पित्ताशय की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए - pittaashay kee patharee mein kya nahin khaana chaahie

पित्ताशय की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए - pittaashay kee patharee mein kya nahin khaana chaahie

पित्ताशय लिवर के नीचे पाया जाने वाला एक अंग है जो लिवर द्वारा स्त्रावित बाइल (पित्त) को स्टोर करता है और छोटी आंत में रिलीज करता है। यह एक नाजुक अंग है है जो हर छोटी चीजों से प्रभावित हो सकता है, हमारे भोजन से भी।

कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो पित्ताशय की पथरी के खतरे को कम कर देते हैं जबकि, कुछ आहार इसके होने की संभावना को और बढ़ाते हैं। इसलिए अगर पित्ताशय की पथरी है तो आपको आपके डाइट में विशेष ध्यान रखना होगा। यदि आप आप कुछ भी खाते रहे (जो पित्ताशय के स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं है) तो फिर आपके पित्ताशय को हटाने की नौबत आ सकती है। चलिए जानते हैं कि गाल ब्लैडर स्टोन में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए-

  • पित्ताशय की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए | Pittashya ki Pathri Me Kya Nahi Khaye?
    • परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट (Refined carbohydrates)
    • खतरनाक वसा (saturated fat)
  • पित्ताशय की पथरी में क्या खाएं? – Pittashay Ki Pathri Mein Kya Khana Chahiye
    • फाइबर
    • लाभदायक वसा
    • लीन प्रोटीन
    • पौधे पर आधारित खाद्य
    • कैल्शियम
    • विटामिन सी
  • पित्ताशय की पथरी का ऑपरेशन 

पित्ताशय की पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए | Pittashya ki Pathri Me Kya Nahi Khaye?

परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट (Refined carbohydrates)

कार्बोहायड्रेट का सेवन शरीर के लिए लाभदायक होता है, लेकिन परिष्कृत कार्बोहायड्रेट का सेवन पित्ताशय के लिए खतरनाक हो सकता है। परिष्कृत कार्बोहायड्रेट का सेवन करने से पित्ताशय की पथरी बढ़ने लगती है।

इसलिए पित्ताशय की पथरी से जूझ रहे व्यक्ति को कैंडी, कुकीज़, केक, सफेद आटा, या अन्य किसी भी परिष्कृत अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए।

खतरनाक वसा (saturated fat)

सैचुरेटेड या ट्रांस फैट का सेवन करने से पित्ताशय की पथरी का खतरा बढ़ जाता है। कई अध्ययन में यह पता चला है कि, जो लोग लाल प्रोसेस्ड मांस और अंडे का अधिक सेवन करते हैं उनमें गाल स्टोन के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए आपको ऐसे पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए जिसमें सैचुरेटेड फैट अधिक हो।

पित्ताशय की पथरी में क्या खाएं? – Pittashay Ki Pathri Mein Kya Khana Chahiye

फाइबर

फाइबर पाचन के लिए अच्छा होता है। यह पेट में भोजन की गतिशीलता को बढ़ाता है, जिससे भोजन पचने के लिए अधिक बाइल की जरूरत नहीं होती है। यह माध्यमिक पित्त एसिड (Secondary bile acid) के उत्पादन को कम करता है।

पित्ताशय की पथरी से परेशान लोगो को फाइबर युक्त भोजन करना चाहिए।

पढ़ें – पित्ताशय में पथरी के कारण, लक्षण और उपचार

फाइबर के कुछ अच्छे स्त्रोत:

  • फल- सेब, केला, संतरा, स्ट्रॉबेरी, अमरूद इत्यादि।
  • सब्जियाँ- गाजर, पत्ता गोभी, ब्रोकली इत्यादि।
  • फलियाँ
  • साबुत अनाज
  • बीज

लाभदायक वसा

एक अध्ययन के अनुसार अनसैचुरेटेड फैट का सेवन करने से पित्ताशय के पथरी की संभावना 18 प्रतिशत तक कम हो जाती है। असंतृप्त वसा (unsaturated fat), जैसे- ओमेगा -3 का सेवन करने से पित्ताशय का स्वास्थ्य अच्छा हो जाता है।

असंतृप्त वसा के कुछ अच्छे स्त्रोत:

  • ठंडे पानी की मछली
  • अलसी का बीज
  • मछली का तेल
  • अखरोट

आप अनसैचुरेटेड फैट्स के सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं। हालांकि, सप्लीमेंट्स हर किसी के लिए फ़ायदेमंद नहीं होते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह बिना इनका सेवन न करें।

पढ़ें- पित्ताशय हटाने के दुष्प्रभाव

लीन प्रोटीन

पित्ताशय की पथरी के दौरान आपको लीन प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। सामान्य लाल मांस और डेरी के उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्त्रोत माने जाते हैं लेकिन, इनमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है। लीन प्रोटीन में वसा बहुत कम होता है।

लीन प्रोटीन के कुछ अच्छे स्त्रोत:

  • सोया पदार्थ
  • मछली
  • जीरो फैट डेरी पदार्थ
  • बीज और नट्स
  • बीन्स और दाल

पौधे पर आधारित खाद्य

पित्ताशय की पथरी से जूझ रहे हैं तो आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए जिनकी उत्पत्ति पौधे से हुई हो। प्लांट बेस्ड आहार मिनरल, विटामिन और एंटी-ओक्सिडेंट के अच्छे पूरक हैं, इससे गाल ब्लैडर स्टोन का खतरा कम हो जाता है।

