पर गिरता है। ओस बनने की प्रक्रिया का संघनन से सीधा जुड़ाव है। वातावरण में शत-प्रतिशत सापेक्षिक आर्द्रता होने पर वायु संतृप्त हो जाती है और संघनन आरंभ हो जाता है। जिस तापमान पर हवा संतृप्त होती है, उसे ओसांक या ओस बिंदु कहते हैं। संतृप्तावस्था के बाद वायु को ठंडा करने पर संघनन प्रारंभ हो जाता है। शत-प्रतिशत सापेक्षिक आर्द्रता के बाद अतिरिक्त आर्द्रता का संघनन हो जाता है। यदि तापमान 32ॱ फारेनहाइट के ऊपर है तो तरल रूप में ओस, कुहरा, बादल आदि प्रकट होते हैं।[1] Show
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विषयसूची ओस बनने की शर्तें क्या क्या है?इसे सुनेंरोकेंओस बनने की प्रक्रिया का संघनन से सीधा संबंध है। जब वातावरण में 100% सापेक्ष आर्द्रता होती है, तो हवा संतृप्त हो जाती है और संक्षेपण शुरू हो जाता है। जिस तापमान पर हवा संतृप्त होती है उसे ओस बिंदु या ओस बिंदु कहा जाता है। संतृप्ति के बाद हवा को ठंडा करने पर संक्षेपण शुरू हो जाता है। ओस क्या है in Hindi?इसे सुनेंरोकेंOs Meaning in Hindi – ओस का मतलब हिंदी में ओस संस्कृत [संज्ञा स्त्रीलिंग] रात्रि में ठंडी हुई हवा की आर्द्रता या नमी जो जलकणों या छोटी बूँदों के रूप में तल पर जमी हुई दिखाई देती है ; शबनम ; तुहिन-कण। स्त्रीलिंग – वातावरण में फैली हुई भाप जो जलकण के रूप में पृथ्वी पर गिरती है (ड्यू)। ओस पड़ने के लिये कौन सी स्थिति अनुकूल होती है? इसे सुनेंरोकेंशांत हवा – यदि हवा शांत है तो यह लंबे समय के लिए पृथ्वी की सतह के साथ संपर्क में रहगी और तापमान, ओसांक बिंदु से नीचे रहेगा एवं ओस बनने लगेगी। उच्च सापेक्ष आर्द्रता – उच्च सापेक्ष आर्द्रता ओस के गठन के लिए आवश्यक है। जहां आद्रता कम है, यहाँ ओस नहीं बन सकती है, भले तापमान ओसांक बिंदु से नीचे हो। ओस का पर्यायवाची शब्द क्या है? इसे सुनेंरोकेंओस शब्द के मुख्य पर्यायवाची शब्द तुहिन, शबनम आदि हैं. जमी हुई ओस क्या कहलाती है?इसे सुनेंरोकेंकोहरे छोटे बादल होते हैं जिसमें धूलकण, धुएँ के कण तथा नमक के कण होते ओस हैं। केंद्रकों के चारों ओर संघनन की क्रिया होती है। जमा होती है तब इसे ओस के नाम से जाना जाता है। जलवाष्प के संघनन के कारण बनते हैं। विशिष्ट आर्द्रता क्या है?इसे सुनेंरोकेंवायु के प्रति इकाई भार में जलवाष्प के मात्रा को ‘विशिष्ट आर्द्रता’ कहते हैं । इसे ‘ग्राम प्रति किलोग्राम’ में व्यक्त किया जाता है । ADVERTISEMENTS: विशिष्ट आर्द्रता ∝ जलवाष्प चूँकि विशिष्ट आर्द्रता का जलवाष्प की मात्रा से सीधा सम्बंध होता है । पाले क्या है? इसे सुनेंरोकेंक्या है पाला? अगर पाले की बात करें तो बहुत ज्यादा सर्दी होने पर पड़ता है. जब वायु में उपस्थित जलवाष्प का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला जाता है तो ओस की बूंदें संघनित होकर बर्फ के रुप में जमने लगती है, जिसे पाला कहते हैं. कोहरा और ओस में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंवैसे ओस तो पौधे पर जमी पानी की बूंदे है और कोहरा में हवा में जमे हुई जलवाष्प और पाला ठंड में जमी बर्फ. ओस की बूंदे क्या होती है?इसे सुनेंरोकेंओस वातावरण में फैले हुए वाष्प का वह रूप है जो जमकर जलबिंदु अथवा छोटी-छोटी बूँदों के रूप में परिवर्तित होकर पृथ्वी पर गिरता है। ओस बनने की प्रक्रिया का संघनन से सीधा जुड़ाव है। वातावरण में शत-प्रतिशत सापेक्षिक आर्द्रता होने पर वायु संतृप्त हो जाती है और संघनन आरंभ हो जाता है। घ ओस क्या है?`?आद्रता कितने प्रकार के होते हैं? आर्द्रता के प्रकार
