भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किसे इसकी प्रमुख विशेषता माना जाता है?
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Answer (Detailed Solution Below)Option 2 : यह बड़े पैमाने पर गैर-ऋण पूंजी प्रवाह है।
Free January Month Current Affairs: Part - I 30 Questions 60 Marks 30 Mins सही उत्तर विकल्प 2है। Key Points
Key Points ऋण प्रवाह और गैर ऋण प्रवाह
Latest UPSC Civil Services Updates Last updated on Nov 28, 2022 UPSC IAS 2022 DAF-II Form Fill Up begins on 8th December 2022. Candidates selected for the interview round of the UPSC IAS 2022 Exams should fill out the DAF Form by 14th December 2022 by 06:00 pm. UPSC IAS Mains 2022 Results Out. The UPSC IAS (UPSC) Mains examination was conducted on the 16th, 17th, 18th, 24th, and 25th of September 2022. Candidates who are qualified in the mains are eligible to attend the Interview. The candidates are required to go through a 3 stage selection process - Prelims, Main and Interview. The marks of the main examination and interview will be taken into consideration while preparing the final merit list. The candidates must go through the UPSC Civil Service mains strategy to have an edge over others.
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(FDI क्या है)
FDI में तीन घटक-इक्विटी कैपिटल (Equity Capital), पुनर्निवेशित आय (Reinvested Earnings) और इंट्रा-कंपनी लोन (Intra-Company Loans) शामिल हैं।
भारत में FDI आने का मार्ग:स्वचालित मार्ग (Automatic Route): इसमें विदेशी संस्था को सरकार या RBI की पूर्व स्वीकृति लेने की आवश्यकता नहीं होती है। सरकारी मार्ग (Government Route):इसमें विदेशी संस्था को सरकार की स्वीकृति लेनी आवश्यक होती है। विदेशी निवेश सुविधा पोर्टल (Foreign Investment Facilitation Portal- FIFP)उन आवेदनों (Applications) को ‘एकल खिड़की निकासी’ (Single Window Clearance) की सुविधा प्रदान करता है जो अनुमोदन मार्ग (Approval Route) से प्राप्त होते हैं। विदेशी निवेश क्या होता है (Foreign Investment):
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment- FDI):
विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (Foreign Portfolio Investment- FPI):
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश:
वर्ष 2019-20 में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment - FDI)
वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान निम्नलिखित क्षेत्रों में अधिकतम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है-
वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में अधिकतम योगदान सिंगापुर का (14.67 बिलियन डॉलर) है। हालाँकि यह निवेश वित्तीय वर्ष 2018-19 में सिंगापुर द्वारा किये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (16.22 बिलियन डॉलर) की तुलना में कम है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में निम्नलिखित देशों का भी योगदान है-
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कितने प्रकार के होते हैं?विदेशी निवेशक दो प्रकार से निवेश कर सकते हैं- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआइ)। किसी भी दूसरे देश की परियोजना या कंपनी में किया जाने वाला निवेश एफडीआइ है।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के उदाहरण क्या है?१) चिंतित उद्यम के प्रबंधन में भाग लेने के लिए आदेश में मौजूदा विदेशी उद्यम के शेयरों का अधिग्रहण किया जा सकता है। २) मौजूदा उद्यम और कारखानों पर लिया जा सकता है। ३) १००% स्वामित्व के साथ एक नई सहायक कंपनी विदेशों में स्थापित किया जा सकती है। ४) यह शेयर धारिता के माध्यम से एक संयुक्त उद्यम में भाग लेने के लिए संभव है।
निम्नलिखित में से कौन विदेशी प्रत्यक्ष निवेश होगा?GDR आय को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के रूप में गिना जाता है।
विदेशी निवेश में क्या तात्पर्य है?उत्तर: “विदेशी निवेश” अर्थात भारत के बाहर के निवासी व्यक्तियों द्वारा भारतीय कंपनियों की पूंजीगत लिखतों में तथा किसी एलएलपी की पूंजी में प्रत्यावर्तनीय आधार पर किया गया निवेश ।
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