इसे वेजीटेरियन डाइट भी कहते हैं। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं जिससे पित्ताशय की पथरी बढ़ नहीं पाती है। इस तरह के खाद्य पदार्थ शरीर से फ्री रेडिकल्स का भी सफाया करते हैं।

कैल्शियम

उचित मात्रा में कैल्शियम का सेवन करने से पित्ताशय का स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसलिए पित्ताशय की पथरी है तो आपको डाइट में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ भी शामिल करना चाहिए।

कैल्शियम के अच्छे स्त्रोत-

  • हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली
  • बादाम
  • संतरे का जूस
  • डेयरी उत्पाद

डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन से हमें उचित मात्रा में कैल्शियम मिल जाता है। लेकिन पित्ताशय की पथरी से जूझ रहे व्यक्ति को नो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करना चहिये।

विटामिन सी

पित्ताशय की पथरी में आपको भरपूर मात्रा में विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। इससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होगा और पित्ताशय स्वस्थ रहेगा। यह पित्ताशय के सूजन और संक्रमण को भी कम करता है।

विटामिन C के कुछ अच्छे स्त्रोत:

  • ब्रोकली
  • स्ट्राबेरी
  • टमाटर
  • आंवला
  • संतरा

मैग्नीशियम

गाल स्टोन से जूझ रहे हैं तो, मैग्नीशियम का भरपूर सेवन करना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ मैग्नीशियम के अच्छे स्त्रोत हैं:

  • बादाम
  • पालक
  • आलू
  • चावल
  • योगर्ट
  • बीन्स

पित्ताशय की पथरी का ऑपरेशन 

ऊपर बताए गए सभी खाद्य पदार्थ पित्ताशय की पथरी के लक्षणों को कम कर सकते हैं, पित्ताशय की पथरी का इलाज केवल सर्जरी सी ही किया जा सकता है।

पित्ताशय की सर्जरी करने की दो प्रमुख विधियां हैं-

  • ओपन सर्जरी- इसमें एक बड़ा सा चीरा लगाकर पित्ताशय को उपकरण की मदद से अलग कर दिया जाता है। रिकवरी के दौरान 
  • लेप्रोस्कोपिक सर्जरी – इसमें रोगी को लेप्रोस्कोप और अन्य एडवांस उपकरण की मदद से आधा इंच से भी कट कट की मदद से पित्ताशय को अलग कर दिया जाता है, यह एक मॉडर्न सर्जरी है जिसमें रोगी को कोई दर्द नहीं होता है और खून भी नहीं बहता है।

पढ़ें- पित्ताशय की पथरी के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी या ओपन सर्जरी कौन है बेहतर?

Pristyn Care पित्ताशय की पथरी का उपचार करने के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करता है। हमारे अनुभवी सर्जन पथरी के अवस्था के अनुसार सर्जरी करते हैं,  और रोगी को इन्फेक्शन न हो और जल्दी रिकवरी हो इसलिए एडवांस और लेटेस्ट उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है। अच्छे सर्जन से इलाज प्रदान करने के साथ-साथ हम रोगी को निम्न सुविधाएं भी देते हैं-

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हम भारत के कई बड़े और शहरों में इलाज प्रदान करते हैं, आप अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। आप चाहे तो हमें फोन भी कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

पित्त की पथरी में कौन सी सब्जी खाना चाहिए?

पित्ताशय की पथरी में आपको भरपूर मात्रा में विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। इससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होगा और पित्ताशय स्वस्थ रहेगा। यह पित्ताशय के सूजन और संक्रमण को भी कम करता है।.
ब्रोकली.
स्ट्राबेरी.

पित्ताशय की थैली में पथरी होने पर हमें क्या खाना चाहिए?

-पित्त पथरी (gallbladder stone in hindi) के रोगी भोजन में अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां और फल लें। इनमें कोलेस्ट्रॉल कम मात्रा में होता है और प्रोटीन की जरूरत भी पूरी करते हैं। -तली और मसालेदार चीजों से दूर रहें और संतुलित भोजन ही करें। -खट्टे फलों का सेवन करें।

पित्त की थैली में से पथरी कैसे निकल सकती है?

पित्त की पथरी का उपचार आमतौर पर शल्यचिकित्सा द्वारा किया जाता है जिसमें पित्ताशय को शरीर से निकाल दिया जाता है (कोलेसीस्टेक्टॉमी)। यह एक लेप्रोस्कोपिक या कीहोल सर्जरी है जिसमें पेट में छोटे छेद के माध्यम से पूरी प्रक्रिया की जाती है। पित्त की पथरी को खत्म करने के लिए आमतौर पर अन्य कोई उपचार प्रभावी नहीं होता है।

पित्त पथरी में क्या परहेज करें?

- पित्त की पथरी में सबसे पहले तो मांसाहारी से परहेज करें। जिसमें मीट, लाल मांस, चिकन के अलावा तैलीय मछली भी न खाएं। - पैकेज्ड फूड में ट्रांस फैटी एसिड होता है जो पित्त की पथरी के लक्षणों को बढ़ाने का काम करते हैं। चिप्स, कुकीज, डोंट्स, मिठाई या मिश्रित पैक वाो खाद्य पदार्थ से बचें।