आद्रता क्या है आद्रता के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए? इसे सुनेंरोकें(humidity in hindi) आद्रता क्या है , परिभाषा , किसे कहते है , प्रकार , किससे कैसे मापी जाती है : वायु में हमेशा जल वाष्प उपस्थित रहती है , वायु में उपस्थित जल वाष्प की मात्रा को आद्रता कहते है। आद्रता की परिभाषा : वातावरण में वायु के प्रति एकांक आयतन में उपस्थित जल वाष्प की मात्रा को आद्रता कहते है। वायुमंडल कितने प्रकार के होते हैं?वायुमंडल के विभिन्न परतो के बारे में जानकारी
जल वाष्प तापमान के आधार पर बूंदों में संघनित हो जाएगा। जिस तापमान पर बूंदें बनती हैं उसे ओस बिंदु कहते हैं। जब सतह का तापमान गिरता है, अंततः ओस बिंदु तक पहुंच जाता है, तो वायुमंडलीय जल वाष्प संघनित होकर सतह पर छोटी बूंदों का निर्माण करता है। अगर आप नहीं जानते की, ओस किसे कहते हैं तो इस आर्टिकल में हम पूरी जानकारी देने जा रहे है। ओस किसे कहते हैं ओस वायुमंडल में बिखरी हुई वाष्प का वह रूप को कहते हैं, जो जल बिंदु या छोटी बूंदों में परिवर्तित होकर पृथ्वी पर गिरती है। ओस बनने की प्रक्रिया का संघनन से सीधा संबंध है। जब वातावरण में 100% सापेक्ष आर्द्रता होती है, तो हवा संतृप्त हो जाती है और संक्षेपण शुरू हो जाता है। जिस तापमान पर हवा संतृप्त होती है उसे ओस बिंदु या ओस बिंदु कहा जाता है। संतृप्ति के बाद हवा को ठंडा करने पर संक्षेपण शुरू हो जाता है। 100% सापेक्ष आर्द्रता के बाद, अतिरिक्त नमी संघनित हो जाती है। यदि तापमान 32ॱ फ़ारेनहाइट से ऊपर है, तो ओस, कोहरा, बादल आदि तरल रूप में दिखाई देते हैं। यह प्रक्रिया ओस को उन हाइड्रोमीटर से अलग करती है, जो सीधे हवा में बनते हैं जो अपने ओस बिंदु तक ठंडा हो गए हैं, जैसे कोहरा या बादल। हालांकि, गठन के थर्मोडायनामिक सिद्धांत समान हैं। ओस आमतौर पर दिन के चुनिंदा समय के दौरान बनती है। रातें, सुबह जल्दी, और शाम को शुरुआती समय में ओस पड़ने की संभावना होती है। यह भी पढ़े –
ओस का निर्माण कैसे होता है?ओस क्या है जैसा कि हम जानते हैं कि वायु मंडल में जल वाष्प मौजूद होती हैं पृथ्वी धरातल रात्री में विकिरण द्वारा ऊष्मा त्याग कर शीतलीकरण प्रक्रिया संपन्न करती है। तब इन शीतलीकृत तलों पर संचित जल की बूंदों को ओस कहते हंै। ओस वायु में उपस्थित जल वाष्प के धरातल पर संघनित (वाष्प का द्रव बनना) होने से उत्पन्न होती है।
ओस पड़ने के लिये कौन सी स्थिति अनुकूल होती है?जब आर्द्रता धरातल के ऊपर हवा में संघनन केंद्रों पर संघनित न होकर ठोस वस्तु जैसे पत्थर, घास, तथा पौधों की पत्तियों की ठंडी सतहों पर पानी की बूँदों के रूप में जमा होती है तब इसे ओस के नाम से जाना जाता है। इसके बनने के लिए सबसे उपयुक्त अवस्थाएँ साफ आकाश, शांत हवा, उच्च सापेक्ष आर्द्रता तथा ठंडी एवं लंबी रातें हैं।
ओस क्या है answer?ओस वातावरण में फैले हुए वाष्प का वह रूप है जो जमकर जलबिंदु अथवा छोटी-छोटी बूँदों के रूप में परिवर्तित होकर पृथ्वी पर गिरता है। ओस बनने की प्रक्रिया का संघनन से सीधा जुड़ाव है। वातावरण में शत-प्रतिशत सापेक्षिक आर्द्रता होने पर वायु संतृप्त हो जाती है और संघनन आरंभ हो जाता है।
ओस बिंदु को मोती जैसा क्यों कहा गया है?इनकी शोभा निरख निरख कर इन पर कविता एक बनाऊँ ।
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